Fact Check: राहुल गांधी ने नहीं दिया चीलों के बेरोजगार होने का बयान, वायरल वीडियो क्लिप फेक है

नरेंद्र मोदी सरकार में चीलों के बेरोजगार होने के दावे के साथ वायरल हो रहा राहुल गांधी का वीडियो क्लिप एडिटेड और फेक है, जिसे राजनीतिक दुष्प्रचार की मंशा से वायरल किया जा रहा है। सोशल मीडिया पर यह वीडियो अलग-अलग संदर्भ में विभिन्न मौकों पर वायरल होता रहा है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर राहुल गांधी के एक वायरल वीडियो क्लिप को लेकर दावा किया जा रहा है कि उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार की आलोचना करते हुए पिछले पांच सालों से देश में चीलों को रोजगार नहीं मिलने संबंधी बयान दिया।

विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि वायरल हो रहा वीडियो ऑल्टर्ड है, जिसे एडिट कर तैयार किया गया है और इसे राहुल गांधी के खिलाफ दुष्प्रचार की मंशा से शेयर किया जा रहा है।

क्या है वायरल?

सोशल मीडिया यूजर ‘Amresh Kumar’ ने वायरल वीडियो क्लिप (आर्काइव लिंक) को शेयर किया है, जिसमें राहुल गांधी को चीलों के बारे में बोलते हुए सुना जा सकता है।

कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो क्लिप को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।

पड़ताल

वायरल वीडियो में राहुल गांधी को यह कहते हुए सुना जा सकता है, “”…..मुझे एक बात समझाओ…यहां पर जो चील है…ये जो चील हैं, यहां पर क्यों उड़ रहे हैं। ये चील यहां क्या कर रहे हैं बताओ? कोई बता सकता है कि यहां पर जो चील हैं, वह यहां पर क्यों घूम रहे हैं….क्योंकि पिछले पांच सालों से उनको रोजगार नहीं मिल रहा है। इसका कारण नरेंद्र मोदी हैं, इसका कारण आरएसएस हैं, इसका कारण बीजेपी है।”

वायरल वीडियो में कही गई बातों के आधार पर की-वर्ड्स से सर्च में इंडियन नेशनल कांग्रेस के यूट्यूब चैनल पर दो साल पहले अपलोड किया हुआ वीडियो मिला। दी गई जानकारी के मुताबिक, यह वीडियो दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 के प्रचार के दौरान कोंडली में जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी के भाषण का है।

23.30 मिनट के वीडियो में 8.50 मिनट के फ्रेम से आगे सुनने के बाद हमें वायरल वीडियो क्लिप का पूरा संदर्भ मिल जाता है। बीजेपी और नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी कहते हैं, “…..पिछले पांच सालों में नरेंद्र मोदी ने 3 लाख 50 हजार करोड़ रुपये अनिल अंबानी और अडाणी जैसे लोगों को दिए हैं। ये आप समझिए कि क्यों दे पाए? ये इसलिए दे पाए कि आप लोगों को बांटा। आप लोग एक-दूसरे से लड़ते हो और आपकी जेब से पैसा निकालकर सीधा अडाणी की जेब में जाता है। आपको पता भी नहीं लगता कि आपका कितना पैसा अडाणी और अंबानी की जेब में जाता है।”

इसके बाद वह आसमान की तरफ इशारा करते हुए कहते हैं, “……अच्छा भैया मुझे एक बात बताओ…समझाओ कि ये जो चील हैं, यहां क्यों उड़ रहे हैं। ये चील यहां क्या कर रहे हैं, बताओ मुझे! कोई बता सकता है कि ये जो चील यहां पर घूम रहे हैं, यहां पर क्यों घूम रहे हैं?……ये जो गंदगी है, आप बताओ उसे हटाने के लिए कितने करोड़ रुपये लगेंगे? कितने लगेंगे बताओ? पांच करोड़, दस करोड़….देखो ये बच्ची कह रही है कि पांच करोड़..दस करोड़। ठीक है पचास करोड़ लग जाएंगे। नरेंद्र मोदी जी ने कुछ ही दिन पहले हिंदुस्तान के सबसे अमीर लोगों का एक लाख 30 हजार करोड़ रुपये टैक्स माफ किया है।”

स्पष्ट है कि उन्होंने चीलों का जिक्र गंदगी को हटाने के संदर्भ में दिया था, जबकि वायरल वीडियो में इसका जिक्र बेरोजगारी के संदर्भ में किया जा रहा है। सोशल मीडिया पर यह वीडियो क्लिप समय-समय पर अलग-अलग संदर्भ में वायरल होता रहा है। इससे पहले यह वीडियो गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के संदर्भ में वायरल हुआ था, तब विश्वास न्यूज ने इसकी जांच की थी, जिसकी फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।

वायरल वीडियो क्लिप को लेकर हमने उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता अभिमन्यु त्यागी से संपर्क किया था। उन्होंने इस वीडियो को फेक बताया था।

एडिटेड क्लिप को शेयर करने वाले यूजर को फेसबुक पर करीब 16 हजार लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: नरेंद्र मोदी सरकार में चीलों के बेरोजगार होने के दावे के साथ वायरल हो रहा राहुल गांधी का वीडियो क्लिप एडिटेड और फेक है, जिसे राजनीतिक दुष्प्रचार की मंशा से वायरल किया जा रहा है। सोशल मीडिया पर यह वीडियो अलग-अलग संदर्भ में विभिन्न मौकों पर वायरल होता रहा है।

False
Symbols that define nature of fake news
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