Fact Check: बीच सड़क पर नमाज पढ़ते बच्चे का यह वीडियो कर्नाटक का नहीं, सांप्रदायिक दावे के साथ किया जा रहा वायरल

कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी की जीत के बाद सड़क के बीचो बीच नमाज पढ़ते बच्चे के दावे के साथ वायरल हो रहा वीडियो कर्नाटक का नहीं है। वायरल वीडियो खाड़ी देश संयुक्त अरब अमीरात के किसी शहर का है, जिसे कर्नाटक का बताकर भड़काऊ दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद सोशल मीडिया पर ऐसे कई वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिसमें एक समुदाय विशेष की ज्यादती के दावे के साथ वायरल किया जा रहा है। इसी संदर्भ में वायरल हो रहे एक वीडियो में एक बच्चे को बीच सड़क (-जेब्रा क्रॉसिंग) पर नमाज पढ़ते हुए देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि कर्नाटक में कांग्रेस की जीत के बाद मुस्लिम बच्चे ने बीच सड़क पर नमाज पढ़ी और उसकी वजह से ट्रैफिक को बदलना पड़ा।

हमने अपनी जांच में इस दावे को गलत पाया, जिसे समुदाय विशेष के खिलाफ दुष्प्रचार की मंशा से भड़काऊ दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। वायरल वीडियो क्लिप भारत से संबंधित नहीं है। खाड़ी देश के वीडियो को कर्नाटक के नाम पर गलत और भड़काऊ दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

गौरतलब है कि कर्नाटक चुनाव के नतीजे आने के बाद ऐसे कई वीडियो और तस्वीरों को वायरल किया गया है, जो समुदाय विशेष को निशाना बनाते हैं। विश्वास न्यूज के चुनावी फैक्ट चेक सेक्शन में ऐसी कई अन्य फैक्ट चेक रिपोर्ट्स को पढ़ा जा सकता है।

क्या है वायरल?

सोशल मीडिया यूजर ‘Baljit Singh’ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, “आज सुबह के कर्नाटक के सड़क के दृश्य का आनंद लेवे , सेक्युलर हिन्दू जरूर देखें । जो वोट दिया है उसका असर देखे । एक मुस्लिम बच्चे के कारण पूरी ट्रैफिक का रूट बदल जाता है , यह लोग संविधान को भी अपने तरीके से चलाते है बस कुछ समय बाद 40 % होने दो , फिर देखो क्या क्या करते है अभी वक्त है हिंदुओ जागो , आगे आने वाली विकराल समस्या को भी जानने की कोशिश करो !! , क्या तुम्हारा भविष्य है मोदी,योगी को गाली देते रहना जो आने वाले तुम्हारी पीढ़ी को बचाने में जुटा है , खानग्रेस को समर्थन कर अपने कल को अंधेरे में मत धकेले ।।”

कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है। ट्विटर पर भी कई यूजर्स ने इस वीडियो को समान दावे के साथ शेयर किया है।

विश्वास न्यूज के वॉट्सऐप टिपलाइन नंबर +91 9599299372 पर कई यूजर्स ने इस वायरल ट्वीट के स्क्रीनशॉट को भेजकर इसकी सच्चाई बताने का अनुरोध किया है।

विश्वास न्यूज के टिपलाइन पर भेजा गया अनुरोध

पड़ताल

वायरल वीडियो में बीच सड़क पर एक बच्चे को नमाज पढ़ते हुए देखा जा सकता है। सोशल मीडिया सर्च में हमें यह वीडियो कई यूजर्स की प्रोफाइल पर मिला, जिसे पहले भी शेयर किया जा चुका है। दिवंगत तारेक फतेह की प्रोफाइल पर हमें वायरल वीडियो का थोड़ा अधिक लंबा वर्जन मिला, जिसे उन्होंने 17 जनवरी 2023 को अपनी प्रोफाइल से पाकिस्तान का बताकर शेयर किया था।

वायरल वीडियो के की-फ्रेम्स में एक में हमें सड़क किनारे डिलीवरी ब्वॉय और उसकी मोटरसाइकल नजर आई, जिस पर डिलीवरी करने वाली कंपनी का लोगो नजर आ रहा है। इसे सर्च करने पर हमें पता चला कि यह तलाबत कंपनी का लोगो है। नीचे दिए गए कोलाज में इसे स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है।

तलाबत डॉटकॉम की जानकारी के मुताबिक, यह संयुक्त अरब अमीरात में दुबई, अबू धाबी समेत कई शहरों और खाड़ी के देशों में अपनी सेवा देता है।

अभी तक की हमारी जांच से स्पष्ट है कि वायरल हो रहा वीडियो कर्नाटक का नहीं, बल्कि किसी अन्य देश का है। अन्य की-फ्रेम्स के साथ किए गए रिवर्स इमेज सर्च में हमें यह वीडियो ‘Ajom75uddin’ की फेसबुक प्रोफाइल पर लगा मिला, जिसे उन्होंने 29 अगस्त को शेयर किया है।

संयुक्त अरब अमीरात के अबू धाबी में रहने वाले फेसबुक यूजर की प्रोफाइल से साझा किया गया वीडियो

प्रोफाइल में दी गई जानकारी के मुताबिक, वह संयुक्त अरब अमीरात के दुबई में रहते हैं। इस वीडियो के वास्तविक लोकेशन की पुष्टि के लिए हमने उनसे संपर्क किया है। उनका जवाब आने पर इस स्टोरी को अपडेट किया जाएगा।

विश्वास न्यूज स्वतंत्र रूप से वायरल वीडियो के वास्तविक लोकेशन की पुष्टि नहीं करता है, लेकिन हम इस बात की पुष्टि करते हैं कि यह वीडियो कर्नाटक का नहीं है। वायरल वीडियो को लेकर हमने बेंगलुरु स्थित टीवी पत्रकार यासिर खान से संपर्क किया। उन्होंने पुष्टि करते हुए बताया, “यह वीडियो कर्नाटक का नहीं है।”

वायरल वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर की प्रोफाइल से विचारधारा विशेष से प्रेरित सामग्री शेयर की जाती है। इससे पहले ऐसे ही एक वायरल वीडियो को लेकर दावा किया गया था कि कर्नाटक में कांग्रेस की जीत के बाद भटकल में पाकिस्तान का झंडा लहराया गया। विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस दावे को गलत पाया था , जिसकी फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है। साथ ही, कर्नाटक विधानसभा चुनाव से संबंधित संदिग्ध वायरल दावों की फैक्ट चेक रिपोर्ट्स को विश्वास न्यूज की विशेष सीरीज ‘चुनाव फैक्ट चेक’ में पढ़ा जा सकता है। 

गौरतलब है कि कर्नाटक विधानसभा की 224 सीटों के लिए 10 मई को मतदान हुआ था, जिसके नतीजे 13 मई को आए थे। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, कर्नाटक में कांग्रेस को कुल 135 सीटें मिली हैं, वहीं भारतीय जनता पार्टी को 66 और जनता दल (सेक्युलर) को मात्र 19 सीटें मिली हैं।

Source-ECI

निष्कर्ष: कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी की जीत के बाद सड़क के बीचो बीच नमाज पढ़ते बच्चे के दावे के साथ वायरल हो रहा वीडियो कर्नाटक का नहीं है। वायरल वीडियो खाड़ी देश संयुक्त अरब अमीरात के किसी शहर का है, जिसे कर्नाटक का बताकर भड़काऊ दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

False
Symbols that define nature of fake news
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