Fact Check: नेहरू की चिट्ठी का हवाला देते हुए गांधी जी की बातचीत का जिक्र कर रहे थे राहुल गांधी, वायरल वीडियो एडिटेड है

राहुल गांधी का वायरल हो रहा वीडियो क्लिप एडिटेड है। वह नेहरू की चिट्ठी का हवाला देते हुए उनकी और गांधी जी के बीच की बातचीत का जिक्र करते हैं, लेकिन वायरल क्लिप में इस संदर्भ को हटा दिया गया है, जिससे यह प्रतीत हो रहा है कि राहुल गांधी अपनी और महात्मा गांधी के बीच की सीधी बातचीत का हवाला देते हुए अपनी बात रख रहे हैं।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर राहुल गांधी के भाषण का एक छोटा वीडियो क्लिप वायरल हो रहा है, जिसमें उन्हें यह कहते हुए सुना जा सकता है कि उनकी किसी मसले पर गांधी जी से बात हो चुकी है। करीब 40 सेकेंड से अधिक के इस वीडियो को देखने और सुनने से यह प्रतीत हो रहा है कि राहुल गांधी ने महात्मा गांधी से बातचीत का हवाला देते हुए अपनी बात रखी।

विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा गलत और राहुल गांधी के खिलाफ दुष्प्रचार निकला। वायरल हो रहा वीडियो राहुल गांधी के पुराने भाषण का एक अंश है, जिसे संदर्भ से अलग कर शेयर किया जा रहा है। वास्तव में राहुल गांधी देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की एक चिट्ठी का हवाला दे रहे थे, जिसमें वह महात्मा गांधी के साथ अपने संवाद का जिक्र करते हुए अपनी बात रख रहे हैं। हालांकि, उनके भाषण के एडिटेड क्लिप को सुनने से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि राहुल गांधी अपनी और महात्मा गांधी के बीच हुई बातचीत का जिक्र रहे हैं।

क्या है वायरल?

फेसबुक यूजर ‘Political facts’ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ”इन्होंने गांधी जी से डायरेक्ट बात की है!
इन्होंने गांधी जी से डायरेक्ट बात की है! कि आखिर 15 अगस्त को भांग गाजे की दुकान आखिर बंद क्यों करवाते हो तुम 😜🤣।”

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो का स्क्रीनशॉट

कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो क्लिप को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।

पड़ताल

वायरल हो रहा वीडियो क्लिप 42 सेकेंड का है, जिसमें राहुल गांधी को यह कहते हुए सुना जा सकता है, ”…….इस मामले में मेरी गांधी जी के साथ बातचीत हुई। डिक्सशन हुआ। और मेरा पूरा मन और मेरी पूरी लॉजिक कह रही है कि इस मामले में गांधी जी गलत बोल रहे हैं और मैं सही बोल रहा हूं। मगर मैं जानता हूं…अंदर से जानता हूं कि मेरा दिमाग कह रहा है कि वो गलत हैं और मैं सही हूं। मगर मैं जानता हूं कि वो सही हैं और मैं गलत हूं।”

वीडियो देखकर ही यह समझ में आता है कि यह किसी भाषण का एक अंश है, जिसे जानबूझकर एडिटिंग की मदद से उसके मूल संदर्भ से अलग कर पेश किया जा रहा है। किसी भी चर्चित नेता के भाषण के क्लिप को इसी पैटर्न पर सोशल मीडिया पर दुष्प्रचार की मंशा से शेयर किया जाता रहा है।

वायरल वीडियो के की-फ्रेम्स को गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर पर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के आधिकारिक फेसबुक पेज से 26 फरवरी 2022 को शेयर किया हुआ पोस्ट मिला, जिसमें इस्तेमाल किया गया वीडियो का बैकग्राउंड वायरल वीडियो से मेल खाता है।

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के आधिकारिक फेसबुक पेज से शेयर किया गया राहुल गांधी के भाषण का वीडियो क्लिप

दी गई जानकारी के मुताबिक, राहुल गांधी का यह वीडियो गुजरात के द्वारका में दिए गए उनके भाषण का है, जब वे अपने संबोधन के दौरान नेहरू जी की चिट्ठी का जिक्र करते हुए बताते हैं, ‘चिट्ठी में नेहरू जी लिखते हैं- इस मामले पर मेरी गांधीजी के साथ बातचीत हुई, लेकिन मेरा मन कह रहा है कि इस मामले में गांधीजी गलत बोल रहे हैं, मैं सही बोल रहा हूं। मगर मैं जानता हूं कि वो सही हैं, मैं गलत हूं।’

कांग्रेस के वेरिफाइड यू-ट्यूब चैनल पर राहुल गांधी के भाषण का पूरा वीडियो 26 फरवरी 2022 को अपलोड किया गया है। जानकारी के मुताबिक, उनका यह भाषण गुजरात के द्वारका में आयोजित चिंतन शिविर का है।

59 मिनट 18 सेकेंड के वीडियो में 29.32 के फ्रेम से वीडियो को देखने पर वायरल क्लिप का पूरा संदर्भ स्पष्ट हो जाता है। राहुल गांधी कहते हैं, ‘….मेरे परदादा भी गांधी जी के साथ काम करते थे। मैंने उनकी एक चिट्ठी पढ़ी, जो वह गांधी जी के बारे में किसी को लिख रहे थे। आपको बात समझ में आ जाएगी। चिट्ठी में नेहरू जी लिखते हैं कि इस मामले में मेरी गांधी जी के साथ बातचीत हुई। डिक्सशन हुआ। और मेरा पूरा मन और मेरी पूरी लॉजिक कह रही है कि इस मामले में गांधी जी गलत बोल रहे हैं और मैं सही बोल रहा हूं। मगर मैं जानता हूं…अंदर से जानता हूं कि मेरा दिमाग कह रहा है कि वो गलत हैं और मैं सही हूं। मगर मैं जानता हूं कि वो सही हैं और मैं गलत हूं।’

अब तक की पड़ताल से यह स्पष्ट है कि राहुल गांधी नेहरू की लिखी किसी चिट्ठी का हवाला देते हुए गांधी जी के साथ उनकी बातचीत का जिक्र कर रहे हैं, न कि वह अपनी और महात्मा गांधी के बीच हुई सीधी बातचीत का उल्लेख कर रहे हैं।

वायरल वीडियो क्लिप को लेकर हमने यूपी कांग्रेस के प्रवक्ता अभिमन्यु त्यागी से संपर्क किया। उन्होंने कहा, ‘बीजेपी आईटी सेल के पास अपनी सरकार का काम बताने के लिए कुछ भी नहीं है, इसलिए ये विपक्ष के सबसे बड़े नेता राहुल गांधी जी को बदनाम करने में अपनी उर्जा लगाते हैं और लंबे समय से गांधी परिवार और कांग्रेस पार्टी के बारे में फर्जी खबरें और फर्जी वीडियो चलाते हैं। यह वीडियो भी एडिटेड है।’

इससे पहले भी राहुल गांधी के किसी भाषण के एक अंश को संदर्भ से अलग कर भ्रामक और गुमराहपूर्ण दावे के साथ शेयर किया जाता रहा है। विश्वास न्यूज की वेबसाइट पर ऐसे वायरल दावों की फैक्ट चेक रिपोर्ट को पढ़ा जा सकता है। वायरल वीडियो को शेयर करने वाले यूजर को फेसबुक पर 55 हजार से अधिक लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: स्पष्ट है कि राहुल गांधी का वायरल हो रहा वीडियो क्लिप एडिटेड है। वह नेहरू की चिट्ठी का हवाला देते हुए उनकी और गांधी जी के बीच की बातचीत का जिक्र करते हैं, लेकिन वायरल क्लिप में इस संदर्भ को हटा दिया गया है, जिससे यह प्रतीत हो रहा है कि राहुल गांधी अपनी और महात्मा गांधी के बीच की सीधी बातचीत का हवाला देते हुए अपनी बात रख रहे हैं।

False
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