बिहार के किशनगंज में मंदिर में आग लगने की घटना को सांप्रदायिक रंग देकर भड़काऊ दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। संबंधित घटना दुर्घटनावश आग लगने की वजह से हुई, जिसमें एक मंदिर के साथ-साथ चार दुकानों को भी नुकसान पहुंचा।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर वायरल एक पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि बिहार के किशनगंज में समुदाय विशेष के लोगों ने दो मंदिरों में आग लगाकर उसे नुकसान पहुंचाया। दावा किया जा रहा है कि जिस इलाके में यह घटना हुई, वहां हिंदुओं की आबादी कम है, इसलिए मंदिरों को नुकसान पहुंचाया गया।
विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा गलत निकला, जिसे गलत मंशा के साथ सांप्रदायिक रूप से भड़काऊ दावे के साथ वायरल किया जा रहा है। किशनगंज के कोचाधामन थाना क्षेत्र के मस्तान चौक पर दुर्घटनावश आग लगी थी, जिसकी वजह से चार दुकानों और एक मंदिर को नुकसान हुआ। जिन लोगों को आर्थिक नुकसान हुआ, उन्हें मुआवजा देने की प्रक्रिया जारी है और साथ ही प्रभावित मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए प्रशासन और स्थानीय लोगों की भागीदारी से काम किया जा रहा है।
सोशल मीडिया यूजर ‘Ranjit Singh Rajput’ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, “राजद जदयू महा गठबंधन सरकार की तुष्टिकरण के कारण किशनगंज सहित सीमांचल बिहार के सभी जिले कश्मीर बनने के कगार पर हैं, आज मंदिर और घर जलाये गए हैं कल मज्जिदों से नारे लगेगें “यहाँ क्या चलेगा निजामे मुस्तफा” और एक दिन हत्या लूट बलात्कार के बाद हिन्दू खदेड़े भी जाएंगे क्योंकि यहाँ हिंदुओं को केवल जातिवाद की घृणित राजनीति से केवल भ्रष्टाचारियों को सत्ता में लाने के सिवाय कोई दूसरा काम नहीं भले बिहार में एक और कश्मीर तैयार हो जाये।”
कई अन्य यूजर्स ने इस पोस्ट को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है। ट्विटर पर भी कई यूजर्स ने इस घटना को समान सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर किया है।
दैनिक जागरण की रिपोर्ट के मुताबिक, “किशनगंज जिले के कोचाधामन प्रखंड स्थित बगलबाड़ी पंचायत मस्तान चौक पर बीती रात दुर्गा और हनुमान मंदिर में आग लगने का मामला सामने आया है। घटना में भगवान की मूर्ति सहित मंदिर जलकर नष्ट हो गया। आग लगने से मंदिर में स्थापित शिवलिंग और अन्य भगवान की मूर्तियां क्षत-विक्षत हो गईं। घटना में मंदिर के आसपास की दो-तीन दुकानें भी जलकर बर्बाद हो गई।”
रिपोर्ट के मुताबिक, इस घटना से आक्रोशित लोगों ने किशनगंज-बहादुरगंज पथ पर मस्तान चौक को जाम कर दिया। उनका आरोप था कि मंदिर में आग लगाई गई है।
अन्य रिपोर्ट्स में भी मंदिर में दुर्घटनावश आग के लगने का जिक्र है। हालांकि, स्थानीय लोगों ने मंदिर को नुकसान पहुंचाए जाने की मंशा के साथ जानबूझकर आग लगाए जाने का आरोप लगाया।
कई यूजर्स इस मामले में ऑप इंडिया की वेबसाइट पर छपी रिपोर्ट का स्क्रीनशॉट शेयर कर रहे हैं, जिसमें यह दावा किया गया था कि हिंदुओं की कम संख्या वाले किशनगंज जिले में दो मंदिरों को “फूंक” डाला गया। ऑप इंडिया ने अपनी ट्विटर हैंडल से इस खबर को शेयर किया था, जिसे बाद में डिलीट (आर्काइव लिंक) कर दिया गया। ऑप इंडिया ने अपनी वेबसाइट पर मौजूद रिपोर्ट को पुलिस के बयान के मुताबिक डिस्क्लेमर के साथ अपडेट किया है।
किशनगंज पुलिस ने मंदिर में आग लगाए जाने की घटना का खंडन करते हुए इस संबंध में अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी है। किशनगंज पुलिस अधीक्षक कार्यालय की तरफ से जारी बयान के मुताबिक, 12 मार्च 2023 को सुबह कोचाधामन थाना क्षेत्र के मस्तान चौक पर दुर्घटनावश आग लगने की घटना को पुलिस ने अग्निशमन दल के सहयोग से नियंत्रित कर लिया। इस घटना में चार दुकानों और एक मंदिर को नुकसान पहुंचा है।
पुलिस ने बताया कि संबंधित पीड़ित पक्ष को मुआवजा दिए जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और साथ ही मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए प्रशासन और स्थानीय लोगों की भागीदारी से कार्य कराया जा रहा है।
12 मार्च किशनगंज पुलिस की तरफ से जारी एक और विज्ञप्ति में दुर्घटनावश आग लगने की घटना का ही जिक्र है और साथ ही इस मामले में भ्रामक सूचना या अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
अतिरिक्त पुष्टि के लिए विश्वास न्यूज ने किशनगंज पुलिस के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के सीयूजी नंबर पर संपर्क किया। इस नंबर पर हमारी बात पुलिस उपाधीक्षक (पुलिस मुख्यालय) से हुई। उन्होंने बताया कि यह मामला दुर्घटनावश आग लगने का था। आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है। इस मामले को सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक रंग देकर साझा करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि अभी तक ऐसे किसी व्यक्ति के खिलाफ कोई मुकदमा नहीं हुआ है, लेकिन पुलिस इस मामले में नजर बनाए हुए हैं।
उन्होंने कहा कि पुलिस की तरफ से जारी बयान में भी लोगों से ऐसा नहीं करने की अपील की गई है, वरना उन्हें कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है।
वायरल पोस्ट को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर की प्रोफाइल से विचारधारा विशेष से प्रेरित सामग्री शेयर की जाती है।
निष्कर्ष: बिहार के किशनगंज में मंदिर में आग लगने की घटना को सांप्रदायिक रंग देकर भड़काऊ दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। संबंधित घटना दुर्घटनावश आग लगने की वजह से हुई, जिसमें एक मंदिर के साथ-साथ चार दुकानों को भी नुकसान पहुंचा।
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