Fact Check: कर्नाटक के बेल्लारी में राहुल गांधी की सभा के नाम पर नाइजीरिया की तस्वीर वायरल

'भारत जोड़ो' यात्रा के तहत कर्नाटक के बेल्लारी में आयोजित राहुल गांधी की जनसभा के नाम पर वायरल हो रही तस्वीर अफ्रीकी देश नाइजीरिया में आयोजित धार्मिक कार्यक्रम की है। 2016 के बाद सोशल मीडिया पर इस तस्वीर को भारत के अलग-अलग नेताओं की रैलियों से जोड़कर शेयर किया जाता रहा है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। ‘भारत जोड़ो’ यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने 1000 किलोमीटर की पदयात्रा को पूरा करते हुए कर्नाटक के बेल्लारी में जनसभा को संबोधित किया। सोशल मीडिया पर वायरल एक तस्वीर में भारी संख्या में लोगों के हुजूम को देखा जा सकता है, जिसे लेकर दावा किया जा रहा है, यह तस्वीर कर्नाटक के बेल्लारी में राहुल गांधी की जनसभा की तस्वीर है।

विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा गलत निकला। वायरल हो रही तस्वीर अफ्रीका में हुए एक धार्मिक आयोजन की है, जिसे 2015 के बाद से सोशल मीडिया पर अलग-अलग संदर्भ में वायरल किया जाता रहा है। यह तस्वीर कर्नाटक के बेल्लारी में राहुल गांधी की जनसभा की नहीं है।

क्या है वायरल?

सोशल मीडिया यूजर ‘I.T & Social Media Cell Congress’ ने वायरल तस्वीर (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ”राहुल गांधी की #भारतजोड़ोयात्रा के दौरान बेल्लारी की आमसभा का दृश्य। ऐतिहासिक, अद्भुत और अकल्पनीय!”

सोशल मीडिया पर गलत दावे के साथ वायरल हो रही तस्वीर

सोशल मीडिया पर कई अन्य यूजर्स ने इस तस्वीर को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।

https://twitter.com/BhaskarChug4/status/1581477876691410944

पड़ताल

न्यूज रिपोर्ट्स के मुताबिक, ‘भारत जोड़ो’ यात्रा के 1000 किलोमीटर को पूरी किए जाने के बाद कर्नाटक के बेल्लारी में राहुल गांधी ने जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उनके साथ छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी मौजूद रहे।

कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने इस रैली की तस्वीरों और वीडियो को अपने सोशल मीडिया हैंडल से साझा किया है।

इंडियन यूथ कांग्रेस के नेशनल प्रेसिडेंट श्रीनिवास बीवी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से बेल्लारी में आयोजित जनसभा में राहुल गांधी के संबोधन को लाइव भी किया गया था। राहुल गांधी के आधिकारिक यूट्यूब चैनल से भी इस जनसभा के संबोधन को लाइव किया गया था।

सभी वीडियो में साफ और स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि राहुल गांधी ने बेल्लारी में जिस जनसभा को संबोधित किया था, वह विशाल शामियाना में मौजूद थी, जबकि वायरल तस्वीर में नजर आ रही भीड़ खुले मैदान में मौजूद है। साथ ही दोनों सभाओं की तस्वीरों की विशालता में भी फर्क है।

वायरल तस्वीर के ओरिजिनल सोर्स को ढूंढने के लिए हमने गूगल रिवर्स इमेज सर्च की मदद ली। सर्च में हमें ऐसी कोई लिंक या रिपोर्ट्स नहीं मिली, जिससे हमें तस्वीर के ओरिजिनल सोर्स के बारे में पता चले। हालांकि, यांडेक्स रिवर्स इमेज सर्च में हमें एक ट्वीट मिला, जिसमें इस तस्वीर के सोर्स और संदर्भ के बारे में जानकारी थी।

https://twitter.com/untouchableYann/status/739631802424266753

‘BalenciYanna.’ ट्विटर हैंडल ने 6 जून 2016 को इस तस्वीर को शेयर करते हुए इसे अफ्रीका के नाइजीरिया में आयोजित धार्मिक आयोजन का बताया है।

