येदियुरप्पा सरकार को 'भ्रष्ट' सरकार बताए जाने के दावे के साथ वायरल हो रहा अमित शाह का वीडियो क्लिप एडिटेड और ऑल्टर्ड है, जिसे राजनीतिक दुष्प्रचार की मंशा से शेयर किया जा रहा है। शाह ने कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार पर आरोप लगाते हुए उसे सर्वाधिक भ्रष्ट सरकार बताया था और इस दौरान उनकी जुबान फिसली और उन्होंने येदियुरप्पा सरकार का नाम ले लिया। हालांकि, गलती का एहसास होते ही उन्होंने इसे सुधार लिया, लेकिन वायरल वीडियो क्लिप में इस अंश को शामिल नहीं किया गया है, जिसमें उन्हें येदियुरप्पा सरकार की जगह सिद्धारमैया सरकार का नाम लेते हुए सुना जा सकता है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया वायरल एक पोस्ट में अमित शाह के दो वीडियो क्लिप को शेयर किया जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि केंद्रीय गृह मंत्री ने 2018 के अपने एक बयान में कर्नाटक की येदियुरप्पा सरकार को कथित तौर पर सर्वाधिक भ्रष्ट सरकार बताया था और 2023 के अपने एक चुनावी भाषण में उन्होंने कर्नाटक को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए उन्हीं येदियुरप्पा को मौका देने की अपील की थी।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में वायरल पोस्ट को एडिटेड और ऑल्टर्ड पाया, जिसे राजनीतिक दुष्प्रचार की मंशा के साथ शेयर किया जा रहा है। विधानसभा चुनाव के दौरान अमित शाह ने सिद्धारमैया सरकार पर आरोप लगाते हुए उसे भ्रष्टाचार के मामले में नंबर 1 सरकार बताया था, लेकिन इस दौरान उनकी जुबान फिसली और उन्होंने सिद्धारमैया की जगह येदियुरप्पा सरकार का नाम ले लिया। गलती का एहसास होते ही उन्होंने अपने बयान को सुधारते हुए सिद्धारमैया सरकार का नाम लिया। हालांकि, वायरल क्लिप में केवल उस भाग को शामिल किया गया है, जिसमें शाह येदियुरप्पा सरकार का नाम लेते हुए नजर आ रहे हैं।
सोशल मीडिया यूजर ‘social_hadda’ ने वायरल वीडियो क्लिप (आर्काइव लिंक) को शेयर किया है, जिसमें अमित शाह के 2018 और 2023 के बयान को सुना जा सकता है।
वायरल वीडियो क्लिप में अमित शाह के 2018 के एक बयान का जिक्र है, जिसमें उन्हें कहते हुए सुना जा सकता है, “…..सुप्रीम कोर्ट के एक रिटायर जज ने कहा कि अगर भ्रष्टाचार के लिए स्पर्धा करी जाए तो येदियुरप्पा सरकार को भ्रष्टाचार के मामले में नंबर 1 सरकार का दर्जा मिलेगा।”
इस बयान के बाद 2023 के एक चुनावी संबोधन का वीडियो नजर आता है, जिसमें अमित शाह को जनता से “भ्रष्टाचार मुक्त” कर्नाटक के लिए येदियुरप्पा को एक और मौका दिए जाने की बात करते हुए सुना जा सकता है। इन्हीं दो अलग-अलग क्लिप को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि शाह ने जहां एक बार येदियुरप्पा की सरकार को सर्वाधिक भ्रष्ट सरकार बताया, उसी के लिए उन्होंने 2023 में जनता से समर्थन की मांग की।
संबंधित वीडियो में दिए गए बयान के आधार पर की-वर्ड सर्च में हमें ऑरिजिनल वीडियो मिला, जिसे सुनकर वायरल वीडियो क्लिप का संदर्भ स्पष्ट हो जाता है। वन इंडिया हिंदी के आधिकारिक यू-ट्यूब चैनल पर 27 मार्च 2018 को अपलोड किया हुआ वीडियो बुलेटिन मिला, जिसके मुताबिक, अमित शाह की जुबान फिसली और उन्होंने प्रेस वार्ता के दौरान सिद्धारमैया की जगह येदियुरप्पा को भ्रष्ट बता दिया। 0.30 सेकेंड के फ्रेम से सुनने पर पूरा संदर्भ साफ हो जाता है, जब अमित शाह कहते हैं, “…..भ्रष्टाचार अपने चरम सीमा पर है…..ढेर सारी चीजें भ्रष्टाचार पर कहने के लिए हैं, मगर मैं डिटेल में नहीं जाना चाहता, क्योंकि कर्नाटक की जनता का परसेप्शन बन चुका है कि ये भ्रष्टतम सरकार है। अभी-अभी सुप्रीम कोर्ट के एक रिटायर्ड जज ने कहा कि अगर भ्रष्टाचार के लिए स्पर्धा कर दी जाए तो येदियुरप्पा सरकार को भ्रष्टाचार के मामले में नंबर वन सरकार का अवार्ड जरूर मिलेगा…….अरे सिद्धारमैया सरकार को नंबर वन का अवार्ड देना पड़ेगा।”
गौरतलब है कि 12 मई 2023 को कर्नाटक विधानसभा का चुनाव हुआ था और यह प्रेस वार्ता उसी चुनाव से पहले का है, जिसमें शाह ने भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर सिद्धारमैया सरकार पर निशाना साधा था।
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और यू-ट्यूब चैनल पर इस वीडियो क्लिप को देखा जा सकता है। कर्नाटक विधानसभा की 224 सीटों के लिए 10 मई 2023 को मतदान हुआ था और चुनाव के नतीजे 13 मई 2023 को आए थे।
वायरल वीडियो क्लिप को एडिटेड बताते हुए यूपी बीजेपी प्रवक्ता हरीश चंद्र श्रीवास्तव ने कहा, “हालिया विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद विपक्ष बौखलाया हुआ है और यह सब दुष्प्रचार उसी का नतीजा है।”
वायरल वीडियो क्लिप को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर को इंस्टाग्राम पर एक हजार से अधिक लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: येदियुरप्पा सरकार को ‘भ्रष्ट’ सरकार बताए जाने के दावे के साथ वायरल हो रहा अमित शाह का वीडियो क्लिप एडिटेड और ऑल्टर्ड है, जिसे राजनीतिक दुष्प्रचार की मंशा से शेयर किया जा रहा है। शाह ने कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार को सर्वाधिक ‘भ्रष्ट’ सरकार बताया था और इस दौरान उनकी जुबान फिसली और उन्होंने येदियुरप्पा सरकार का नाम ले लिया। हालांकि, गलती का एहसास होते ही उन्होंने इसे सुधार लिया, लेकिन वायरल वीडियो क्लिप में इस अंश को शामिल नहीं किया गया है, जिसमें उन्हें येदियुरप्पा सरकार की जगह सिद्धारमैया सरकार का नाम लेते हुए सुना जा सकता है।
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