Fact Check : ट्विटर पर नहीं हैं अजीत डोभाल, फेक है वायरल पोस्‍ट

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। अजीत डोभाल की तस्‍वीर और नाम का इस्‍तेमाल करके फर्जी ट्वीट तैयार किया गया।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया के विभिन्‍न प्‍लेटफार्म पर एक स्‍क्रीनशॉट वायरल हो रहा है। इस स्‍क्रीनशॉट को नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर अजीत डोभाल का ट्वीट समझकर सोशल मीडिया यूजर्स वायरल कर रहे हैं। इसमें उनकी तस्‍वीर और नाम का इस्‍तेमाल किया गया है। ट्वीट के स्‍क्रीनशॉट में यूपी के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ के भारत के प्रधानमंत्री बनने की कामना की गई है। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल ट्वीट के स्‍क्रीनशॉट की जांच की। यह फेक साबित हुआ। अजीत डोभाल ट्विटर पर सक्रिय नहीं हैं। उनका कोई अकाउंट नहीं है। कई बार पहले भी विश्‍वास न्‍यूज ऐसी पोस्‍ट की जांच कर चुका है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर आर रवि ने 29 जुलाई को एक ट्वीट का स्‍क्रीनशॉट पोस्‍ट किया। इसमें अजीत डोभाल की तस्‍वीर का इस्‍तेमाल किया गया। स्‍क्रीनशॉट में लिखा गया : ‘अगर भविष्‍य में योगी आदित्‍यनाथ जी भारत के प्रधानमंत्री बन जाएं तो ऐसे कितने लोग है जिन्‍हें खुशी होगी।’

फैक्ट चेक के उद्देश्य से पोस्ट के कंटेंट को यहां हूबहू लिखा गया है। इसे दूसरे यूजर्स भी अभी का मानकर वायरल कर रहे हैं। पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच ट्विटर सर्च से की। सबसे पहले वायरल स्क्रीनशॉट में लिखे ट्विटर आईडी IAjitDoval_IND को सर्च किया गया। इसमें लिखा हुआ है National security advisor fan (parody account)। मतलब साफ है कि यह एक पैरोडी अकाउंट है। इसका अजीत डोभाल से कोई संपर्क नहीं है। इसे अकाउंट को जून 2022 को बनाया गया। इसे 64 हजार से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं।

जांच के दौरान हमें वायरल ट्वीट 21 जुलाई की तारीख को मिला। इसे यहां देखा जा सकता है।

https://twitter.com/IAjitDoval_IND/status/1549937359914864642

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल के अगले चरण में अजीत डोभाल के असली ट्विटर हैंडल को सर्च करना शुरू किया, लेकिन हमें उनके नाम से कोई भी वेरिफाइड अकाउंट नहीं मिला। सर्च करने पर हमें MEAIndia की ओर से किया गया ट्वीट मिला। इसे 8 नवंबर 2021 को पोस्‍ट किया गया था। इसमें स्‍पष्‍ट करते हुए बताया गया कि नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर अजीत कुमार डोभाल का कोई अधिकारिक ट्विटर अकाउंट नहीं है। उनके नाम से बने फर्जी अकाउंट से सावधान रहने की सलाह दी जाती है।

विश्‍वास न्‍यूज पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए अजीत डोभाल के कार्यालय में संपर्क किया। वहां से जानकारी देते हुए बताया गया कि वायरल पोस्‍ट फेक है। ट्विटर पर उनका कोई हैंडल नहीं है।

अब बारी थी फर्जी पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच करने की। फेसबुक यूजर आर रवि के अकाउंट को एक हजार से ज्‍यादा लोग लाइक करते हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। अजीत डोभाल की तस्‍वीर और नाम का इस्‍तेमाल करके फर्जी ट्वीट तैयार किया गया।

False
Symbols that define nature of fake news
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