सर्च में हमें westgatesdachurch.blogspot.com की वेबसाइट पर 6 जून 2016 को प्रकाशित रिपोर्ट मिली, जिसमें इस तस्वीर को अफ्रीका में आयोजित अब तक के सबसे बड़े धार्मिक कार्यक्रम का बताया गया है। आगे की जांच के लिए हमने एक बार फिर से यांडेक्स सर्च की मदद ली और सर्च में हमें www.universiteitleiden.nl की वेबसाइट पर 20 जनवरी 2020 को प्रकाशित रिपोर्ट मिली, जिसमें इस तस्वीर का इस्तेमाल किया गया है। अन्य रिपोर्ट में मिली तस्वीर जहां वायरल तस्वीर के अलग-अलग फ्रेम को दिखा रही है, वहीं यह तस्वीर वायरल इमेज से हूबहू मेल खाती है।

दी गई जानकारी के मुताबिक, यह तस्वीर अफ्रीका में ईसाई धर्म से जुड़े आयोजन की है। उपरोक्त रिपोर्ट्स में जहां इस तस्वीर को अफ्रीकी देश रवांडा का बताया गया है, वहीं इस रिपोर्ट में यह तस्वीर नाइजीरिया में आयोजित ईसाई धर्म के कार्यक्रम का बताया गया है, जिसमें लाखों लोगों ने भाग लिया था।

universiteitleiden.nl/en/news की रिपोर्ट में लगी तस्वीर, जिसे राहुल गांधी की बेल्लारी रैली के नाम पर शेयर किया जा रहा है।

9 दिसंबर 2019 की डेटलाइन से मौजूद jesus.de वेबसाइट पर मौजूद रिपोर्ट में भी इसे नाइजीरिया में काम करने वाले ईसाई मिशनरी रेनार्ड बोनके की सभा का बताया गया है।

jesus.de वेबसाइट पर 9 दिसंबर 2019 की रिपोर्ट में इस्तेमाल की गई तस्वीर

आगे सर्च किए जाने पर greenbreporters.com की वेबसाइट पर सर्वाधिक पुरानी 2015 की रिपोर्ट मिली, जिसमें इस तस्वीर को नाइजीरिया के कानो शहर में ऑल प्रोगेसिव्स कांग्रेस के जनरल मोहम्मद बुहारू की रैली का बताया गया है।

greenbreporters.com की वेबसाइट पर मौजूद 20 जनवरी 2015 की रिपोर्ट में इस्तेमाल की गई तस्वीर, जिसमें इसे नाइजीरिया के कानो शहर में हुई रैली का बताया गया है

हमारी अब तक की जांच से स्पष्ट है कि वायरल हो रही तस्वीर 2015 से अफ्रीका में आयोजित धार्मिक कार्यक्रम से संबंधित है और इसका बेल्लारी में आयोजित राहुल गांधी की जनसभा से कोई लेना-देना नहीं है।

कई अन्य सोशल मीडिया यूजर्स ने यह तस्वीर दक्षिण भारत के मशहूर अभिनेता और राजनेता पवन कल्याण की जनसभा का बताते हुए भी शेयर किया है।

https://twitter.com/TamilActressG/status/1035959061429141504

तस्वीर को लेकर विश्वास न्यूज ने बेंगलुरु स्थित एनडीटीवी के संवाददाता निहाल किदवई से संपर्क किया। उन्होंने वायरल पोस्ट में किए गए दावे को फेक बताते हुए कहा कि यह तस्वीर ‘भारत जोड़ो’ यात्रा के तहत बेल्लारी में आयोजित राहुल गांधी की रैली की नहीं है।

विश्वास न्यूज की वेबसाइट पर राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो’ यात्रा से संबंधित कई फेक और भ्रामक तस्वीरें और वीडियो की अन्य फैक्ट चेक रिपोर्ट को पढ़ा जा सकता है।

निष्कर्ष: ‘भारत जोड़ो’ यात्रा के तहत कर्नाटक के बेल्लारी में आयोजित राहुल गांधी की जनसभा के नाम पर वायरल हो रही तस्वीर अफ्रीकी देश नाइजीरिया में आयोजित धार्मिक कार्यक्रम की है। 2016 के बाद सोशल मीडिया पर इस तस्वीर को भारत के अलग-अलग नेताओं की रैलियों से जोड़कर शेयर किया जाता रहा है।

False
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट