मास्क पहनकर मंदिर दर्शन के दौरान चरणामृत ग्रहण करने के दावे के साथ वायरल हो रहा अशोक गहलोत का वीडियो आधा-अधूरा है, जिसे दुष्प्रचार की मंशा से गलत दावे के साथ सोशल मीडिया पर साझा किया जा रहा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वे किसी मंदिर में नजर आ रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि उन्होंने मंदिर में दर्शन के बाद बिना मास्क उतारे ही चरणामृत ग्रहण कर लिया।
विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा भ्रामक और दुष्प्रचार निकला। वायरल हो रहा वीडियो एडिटेड क्लिप है, जिसमें चरणामृत लेने के बाद के कुछ अगले सेकेंड को जानबूझकर हटा दिया गया है, जिससे यह प्रतीत हो रहा है कि अशोक गहलोत ने मास्क उतारे बिना ही चरणामृत लिया। चेहरे पर मास्क लगे होने का एहसास होने के तत्काल बाद ही उन्होंने अपने चेहर से मास्क को हटाते हुए प्रसाद के तौर पर चरणामृत ग्रहण किया था।
फेसबुक यूजर ‘Monali Mathur’ ने वायरल पोस्ट (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ”बिना मास्क उतारे चरणामृत लेकर आज अशोक गेहलोत ने साबित कर दिया
राहुल गाँधी के बाद कांग्रेस अध्यक्ष के वो ही असल दावेदार है 🤣”
सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।
सभी वायरल वीडियो में कुछ सेकेंड के वायरल वीडियो को शेयर किया जा रहा है, जिसमें अशोक गहलोत को मंदिर में दर्शन के दौरान चरणामृत लेते हुए देखा जा सकता है। वीडियो में राजस्थान के मुख्यमंत्री चरणामृत लेने के बाद अपना हाथ मुंह की तरफ करते हैं, लेकिन जैसे ही अपने चेहरे पर मास्क लगे होने का एहसास होता है, वह दूसरे हाथ से उसे हटाते हुए चरणामृत ग्रहण करते हैं।
जी राजस्थान के ब्यूरो चीफ सुशांत ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से इस पूरे वीडियो को शेयर किया है, जिसमें स्पष्ट रूप से अशोक गहलोत को चेहरे से अपने मास्क को हटाते हुए देखा जा सकता है।
न्यूज 18 राजस्थान के आधिकारिक ट्विटर प्रोफाइल से भी इस वायरल वीडियो के साथ किए गए दावे का खंडन करते हुए पूरा वीडियो जारी किया गया है, जिसमें मुख्यमंत्री गहलोत को चेहरे पर मास्क लगे होने का एहसास होते ही उसे हटाकर चरणामृत लेते हुए देखा जा सकता है।
हिंदी न्यूज 18 की वेबसाइट पर रंजन दवे के नाम से लिखी रिपोर्ट में बताया गया है, ‘राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में सीएम गहलोत मास्क लगाए चरणामृत लेते दिखाई दे रहे हैं। वीडियो वायरल होने के बाद सीएम गहलोत ट्रोलर्स के निशाने पर आ गए। हालांकि, जो वीडियो वायरल हो रहा है, वह अधूरा है। अब कई ट्विटर हैंडल से पूरा वीडियो ट्वीट किया गया है।’
रिपोर्ट के मुताबिक, ‘दरअसल, प्रदेश के मुखिया अशोक गहलोत 2 दिन पहले जैसलमेर के रामदेवरा आए थे। जहां उन्होंने लोक देवता बाबा रामदेव मंदिर के समाधि के दर्शन किए थे। प्रदेश की खुशहाली और समृद्धि की कामना भी की थी। मंदिर समाधि के दर्शन करने के साथ पुजारी के द्वारा प्रसाद के रूप में गहलोत को चरणामृत दिया गया। दर्शन करने पहुंचे गहलोत ने मुंह पर मास्क लगा रखा था। ऐसे में चरणामृत को हाथ में लेने के साथ ही वह अपने मुंह के पास ले जाते हैं। मुंह पर मास्क लगा होने और चरणामृत को हाथों से मुंह तक ग्रहण किए जाने को लेकर गहलोत का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।’
विश्वास न्यूज ने इस रिपोर्ट को लिखने वाले जोधपुर के स्थानीय पत्रकार रंजन दवे से संपर्क किया। उन्होंने कहा, ‘सोशल मीडिया पर जिस वीडियो के जरिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को ट्रोल करने की कोशिश की जा रही है, वह वास्तव में अधूरा वीडियो है।’
उन्होंने कहा, ‘मुख्यमंत्री जैसलमेर के रामदेवरा आए थे, जहां उन्होंने लोक देवता रामदेव मंदिर के दर्शन किए थे और इसी दौरान पुजारी ने प्रसाद के तौर पर उन्हें चरणामृत दिया। हालांकि, प्रसाद ग्रहण करते वक्त उन्हें ध्यान नहीं रहा कि उन्होंने चेहरे पर मास्क लगा रखा है। जैसे ही उन्हें इसका एहसास हुआ, उन्होंने मास्क को हटाकर चरणामृत को ग्रहण किया।’ उन्होंने कहा कि कोविड की वजह से मास्क हमारी जीवनशैली का हिस्सा बन चुका है और कई बार हमें कुछ खाते या पीते वक्त इसका ध्यान नहीं रहता है।
निष्कर्ष: मास्क पहनकर मंदिर दर्शन के दौरान चरणामृत ग्रहण करने के दावे के साथ वायरल हो रहा अशोक गहलोत का वीडियो आधा-अधूरा है, जिसे दुष्प्रचार की मंशा से गलत दावे के साथ सोशल मीडिया पर साझा किया जा रहा है।
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