Fact Check: चिनाब नदी पर बने पुल के दावे से शेयर हो रही यह तस्वीर AI निर्मित है, असली नहीं

विश्वास न्यूज ने जांच में पाया कि चिनाब नदी पर बने पुल के नाम से शेयर तस्वीर वास्तविक नहीं है, बल्कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से तैयार की गई है। यूजर फोटो को असली समझ के शेयर कर रहे हैं।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक तस्वीर शेयर की जा रही है, जिसमें एक बड़े पुल को देखा जा सकता है। अब कुछ यूजर्स इस फोटो को असली समझ के दावा कर रहे हैं कि यह कश्मीर के चिनाब रेल ब्रिज की तस्वीर है।

विश्वास न्यूज ने जांच में दावे को गलत पाया। असल में चिनाब रेल ब्रिज के नाम से वायरल तस्वीर असली नहीं है, बल्कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से बनाई गई है। जिसे लोग असली समझे के शेयर कर रहे हैं।

क्या है वायरल पोस्ट में ?

फेसबुक यूजर Raj Kumar ने 28 जुलाई 2024 को वायरल तस्वीर को शेयर किया है और लिखा है, “दुनिया का सबसे ऊंचा रेल पुल जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में बक्कल और कौरी के बीच स्थित है। चेनाब नदी पर बना यह मेहराबनुमा पुल पानी से 1,178 फीट ऊपर है, जो इसे पेरिस के एफिल टॉवर से भी ऊंचा बनाता है। दशकों के निर्माण के बाद, यह पुल 2024 में जनता के लिए खोल दिया जाएगा। अगर आपको ऊंचाई से डर लगता है, तो आपको चेनाब पुल से बचना चाहिए।”

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

सबसे पहले हमने संबंधित कीवर्ड से गूगल पर सर्च किया। हमें दावे से जुड़ी खबर दैनिक जागरण की वेबसाइट पर मिली। 21 जून 2024 को प्रकाशित खबर में बताया गया, दुनिया का सबसे ऊंचा आर्क पुल पर पहली बार ट्रेन चली और यह पुल चिनाब नदी के ऊपर बनाया गया है।”

वायरल दावे से जुड़ी अन्य न्यूज रिपोर्ट्स यहां देखी जा सकती है। इन न्यूज रिपोर्ट में दिख रही पुल की फोटो और वायरल तस्वीर से अलग है। अगर वायरल तस्वीर को ध्यान से देखें तो यह देखने में स्वाभाविक नजर नहीं आ रही है, जो इसके एआई से बने होने का संकेत देती है।

जांच को आगे बढ़ाते हुए हमने फोटो को एआई टूल हाइव मॉडरेशन पर अपलोड किया। इसमें तस्वीर के एआई से बने होने की संभावना 99.9 फीसदी आई है।

हमने तस्वीर को ‘ईज़ इट एआई’ के जरिए भी सर्च किया। यहां इसके 76.60 प्रतिशत AI निर्मित होने की संभावना दिखाई गई।

फोटो को हमने sightengine.com पर भी चेक किया। इसमें तस्वीर को 99 फीसदी एआई बताया गया है।

हमने वायरल तस्वीर को AI एक्सपर्ट अंश मेहरा के साथ शेयर किया। उन्होंने बताया, तस्वीर को एआई से बनाया गया है। तस्वीर देखने पर ही असली नहीं लग रही है।

हमने तस्वीर को एआई विशेषज्ञ अजहर माचवे के साथ भी शेयर किया। उन्होंने बताया कि यह एआई से बनी तस्वीर है। इसमें लाइटिंग और कलर सही नहीं है। तस्वीर में ट्रेन भी टूटी हुई है, जिससे साफ होता है कि तस्वीर असली नहीं है।

विश्वास न्यूज के एआई सेक्शन पर एआई और डीपफेक से जुड़ी रिपोर्ट्स को पढ़ा जा सकता है।

अंत में हमने तस्वीर को शेयर करने वाले यूजर को स्कैन किया। पता चला कि यूजर को 6 हजार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं। यूजर ने स्वयं को गोरखपुर का रहने वाला बताया है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने जांच में पाया कि चिनाब नदी पर बने पुल के नाम से शेयर तस्वीर वास्तविक नहीं है, बल्कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से तैयार की गई है। यूजर फोटो को असली समझ के शेयर कर रहे हैं।

False
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट