Fact Check: अजीत अंजुम के नाम से फेक ट्वीट का स्‍क्रीनशॉट फिर से हुआ वायरल

अजीत अंजुम के नाम से वायरल हो रहा स्‍क्रीनशॉट फेक है। उन्‍होंने इस तरह का कोई ट्वीट नहीं है। यह स्‍क्रीनशॉट पहले भी वायरल हो चुका है। उस समय भी उन्‍होंने इसे फर्जी बताया था।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। पत्रकार अजीत अंजुम के नाम से एक ट्वीट का स्‍क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है। यूजर्स इस स्‍क्रीनशॉट को शेयर कर अजीत अंजुम पर निशाना साध रहे हैं। इस स्‍क्रीनशॉट में अजीत अंजुम की फोटो लगी है और उनका नाम लिखा है। इसमें लिखा है कि “अगर 2022 के चुनाव में योगी आदित्‍यनाथ फिर से जीत जाएंगे तो वह पत्रकारिता छोड़कर दिल्‍ली के बल्‍लीमारान में वह चिकन-पकौड़े की दुकान खोल लेंगे।”

विश्‍वास न्‍यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि अजीत अंजुम के नाम से वायरल ट्वीट फर्जी है। उन्‍होंने इस तरह का कोई ट्वीट नहीं किया है। यह स्‍क्रीनशॉट पहले भी वायरल हो चुका है, जिसे अजीत अंजुम खुद फेक बता चुके हैं।

क्‍या है वायरल पोस्‍ट

ट्विटर यूजर विवेक पांडे ने 20 मार्च (आर्काइव लिंक) को यह स्‍क्रीनशॉट ट्वीट करते हुए लिखा है,

“कहा हो @ajitanjum क्यों ज्ञान दे रहे हो”

स्‍क्रीनशॉट पर 31 जनवरी 2022 की तारीख दी हुई है और इसमें लिखा है,

“अगर 2022 के चुनाव में उत्तरप्रदेश में योगी फिर से जीत गये तो मैं पत्रकारिता छोड़कर दिल्ली की बिल्लिमरान में चिकन पकौड़े की दुकान खोल लूंगा।”

https://twitter.com/VivekKumar_IND/status/1637764574220005376

फेसबुक यूजर ‘चौधरी सुदेश सिंह’ ने भी 25 मार्च को इस स्‍क्रीनशॉट (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है,

“ढूंढ के लाओ भाई इन महाशय को”

पड़ताल

वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले अजीत अंजुम के वेरिफाइड ट्विटर अकाउंट को सर्च किया। 6 अप्रैल (आर्काइव लिंक) को ट्विटर हैंडल से इस बारे में ट्वीट किया गया है। इसमें कई ट्विटर अकाउंट्स के स्‍क्रीनशॉट्स पोस्‍ट करते हुए लिखा गया है, “बीजेपी आईटी सेल के सदस्‍य एक फर्जी ट्वीट के सहारे उनके खिलाफ दुष्प्रचार करते रहते हैं। देश के अलग-अलग हिस्सों से हर रोज उनकी टाइमलाइन पर फर्जीवाड़ा फैला जाते हैं।”

अजीत अंजुम के यूट्यूब चैनल पर भी 6 अप्रैल को इस बारे एक वीडियो अपलोड किया गया है। इसमें भी इस ट्वीट को फेक बताया गया है।

ट्विटर एडवांस सर्च से हमें अजीत अंजुम द्वारा 5 फरवरी 2022 (आर्काइव लिंक) को किया गया ट्वीट मिला। इसमें भी उन्‍होंने वायरल स्‍क्रीनशॉट को फेक बताया था। साथ ही कुछ अन्‍य ट्वीट्स में उनके नाम से बने फेक अकाउंट्स की शिकायत की गई है।

इस बारे में हमने अधिक जानकारी के लिए हमने अजीत अंजुम से संपर्क किया। उन्‍होंने कहा, “यह फेक है। मैंने इस बारे में पहले भी कहा है कि यह फेक ट्वीट है।

इससे पहले भी विश्‍वास न्‍यूज की इस दावे की पड़ताल कर चुका है। पूरी रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।

फेक स्‍क्रीनशॉट शेयर करने वाले फेसबुक यूजर चौधरी सुदेश सिंह की प्रोफाइल को हमने स्‍कैन किया। इसके मुताबिक, वह मथुरा में रहते हैं और एक विचारधारा से प्रेरित हैं।

निष्कर्ष: अजीत अंजुम के नाम से वायरल हो रहा स्‍क्रीनशॉट फेक है। उन्‍होंने इस तरह का कोई ट्वीट नहीं है। यह स्‍क्रीनशॉट पहले भी वायरल हो चुका है। उस समय भी उन्‍होंने इसे फर्जी बताया था।

False
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट