Fact Check: गोपालगंज में क्रिकेट खेलने के विवाद के कारण हुई हिंसा की घटना को सांप्रदायिक रंग देकर किया जा रहा वायरल

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में पुलिस और उपद्रवियों के बीच हिंसक झड़प को देखा जा सकता है। सांप्रदायिक रंग देकर शेयर किए जा रहे इस वीडियो को लेकर दावा किया जा रहा है कि यह बिहार के गोपालगंज जिले में सरस्वती पूजा के दौरान हुई हिंसा का है, जहां मुस्लिम युवकों ने दो हिंदू युवकों को चाकुओं से गोद कर मार डाला।

विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस दावे को भ्रामक और सांप्रदायिक रूप से भड़काऊ पाया। वायरल हो रहा वीडियो बिहार के गोपालगंज जिले का ही है, लेकिन इस घटना का सरस्वती पूजा से कोई लेना-देना नहीं है। गोपालगंज के बसडीला गांव में क्रिकेट खेलने के विवाद को लेकर दो गुटों के बीच जमकर चाकूबाजी हुई थी, जिसमें एक युवक की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी, लेकिन अन्य चार लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे।

क्या है वायरल?

सोशल मीडिया यूजर ‘Anurag Kulshrestha’ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ”बिहार जल रहा है,गोपालगंज में सरस्वती पूजा के दौरान शहादत मियाँ,सोनू मियाँ ने अंकित और हरिओम को मस्जिद के सामने चाकुओं से गोद डाला,अंकित की मौक़े पर ही मौत हो गई,हरिओम ज़िंदगी मौत से जूझ रहा,RJD/JDU सरकार ने बिहार को बर्बाद कर दिया,और अब न्याय माँगने वालों पर गोली बरसा रहे।”

सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है भ्रामक दावा

सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर भी कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।

कई मीडिया रिपोर्ट्स में भी इस घटना को सरस्वती पूजा के दौरान हुए हिंसक विवाद का बताया गया है। टीवी9 हिंदी ने भी समान दावे के साथ रिपोर्ट (आर्काइव लिंक) को प्रकाशित किया है।

पड़ताल

दैनिक जागरण के गोपालगंज संस्करण में 28 जनवरी को प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, गोपालगंज के नगर थाना क्षेत्र के बसडीला गांव में क्रिकेट खेलने के विवाद को लेकर दो गुटों के बीच जमकर चाकूबाजी हुई, जिसमें एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई।

दैनिक जागरण के गोपालगंज संस्करण में 28 जनवरी को प्रकाशित रिपोर्ट

रिपोर्ट के मुताबिक, ‘नगर थाना क्षेत्र के पसरमा गांव निवासी अंकित कुमार व बसडीला गांव के युवकों के बीच पूर्व में क्रिकेट खेलने को लेकर विवाद हुआ था, जिसे पंचायती स्तर पर सुलझा लिया गया था। इसी बीच अंकित कुमार अपने दोस्तों के साथ बाइक पर सवार होकर बसडीला गांव की तरफ घूमने गए थे । गांव के पूर्व में क्रिकेट खेलने को लेकर हुए विवाद को लेकर युवकों ने घेरकर गाली-गलौज देना शुरू कर दिया। गाली देने से मना करने पर अंकित कुमार, चंदन कुमार सहित चार को गंभीर रूप से जख्मी कर दिया। इस दौरान चिकित्सक ने अंकित कुमार को मृत घोषित कर दिया और जख्मी हरिओम प्रसाद की हालत गंभीर देखकर उन्हें गोरखपुर रेफर कर दिया गया।’

जागरण की ही अन्य रिपोर्ट के मुताबिक, इस मामले में मृत युवक के पिता की शिकायत पर चार महिला समेत 15 लोगों के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गई है और इलाके में तनाव की स्थिति को देखते हुए ड्रोन से निगरानी की जा रही है।

दैनिक जागरण के गोपालगंज संस्करण में 29 जनवरी को प्रकाशित रिपोर्ट

बिहार पुलिस और गोपालगंज पुलिस दोनों की तरफ से इस घटना के वीडियो को सांप्रदायिक रंग देकर किए जा रहे दावे का खंडन किया गया है। गोपालगंज पुलिस की तरफ से 28 जनवरी 2023 को जारी बयान के मुताबिक, ”जिले के नगर थाना क्षेत्र के बसडीला गांव में क्रिकेट खेलने को लेकर दोनों पक्षों में लाठी-डंडों से मारपीट हुई थी, जिसमें एक युवक अंकित कुमार बुरी तरह जख्मी हो गया था और इलाज के क्रम में अंकित कुमार की मौत हो गई थी। कुछ लोगों के द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस घटना की भ्रामक खबर फैलाकर इसे सांप्रदायिक भावना से जोड़ने की कोशिश की जा रही है, जबकि जिले में सरस्वती पूजा को लेकर कोई विवाद ही नहीं हुआ था। सरस्वती पूजा एवं सभी मूर्तियों का विसर्जन शांतिपूर्ण तरीके से किया गया है और उपरोक्त घटना का सरस्वती पूजा से कोई संबंध नहीं है।”

घटना को लेकर गोपालगंज पुलिस की तरफ से जारी की गई विज्ञप्ति

बिहार पुलिस के आधिकारिक फेसबुक पेज से भी इस घटना के सरस्वती पूजा की वजह से हुए विवाद के दावे का खंडन किया गया है और गिरफ्तार आरोपियों का विवरण भी सार्वजनिक किया गया है।

Bihar Police के फेसबुक पेज से दी गई जानकारी

विश्वास न्यूज ने इस मामले को लेकर नगर थाना के अधिकारी ललन कुमार से संपर्क किया। घटना के सरस्वती पूजा के दौरान हुई हिंसा का बताए जाने के दावे का खंडन करते हुए उन्होंने कहा कि यह दो गुटों के बीच क्रिकेट खेलने के विवाद को लेकर हुई हिंसा थी। उन्होंने कहा, ”इस मामले में कुल 16 लोग नामजद हैं, जिनमें से आठ को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही 30-35 अज्ञात लोगों को भी नामजद किया गया है।” उन्होंने कहा कि मृतक के पिता ने जो मुकदमा दर्ज कराया है, उसमें भी इसी कारण का जिक्र है और पुलिस की जांच भी इसी बिंदु पर चल रही है।

वायरल दावे के साथ शेयर किए जा रहे वीडियो को लेकर हमने गोपालगंज जिले के दैनिक जागरण के ब्यूरो प्रमुख मनीष कुमार से संपर्क किया। उन्होंने पुष्टि करते हुए बताया कि यह वीडियो बसडीला गांव में हुई घटना का ही है।

वायरल वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर को फेसबुक पर करीब चार सौ लोग फॉलो करते हैं और यह प्रोफाइल विचारधारा विशेष से प्रेरित है।

निष्कर्ष: बिहार के गोपालगंज जिले में क्रिकेट खेलने के विवाद की वजह से दो गुटों के बीच हुई हिंसा में एक युवक की मौत को सरस्वती पूजा के दौरान हुई हिंसा का बताकर भ्रामक और भड़काऊ दावे से शेयर किया जा रहा है।

गौरतलब है कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रम के लिहाज से 2022 उतार-चढ़ाव से भरा रहा और इस दौरान विश्वास न्यूज ने करीब 1500 से अधिक फैक्ट चेक रिपोर्ट्स को प्रकाशित किया, जिनका विश्लेषण 2022 के Misinformation Trends की जानकारी देता है। विश्वास न्यूज की फैक्ट चेक रिपोर्ट्स को पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

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