दिल्ली के करावल नगर में दो अलग-अलग स्कूलों के छात्रों के बीच हुई झड़प और चाकूबाजी की घटना को सांप्रदायिक रंग देकर दुर्भावनापूर्ण मंशा के साथ सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है। इस घटना में कोई सांप्रदायिक पहलू नहीं था।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक बच्चे को घायल अवस्था में अस्पताल में स्ट्रेचर पर लेटे हुए देखा जा सकता है। कई अन्य यूजर्स इस घटना के दूसरे वीडियो को भी शेयर कर रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि दिल्ली में करावल नगर में समुदाय विशेष के लोगों ने हिंदू छात्रों पर चाकुओं से हमला कर करीब 20 छात्रों को घायल कर दिया।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस दावे को गलत और भड़काऊ पाया। उत्तर-पूर्वी दिल्ली में दो अलग-अलग स्कूलों के छात्रों के बीच झगड़ा हुआ था और इस दौरान पांच छात्र घायल हुए थे, जिन्हें गुरु तेग बहादुर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। चाकूबाजी के इस मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने छह छात्रों को गिरफ्तार भी किया था। इसी घटना को सांप्रदायिक रंग देकर गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
सोशल मीडिया यूजर ‘Vishal Faujdar Sunsunwal’ ने वयारल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, “अरविन्द केजरीवाल ….. देख तु दिल्ली का मुख्यमंत्री है….आँख खोल कर देख तेरे बसाये बंगलादेशी और रोहिंग्या मुसलमान हिन्दु बच्चों के साथ क्या कर रहे है ?? 20 मार्च को खजुरी से लेकर करावल नगर तक मुस्लिम समुदाय के लोगो ने हिन्दुओ के बच्चे जो 12 th का पेपर देकर लौट रहे थे चाकूओं से हमला किया तकरीबन 20 से ज्यादा बच्चे बुरी तरह घायल.. मीडिया में कोई समाचार नहीं , पुलिस औऱ सभी नेता मोन क्यों हैं…???😡🧐🤔🕵🏻♂️”
कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है। ट्विटर पर भी कई यूजर्स ने इस घटना के वीडियो को समान दावे के साथ शेयर किया है।
न्यूज सर्च में ऐसी कई रिपोर्ट्स मिलीं, जिसमें इस घटना का जिक्र है। दैनिक जागरण की 21 मार्च की रिपोर्ट के मुताबिक, “दिल्ली स्थित गवर्नमेंट बॉयज सीनियर सेकेंडरी स्कूल, करावल नगर और सर्वोदय बाल विद्यालय, खजूरी खास के छात्रों को बीच हाथापाई के बाद करावल नगर स्कूल के पांच छात्र चाकू लगने से बुरी तरह घायल हो गए थे। अब इस मामले में दिल्ली पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 6 आरोपित छात्रों को हिरासत में लिया है।”
रिपोर्ट में कहा गया है, “पुलिस ने पकड़े आरोपितों से पूछताछ के बाद बताया कि पकड़े गए छात्रों में से एक छात्र ने खुलासा किया कि 3 दिन पहले जब वह दयालपुर बस स्टैंड के पास अपनी बाइक से जा रहा था तो कुछ लड़कों ने उसे रोक लिया। उन्होंने उससे उसके स्कूल के बारे में और स्कूल के पास बाइक चलाने के कारण के बारे में पूछा था। जिसको लेकर बाद में विवाद हुआ।”
न्यूज एजेंसी एएनआई ने भी इस घटना की जानकारी देते हुए मामले में छह छात्रों को गिरफ्तार किए जाने की जानकारी दी है।
एएनआई ने इस मामले में दिल्ली पुलिस का बयान भी साझा किया है, जिसके मुताबिक इस विवाद में कोई सांप्रदायिक पहलू नहीं है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट में उत्तर-पूर्वी दिल्ली के डीसीपी जॉय तिर्की का बयान है, जिसमें उन्होंने इस मामले में किसी भी सांप्रदायिक पहलू होने की बात से इनकार करते हुए बताया कि संबंधित घटना में शामिल “आरोपी और पीड़ित एक ही समुदाय से संबंधित हैं।” इस मामले में पुलिस ने हत्या की कोशिश का मामला दर्ज किया है।
सर्च में हमें झलको दिल्ली नाम के यूट्यूब चैनल का एक वीडियो बुलेटिन मिला, जिसमें उत्तर-पूर्वी दिल्ली की डीसीपी को यह कहते हुए साफ-साफ सुना जा सकता है कि इस मामले में कोई सांप्रदायिक पहलू नहीं था और इसमें शामिल लड़के एक ही समुदाय के थे।
वायरल वीडियो को लेकर हमने पूर्वी रेंज की संयुक्त पुलिस आयुक्त छाया शर्मा से संपर्क किया। उन्होंने कहा, “छात्रों के दो गुटों के बीच हुआ झगड़ा सांप्रदायिक नहीं था।”
वायरल पोस्ट को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर की प्रोफाइल से विचारधारा विशेष से प्रेरित सामग्री शेयर की जाती है। हिंदी और अंग्रेजी समेत कुल 12 भाषाओं में विश्वास न्यूज की फैक्ट चेक रिपोर्ट्स को यहां क्लिक कर पढ़ा जा सकता है।
निष्कर्ष: दिल्ली के करावल नगर में दो अलग-अलग स्कूलों के छात्रों के बीच हुई झड़प और चाकूबाजी की घटना को सांप्रदायिक रंग देकर दुर्भावनापूर्ण मंशा के साथ सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है। इस घटना में कोई सांप्रदायिक पहलू नहीं था।
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