Fact Check: अयोध्या मेट्रो स्टेशन की वायरल तस्वीर वास्तविक नहीं, AI क्रिएटेड काल्पनिक तस्वीर है
उत्तर प्रदेश के अयोध्या मेट्रो स्टेशन के दावे के साथ वायरल तस्वीर वास्तविक नहीं, बल्कि एआई टूल की मदद से बनाई गई काल्पनिक तस्वीर है।
- By: Abhishek Parashar
- Published: Nov 1, 2023 at 06:36 PM
- Updated: Feb 27, 2024 at 04:03 PM
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा की तारीख की घोषणा के बाद सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसे लेकर दावा किया जा रहा है कि यह अयोध्या में बनने वाले मेट्रो स्टेशन की तस्वीर है, जिसके पहले लुक को जारी कर दिया गया है।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस दावे को गलत पाया। वायरल तस्वीर वास्तविक नहीं, बल्कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी एआई टूल की मदद से तैयार की गई है। अयोध्या में मेट्रो नेटवर्क शुरू करने की अभी तक कोई योजना सामने नहीं आई है।
क्या है वायरल?
विश्वास न्यूज के वॉट्सऐप टिपलाइन नंबर +91 9599299372 पर यूजर ने इस पोस्ट को भेजकर इसकी सच्चाई बताने का अनुरोध किया है।
सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर कई अन्य यूजर्स ने इस तस्वीर को समान दावे के साथ शेयर किया है। वहीं, कई अन्य यूजर्स ने इससे संबंधित अलग-अलग तस्वीरों को साझा किया है।
पड़ताल
न्यूज रिपोर्ट में हमें ऐसी कोई खबर नहीं मिली, जिसमें अयोध्या में मेट्रो को शुरू किए जाने की सूचना हो। सबसे हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के पर्यटन क्षेत्र को प्रोत्साहित करने के लिए उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन अयोध्या, वाराणसी और मथुरा में मेट्रो सेवा शुरू करने की योजना बना रहा है। साथ ही सरकार की योजना कोच्चि की तर्ज पर वाराणसी में मेट्रो सेवा को शुरू करने की है।
सभी रिपोर्ट में अयोध्या में मेट्रो की प्रस्तावित योजना का जिक्र है, न कि मेट्रो को शुरू किए जाने की घोषणा का। वायरल तस्वीर में नजर आ रहा एलिमेंट इसके क्रिएटेड होने की तरफ इशारा करता है। तस्वीर की प्रमाणिकता को चेक करने के लिए हमने एआई टूल की मदद ली, जिसमें इस तस्वीर के एआई से बने होने की संभावना 99.9% फीसदी निकली।
अतिरिक्त पुष्टि के लिए हमने एक अन्य टूल से इस तस्वीर को फिर से चेक किया, जिसमें इसके एआई से बने होने की संभावना 88.3% निकली।
रेल मंत्रालय के आधिकारिक एक्स हैंडल से अयोध्या रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की तस्वीरों को साझा किया गया है, जो श्री राम जन्मभूमि मंदिर की वास्तुकला से प्रेरित है और इसके तहत स्टेशन भवन, पार्किंग क्षेत्र, बाहरी जल आपूर्ति, बाहरी विद्युतीकरण के साथ स्टेशन भवन की पहचान का पुनर्निमाण शामिल है।
हमारी जांच से स्पष्ट है कि अयोध्या में प्रस्तावित मेट्रो स्टेशन के नाम पर वायरल तस्वीर एआई क्रिएटेड है। वायरल तस्वीरों को लेकर हमने एआई और मशीन लर्निंग पर काम करने वाले विशेषज्ञ अभिजीत पराशर से संपर्क किया। उन्होंने पुष्टि करते हुए बताया कि ये तस्वीरें AI टूल की मदद से बनाई गई हैं।
दैनिक जागरण के अयोध्या यूनिट के संपादकीय प्रभारी रमा शरण अवस्थी ने भी वायरल तस्वीर के साथ किए गए दावे को फेक बताते हुए कहा कि अयोध्या में मेट्रो की फिलहाल कोई योजना नहीं है और न ही इसका कोई ब्लूप्रिंट जारी किया गया है।
इससे पहले भी एक ऐसी ही तस्वीर वायरल हुई थी, जिसे लेकर दावा किया गया था कि यह अयोध्या एयरपोर्ट से राम मंदिर तक ले जाने वाली बस की तस्वीर है। विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस दावे को गलत पाया था, जिसकी फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।
न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक, रामजन्म भूमि तीर्थ ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने 22 जनवरी 2024 को प्राण प्रतिष्ठा की घोषणा की है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई गणमान्य लोगों को आमंत्रित किया गया है।
विश्वास न्यूज के AI चेक सेक्शन में एआई से संबंधित अन्य फैक्ट चेक रिपोर्ट्स को पढ़ा जा सकता है।
निष्कर्ष: उत्तर प्रदेश के अयोध्या मेट्रो स्टेशन के दावे के साथ वायरल तस्वीर वास्तविक नहीं, बल्कि एआई टूल की मदद से बनाई गई काल्पनिक तस्वीर है।
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