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Fact Check: हिमाचल में सेब डंप करने के वीडियो को टमाटर की बढ़ी कीमतों से जोड़कर किया जा रहा वायरल

देश में टमाटर की बढ़ी कीमतों के लिए हिमाचल में किसानों के टमाटर फेंके जाने के दावे के साथ वायरल हो रहा वीडियो भ्रामक है। वायरल वीडियो में नजर आ रहे किसान टमाटर नहीं, बल्कि सेब की फसल को डंप कर रहे हैं, जिसे राहुल गांधी के सब्जी मंडी में पहुंचकर बढ़ती कीमतों के बारे में पूछे जाने और उनकी पार्टी की सरकार वाले हिमाचल प्रदेश में किसानों के टमाटर को फेंके जाने के गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो को लेकर दावा किया जा रहा है कि जहां राहुल गांधी एक तरफ मंडी में सब्जी विक्रेताओं से टमाटर की बढ़ती कीमतों को लेकर उनसे बातचीत कर रहे थे, तब उनकी ही पार्टी की सरकार वाले हिमाचल प्रदेश में किसान टमाटर को सड़कों पर फेंक कर नष्ट कर रहे थे। दावा किया जा रहा है कि हिमाचल प्रदेश में किसानों ने टमाटर की फसल को इसलिए फेंकना शुरू कर दिया, क्योंकि वहां की सरकार किसानों को टमाटर को बाजार तक पहुंचाने के लिए परिवहन की समुचित व्यवस्था मुहैया नहीं करा रही थी और इस वजह से टमाटर की कीमतों में इजाफा हुआ।

हमने अपनी जांच में पाया कि यह दावा गलत है और इसके साथ वायरल हो रहा वीडियो भी एडिटेड है। वायरल वीडियो में हिमाचल प्रदेश में किसानों के टमाटर को फेंके जाने का दावा गलत है। वास्तव में यह वीडियो कुछ हफ्ते पुराना है, जिसमें हिमाचल के किसान टमाटर नहीं, बल्कि सेब को नदी में फेंक रहे हैं और इस घटना का टमाटर की बढ़ती कीमतों से कोई संबंध नहीं है। दो अलग-अलग और असंबंधित घटनाओं के वीडियो को जोड़कर भ्रामक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

क्या है वायरल?

सोशल मीडिया यूजर ‘Ganesh Suthar’ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, “जब राहुल गांधी मंडी पहुंचे और मंडी के बिक्रेताओ से पूछा इतना दाम क्यों बढ़ रहा टमाटर के तो बिक्रेताओं ने कहा पीछे से माल ही नही आ रहा राहुल ने पूछा टमाटर कहां से आता है तो बिक्रेताओं ने कहा हिमाचल बैंगलोर दोनो जगह कांग्रेस की सरकार इधर हिमाचल के किसानों ने टमाटर को फेंकना शुरूकर।”

सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।

पड़ताल

वायरल पोस्ट में दो वीडियो को देखा जा सकता है, जिसमें एक में राहुल गांधी टमाटर की बढ़ती कीमतों के बारे में पूछ रहे हैं। वह पूछते हैं कि टमाटर की कीमत इतनी क्यों बढ़ रही है, जिसके जवाब में विक्रेता उन्हें बताते हैं कि हिमाचल और बेंगलुरु से आपूर्ति नहीं होने की वजह से कीमतों में इजाफा हो रहा है।

इस बातचीत के बाद दूसरा वीडियो चलने लगता है, जिसे लेकर दावा किया जा रहा है कि हिमाचल में किसान टमाटर की फसल को नदी में बहा रहे हैं और इस वजह से आपूर्ति में होने वाली दिक्कतों के कारण टमाटर की कीमतों में इजाफा हो रहा है। वीडियो को देखकर यह प्रतीत हो रहा है कि हिमाचल प्रदेश, जहां कांग्रेस की सरकार है, वहां किसानों ने टमाटर फेंके, जिसकी वजह से कीमतों में इजाफा हुआ।

कुछ दिनों पहले ही राहुल गांधी दिल्ली स्थित आजादपुर सब्जी मंडी पहुंचे थे और वहां पहुंचकर उन्होंने सब्जी और फल विक्रेताओं से उनकी समस्याओं के बारे में बातचीत की थी। वायरल पोस्ट में पहला वीडियो उनके इसी दौरे का है, जब वह आजादपुर मंडी में टमाटर की बढ़ती कीमतों के बारे में विक्रेताओं से बात कर रहे थे। उनके इस दौरे के वीडियो को राहुल गांधी के आधिकारिक यू-ट्यूब चैनल पर भी अपलोड किया गया है।

इस वीडियो में 2.15 मिनट के फ्रेम से राहुल गांधी की उस बातचीत को देखा और सुना जा सकता है, जिसमें वह टमाटर की बढ़ती कीमतों के बारे में पूछते हैं और फिर विक्रेता उन्हें सप्लाई संबंधी दिक्कतों के बारे में बताते है।

वायरल पोस्ट में दूसरे वीडियो को इसी से जोड़कर शेयर किया जा रहा है, जिससे यह प्रतीत हो रहा है कि किसान अपनी टमाटर की फसल को फेंकते हुए नजर आ रहे हैं। सर्च में हमें यह वीडियो कई रिपोर्ट्स में लगा मिला, जिसमें इसे हिमाचल का बताया गया है। सभी रिपोर्ट्स में बताया गया है कि हिमाचल प्रदेश में किसान कीमत न मिलने की वजह से अपनी सेब की फसल को फेंक रहे हैं।

कई अन्य रिपोर्ट्स में भी इस वीडियो को देखा जा सकता है, जिसमें इसे सेब की फसल को फेंके जाने का ही बताया गया है। एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक, नदी में सेब फेंके जाने का वीडियो सामने आने के बाद बागवानी मंत्री ने इस घटना की जांच के आदेश भी दिए थे।

जागरण की रिपोर्ट से भी इसकी पुष्टि होती है। दो अगस्त की रिपोर्ट के मुताबिक, “हिमाचल प्रदेश सड़क किनारे सेब को नाले में फेंकने का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित होने के मामले में पंचायत के प्रधान उपप्रधान व प्रत्यक्षदर्शियों ने अपना पक्ष रखा है। बागवानों को सेब को नाले में फेंकना पड़ा था। क्योंकि सड़कें बंद होने के अलावा सेब को मंडी में पहुंचाने का कोई विकल्प नहीं था। बारिश के चलते सेब का सड़ना और उसे फेंकना वास्तविक है।”

हमारी जांच से स्पष्ट है कि वायरल हो रहा वीडियो सेब की फसल को फेंके जाने का है, न कि टमाटर का, जैसा कि वायरल वीडियो में दावा किया गया है। वायरल वीडियो को लेकर दैनिक जागरण के हिमाचल प्रदेश के स्टेट एडिटर नवनीत शर्मा ने बताया कि यह घटना कुछ हफ्ते पहले की है, जब किसानों ने अपनी सेब की फसल को नाले में बहा दिया था।

वायरल पोस्ट को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर को ट्विटर पर करीब छह हजार से अधिक लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: देश में टमाटर की बढ़ी कीमतों के लिए हिमाचल में किसानों के टमाटर फेंके जाने के दावे के साथ वायरल हो रहा वीडियो भ्रामक है। वायरल वीडियो में नजर आ रहे किसान टमाटर नहीं, बल्कि सेब की फसल को डंप कर रहे हैं, जिसे राहुल गांधी के सब्जी मंडी में पहुंचकर बढ़ती कीमतों के बारे में पूछे जाने और उनकी पार्टी की सरकार वाले हिमाचल प्रदेश में किसानों के टमाटर को फेंके जाने के गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

  • Claim Review : हिमाचल में किसानों के टमाटर को डंप किए जाने के कारण बढ़ी टमाटर की कीमतें।
  • Claimed By : Twitter User-Ganesh Suthar
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