Fact Check: राजस्थान के सिरोही में मंदिर में दलितों के प्रवेश पर मनाही के दावे के साथ वायरल तस्वीर फेक और एडिटेड

राजस्थान के सिरोही में दलितों के मंदिर में प्रवेश की मनाही के साथ वायरल तस्वीर फेक है, जिसे एडिट कर दुष्प्रचार की मंशा से वायरल किया जा रहा है। यह तस्वीर पहले भी सोशल मीडिया वायरल हो चुकी है, जिसका पुलिस की तरफ से खंडन किया जा चुका है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर वायरल एक तस्वीर को लेकर दावा किया जा रहा है कि राजस्थान के सिरोही में एक मंदिर में दलितों के प्रवेश को प्रतिबंधित कर दिया गया है। वायरल तस्वीर में नजर आ रही मंदिर की दीवार पर दलितों के प्रवेश को प्रतिबंधित किए जाने का संदेश लिखा नजर आ रहा है।

विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस दावे को गलत पाया और इसके साथ वायरल हो रही तस्वीर एडिटेड है, जिसे सामाजिक सदभाव और सौहार्द्र की भावना को बिगाड़ने की मंशा के साथ तैयार कर सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है।

क्या है वायरल?

सोशल मीडिया यूजर ‘भारतीय राजनीतिक बाज़’ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, “इस मंदिर में हरिजन जाति के लोगों का प्रवेश मना है।”

ट्विटर पर भी कई यूजर्स ने इस तस्वीर को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।

पड़ताल

वायरल ट्वीट पर यूजर्स ने इस तस्वीर को फेक बताते हुए इसकी ऑरिजिनल तस्वीर को शेयर किया है, जिसमें मंदिर की दीवार पर किसी जाति विशेष के बारे में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं लिखा हुआ है।

ऑरिजिनल तस्वीर वास्तव में सिरोही पुलिस की तरफ से किया गया ट्वीट है। सर्च में हमें यह ट्वीट मिला, जिसे सिरोही पुलिस के ट्विटर हैंडल से सात मार्च 2022 को शेयर किया गया है।

सिरोही पुलिस ने ऑरिजिनल तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा है कि यह तस्वीर मौके पर जाकर खींची गई है और इसमें ऐसा कुछ भी नहीं लिखा हुआ है, जैसा कि वायरल पोस्ट में दावा किया जा रहा है।

वायरल तस्वीर को लेकर विश्वास न्यूज ने सिरोही पुलिस स्टेशन के थाना प्रभारी सीता राम पंवार से संपर्क किया। उन्होंने बताया, “यह कुछ साल पुराना मामला है, जब कुछ शरारती तत्वों ने मंदिर की तस्वीर को एडिट कर वायरल कर दिया था।” उन्होंने बताया, “इस मामले में कोई शिकायत दर्ज नहीं की गई थी और अब कुछ लोगों ने इस तस्वीर को लेकर उनसे संपर्क किया है।”

पंवार ने बताया कि मंदिर में दलितों के जाने पर कोई मनाही नहीं है और न ही ऐसा कोई संदेश लिखा हुआ है। वायरल तस्वीर को शेयर करने वाले यूजर को फेसबुक पर करीब आठ सौ लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: राजस्थान के सिरोही में दलितों के मंदिर में प्रवेश की मनाही के साथ वायरल तस्वीर फेक है, जिसे एडिट कर दुष्प्रचार की मंशा से वायरल किया जा रहा है। यह तस्वीर पहले भी सोशल मीडिया वायरल हो चुकी है, जिसका पुलिस की तरफ से खंडन किया जा चुका है।

False
Symbols that define nature of fake news
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