Fact Check : आर्मी वेलफेयर के अकाउंट की जानकारी को फर्जी दावे के साथ सोशल मीडिया पर किया जा रहा शेयर 

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में भारतीय सेना के नाम पर वायरल दावा भ्रामक पाया। यह पोस्ट सोशल मीडिया पर काफी समय से अलग-अलग दावे के साथ वायरल है। हमने पहले भी ऐसे ही दावे का फैक्ट चेक किया हुआ है। यह बैंक अकाउंट हाल-फिलहाल में नहीं खोला गया है, सरकार ने कई साल पहले सेना के परिवार को मदद करने के लिए खोला था। इसका अक्षय कुमार से कोई संबंध नहीं है।

नई दिल्ली, विश्वास न्यूज। सोशल मीडिया पर एक बैंक खाते की डिटेल तेजी से वायरल हो रही है, जिसे शेयर कर लोगों से रोजाना एक रुपए दान करने की अपील की जा रही है। इस पोस्ट को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि अक्षय कुमार के सुक्षाव पर कल कैबिनेट बैठक में मोदी सरकार ने भारतीय सेना के लिए यह बैंक खाता खोला है। इस खाते में आने वाले पैसों का इस्तेमाल अर्धसैनिक बलों के लिए हथियार खरीदने में किया जाएगा।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में वायरल दावा भ्रामक पाया। यह पोस्ट सोशल मीडिया पर काफी समय से अलग-अलग दावे के साथ वायरल है। हमने पहले भी ऐसे ही दावे का फैक्ट चेक किया हुआ है। यह बैंक अकाउंट हाल-फिलहाल में नहीं खोला गया है, सरकार ने कई साल पहले सेना के परिवार को मदद करने के लिए खोला था। इसका अक्षय कुमार से कोई संबंध नहीं है। 

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक यूजर प्रदीप भूटोरिया ने वायरल पोस्ट को शेयर किया है, जिसमें लिखा हुआ है- सुपरस्टार अक्षय कुमार के सुझाव पर मोदी सरकार का एक और अच्छा फैसला:*……..केवल एक रुपये का दैनिक भुगतान, वह भी भारतीय सेना के लिए।  मोदी सरकार ने कल कैबिनेट बैठक में भारतीय सेना और युद्ध क्षेत्र में घायल या शहीद हुए जवानों के आधुनिकीकरण के लिए एक बैंक खाता खोला.  जिसमें हर भारतीय अपनी पसंद की कितनी भी राशि दान कर सकता है।  जो 1 रुपये से शुरू होता है और असीमित है। इस पैसे का इस्तेमाल सेना और अर्धसैनिक बलों के लिए हथियार खरीदने में भी किया जाएगा।  मन की बात और फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्सएप पर लोगों के सुझाव और आज की ज्वलंत स्थिति के संबंध में अंतिम निर्णय लेते हुए, मोदी सरकार ने नई दिल्ली में आर्मी वेलफेयर फंड बैटल कैजुअल फंड अकाउंट *केनरा बैंक* खोला है। यह फिल्म स्टार अक्षय कुमार का मास्टर स्ट्रोक है।  जहां से भारत को सुपर पावर बनने से कोई नहीं रोक सकता।  अगर भारत की 130 करोड़ की आबादी का 70% भी इस फंड में हर दिन सिर्फ एक रुपया डाले, तो वह एक रुपया एक दिन में 100 करोड़ हो जाएगा।  30 दिनों में 3000 करोड़ और एक साल में 36000 करोड़।  36,000 करोड़ पाकिस्तान का सालाना रक्षा बजट भी नहीं है।  हम रोजाना 100 या 1000 रुपये फालतू के काम में खर्च करते हैं, लेकिन अगर हम सेना के लिए एक रुपया दे दें तो भारत निश्चित रूप से एक महाशक्ति बन जाएगा। आपका पैसा सीधे रक्षा मंत्रालय के सेना सहायता और युद्ध हताहत कोष में जमा किया जाएगा।  जो सैन्य सामग्री और सेना के जवानों के काम आएगा। इसलिए मोदी जी के इस अभियान से जुड़ें और सीधे सेना की मदद करें। हाय हाय कर पाकिस्तान, सड़क जाम करने और बयानबाजी से कुछ नहीं होगा।  मोदी और देश की जनता की सोच को अमल में लाएं और देश की सेना को मजबूत करें।  ताकि पाकिस्तान और चीन जैसे देश बिना किसी अन्य देश की मदद के अपनी स्थिति बता सकें।  बैंक विवरण नीचे दिया गया है। बैंक विवरण:केनरा बैंक* खाते का नाम: सेना कल्याण निधि युद्ध हताहत,* एसी नंबर:* *90552010165915* आईएफएससी कोड:* : SYNB0009055* साउथ एक्सटेंशन ब्रांच, नई दिल्ली*इस संदेश को हर जगह फैला दें ताकि सभी 130 करोड़ भारतीय अपने कर्तव्यों के बारे में जान सकें।  सभी समूह और व्यक्तिगत नं।  इन्हें भी भेजें। जय हिंद, वंदे मातरम जय जय श्री राम।

पोस्ट के आकाईव वर्जन को यहां देखें। इस पोस्ट को सोशल मीडिया पर अन्य यूजर मिलते-जुलते दावों के साथ शेयर कर रहे हैं।

पड़ताल 

वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स से सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें दावे से जुड़ी कोई विश्वसनीय न्यूज रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई। पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने अन्य कीवर्ड्स से सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें दावे से जुड़ा एक ट्वीट भारतीय सेना के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर मिला। भारतीय सेना ने 2 सितंबर 2016 को एक स्पष्टीकरण जारी करते हुए बताया है, वायरल हो रही बैंक डिटेल आर्मी वेलफेयर बैट्ल कैजुअल्टी नाम के बैंक अकाउंट की है। सरकार ने इस बैंक अकाउंट को भारतीय सेना के जवानों के लिए चंदा इकट्ठा करने के लिए खोला है। इसके जरिए सरकार युद्ध में घायल या शहीद हुए सैनिकों के परिवार की मदद करेगी।

पड़ताल के दौरान हमें 17 अक्टूबर 2016 को सरकार द्वारा जारी एक प्रेस रिलीज मिली। प्रेस रिलीज में भी बैंक डिटेल को लेकर यही जानकारी दी गई है। 

अधिक जानकारी के लिए हमने आर्मी पीआरओ सुधीर चमोली से संपर्क किया। उन्होने हमें वायरल दावा भ्रामक बताया।

हमने पहले भी इस दावे काा फैक्ट चेक किया है। इस फैक्ट चेक को आप इस लिंक पर क्लिक कर पढ़ सकते हैं।

पोस्ट को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर को फेसबुक पर एक हजार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं। यूजर फेसबुक पर मई 2011 से सक्रिय है। यूजर की प्रोफाइल पर दी गई जानकारी के मुताबिक, यूजर ग्रेटर नोएडा का रहने वाला है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में भारतीय सेना के नाम पर वायरल दावा भ्रामक पाया। यह पोस्ट सोशल मीडिया पर काफी समय से अलग-अलग दावे के साथ वायरल है। हमने पहले भी ऐसे ही दावे का फैक्ट चेक किया हुआ है। यह बैंक अकाउंट हाल-फिलहाल में नहीं खोला गया है, सरकार ने कई साल पहले सेना के परिवार को मदद करने के लिए खोला था। इसका अक्षय कुमार से कोई संबंध नहीं है।

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