Fact Check : सचिन की गिरफ्तारी का दावा फेक, वायरल तस्वीर AI जेनरेटेड 

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि सचिन तेंदुलकर की गिरफ्तार की वायरल तस्वीर को एआई टूल्स की मदद से बनाया गया है। बता दें कि सचिन तेंदुलकर को गिरफ्तार नहीं किया गया है। द हिंदू के नाम से वायरल रिपोर्ट का स्क्रीनशॉट एआई जेनरेटेड है।

Fact Check : सचिन की गिरफ्तारी का दावा फेक, वायरल तस्वीर AI जेनरेटेड 

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर सचिन तेंदुलकर को गिरफ्तार करने की एक तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है। तस्वीर को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि सचिन तेंदुलकर को गिरफ्तार कर लिया गया है। 

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा गलत है। इसे एआई टूल्स की मदद से बनाया गया है। बता दें कि सचिन तेंदुलकर को गिरफ्तार नहीं किया गया है। द हिंदू के नाम से वायरल रिपोर्ट का स्क्रीनशॉट एआई जेनरेटेड है।

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक यूजर ने वायरल पोस्ट को शेयर किया है। पोस्ट पर अंग्रेजी में लिखा हुआ है, ब्रेकिंग न्यूज – लगाए हुए आरोप हुआ साबित। क्या सचिन तेंदुलकर को हमेशा के लिए जेल होगी।

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

पड़ताल 

वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स से सर्च किया। हमें दावे से जुड़ी कोई न्यूज रिपोर्ट्स नहीं मिली, जिसमें सचिन तेंदुलकर की गिरफ्तार का जिक्र किया गया हो। पोस्ट में द हिंदू का स्क्रीनशॉट लगा हुआ है। हमने द हिंदू की वेबसाइट को भी खंगाला। हालांकि, हमें दावे से जुड़ी कोई जानकारी खबर वहां पर नहीं मिली।

वायरल तस्वीर को गौर से देखने पर हमने पाया कि फोटो में कई सारी गलतियां है जो कि अक्सर एआई निर्मित तस्वीरों में होती हैं। फोटो में देखा जा सकता है कि पुलिस वाले की गन होल्डर बंद है और सही से नहीं बना है और ना ही उसमें गन है। पुलिस वालों की वर्दी पर सितारे नहीं लगे हुए हैं और जो शख्स पीछे चश्मा पहनकर खड़ा है। उसकी आंखों की बनावट सही नहीं है। एक आंख ऊपर की तरफ है जबकि दूसरी नीचे की तरफ है। साथ ही पुलिसवालों की वर्दी पर लगा बैच क्लीर नहीं है। 

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने एआई टूल्स की मदद से तस्वीर को सर्च किया। हमने तस्वीर को हगिंग फेस एआई टूल पर सर्च किया। टूल ने तस्वीर को 96 फीसदी एआई निर्मित बताया है। 

हमने दूसरे एआई टूल का इस्तेमाल करते हुए तस्वीर को सर्च किया। हमने इज ईट एआई पर फोटो को अपलोड किया। टूल ने फोटो को 92 फीसदी तक एआई जेनरेटेड बताया है। 

इस बारे में एआई एक्सपर्ट अंश मेहरा का कहना है कि वायरल तस्वीर एआई जेनरेटेड है।

अधिक जानकारी के लिए हमने इस विषय में स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट और कमेंटेटर सैयद हुसैन से बात की। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा गलत है। यह तस्वीर एआई की मदद से बनाई गई है। सचिन तेंदुलकर को गिरफ्तार नहीं किया गया है। 

अंत में हमने फोटो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर ने प्रोफाइल पर ज्यादा जानकारी नहीं दी है। 

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि सचिन तेंदुलकर की गिरफ्तार की वायरल तस्वीर को एआई टूल्स की मदद से बनाया गया है। बता दें कि सचिन तेंदुलकर को गिरफ्तार नहीं किया गया है। द हिंदू के नाम से वायरल रिपोर्ट का स्क्रीनशॉट एआई जेनरेटेड है।

False
Symbols that define nature of fake news
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