निष्कर्ष: लंदन की कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में भारतीय समाज में हिंसा और अहिंसा को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब नहीं दे पाने के दावे के साथ वायरल हो रहा राहुल गांधी का वीडियो क्लिप एडिटेड व ऑल्टर्ड है। जब उनसे यह सवाल पूछा गया तो उन्होंने अपनी निजी भावनाओं (राजीव गांधी की हत्या के संदर्भ) का जिक्र करते हुए उस सवाल का जवाब (थोड़ी देर की खामोशी के बाद) दिया था। यह दावा गलत और दुष्प्रचार है कि वे इस सवाल का जवाब नहीं दे पाए।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर राहुल गांधी का एक वीडियो क्लिप वायरल हो रहा है, जिसमें एक पूछे गए सवाल का जवाब देने के दौरान उन्हें लंबा पॉज या विराम लेते हुए देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि जब राहुल गांधी से एक सार्वजनिक मंच पर जब सवाल पूछा गया, तो वह उसका जवाब नहीं दे पाए।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि वायरल हो रहा वीडियो क्लिप एडिटेड और ऑल्टर्ड है। वायरल वीडियो क्लिप राहुल गांधी की एक साल पुरानी उनकी लंदन यात्रा के दौरान कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में आयोजित एक कार्यक्रम का है, जिसमें राहुल गांधी वक्ता थे और जब उनसे भारतीय समाज में हिंसा और अहिंसा के बारे में पूछा गया था, तब वे थोड़ी देर के लिए शांत हो गए थे और इसके बाद अपनी निजी भावनाओं (राजीव गांधी की हत्या का संदर्भ) का जिक्र करते हुए उसका जवाब दिया था। वायरल वीडियो क्लिप में (थोड़ा समय लेकर) उनके जवाब देने वाले हिस्से को शामिल नहीं किया गया है, जिससे यह प्रतीत हो रहा है, वह पूछे गए सवाल का जवाब नहीं दे पाए।
विश्वास न्यूज के टिपलाइन नंबर +91 95992 99372 पर कई यूजर ने इस घटना से संबंधित वीडियो को भेजकर इसकी सच्चाई बताने का आग्रह किया है।
सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।
वायरल वीडियो 51 सेकेंड का है और जब राहुल गांधी से अंग्रेजी में पूछा जाता है, (“How have you envisioned the compact between violence and non-violence in Indian society?”) “आप भारतीय समाज में हिंसा और अहिंसा के बीच किस तरह के तालमेल की कल्पना करते हैं?”, तो जवाब में राहुल गांधी थोड़ी देर के लिए शांत हो जाते हैं।
वायरल वीडियो क्लिप उतना ही लंबा है, जिसमें पूछे गए सवाल के बाद बस राहुल गांधी की खामोशी नजर आती है। साफ है कि यह वीडियो क्लिप मूल क्लिप का एक एडिटेड अंश है, जिसे उसके संदर्भ से अलग कर शेयर किया जा रहा है।
चुनावी दुष्प्रचार का यह सर्वाधिक प्रचलित तरीका है, जिसमें मशहूर व्यक्तियों और नेताओं के भाषण या संवाद के एक अंश को उसके संदर्भ से अलग कर शेयर किया जाता है, जिससे उसके मायने-मतलब बदल जाते हैं। विश्वास न्यूज के चुनावी चेक सेक्शन में ऐसे अन्य वायरल क्लिप की फैक्ट चेक रिपोर्ट को पढ़ा जा सकता है।
वायरल वीडियो क्लिप के आधार पर की-वर्ड सर्च करने पर हमें ऐसी कई पुरानी रिपोर्ट्स मिली, जिसमें इस घटना का जिक्र है। इंडिया टुडे की 26 मई 2022 की रिपोर्ट के मुताबिक, यह वीडियो कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में राहुल गांधी के एक कार्यक्रम का है।
इस कार्यक्रम के दौरान जब महिला मॉडरेटर राहुल गांधी से सवाल पूछती हैं, “(“How have you envisioned the compact between violence and non-violence in Indian society?”) “आप भारतीय समाज में हिंसा और अहिंसा के बीच किस तरह के तालमेल की कल्पना करते हैं?”, तो थोड़ी देर के लिए राहुल गांधी शांत हो जाते हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, वह कहते हैं, “आ…..मैं सोचता हूं, कि जो शब्द मेरे मन में आ रहा है वह है क्षमा…..यह बिल्कुल सटीक तो नहीं…यह आप जानते हैं।” वह थोड़ी देर के लिए खामोश होते हैं और फिर दर्शक ताली बजाते हैं, जिस पर राहुल गांधी कहते हैं, “मैं सोच रहा हूं…..!” फिर मॉडरेटर कहती हैं, “मेरा इरादा आपको खामोश कर देना नहीं था, लेकिन मुझे दुख है कि ऐसा किसी ने आपसे पहले नहीं पूछा!” और इसके जवाब में राहुल गांधी कहते हैं, “नहीं…नहीं, आपने मुझे निरुत्तर नहीं किया। मैं और गहराई से इसका जवाब देने की कोशिश कर रहा था।”
कई अन्य रिपोर्ट्स में भी इसका जिक्र है।
सर्च में हमें इस कार्यक्रम का ऑरिजिनल और फुल वीडियो क्लिप एनडीटीवी के वेरिफाइड यू-ट्यूब चैनल पर मिला, जिसे 25 मई 2022 को अपलोड किया गया है।
वीडियो को 31.30 मिनट के फ्रेम से देखने पर वायरल क्लिप का संदर्भ स्पष्ट हो जाता है, जब मॉडरेटर, राहुल गांधी से गांधी के विचारों के संदर्भ में भारतीय समाज में हिंसा और अहिंसा को लेकर राहुल गांधी से सवाल पूछती हैं। और इसका जवाब (जैसा कि ऊपर जिक्र किया गया है) देते हुए राहुल गांधी आगे कहते हैं, “….उनके जीवन की सबसे बड़ी सीख उनके पिता की मृत्यु है।” स्पष्ट है कि राहुल गांधी पूछे गए सवाल के जवाब में थोड़ी देर के लिए खामोश हो गए थे और उन्होंने अपने निजी जिंदगी के अनुभवों का जिक्र करते हुए उसका जवाब दिया था।
सर्च में हमें रणदीप सिंह सुरजेवाला का भी एक्स पर किया हुआ पोस्ट मिला, जिसमें उन्होंने इस वीडियो क्लिप को लेकर पलटवार किया था।
वायरल वीडियो क्लिप को लेकर हमने उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता अभिमन्यु त्यागी से संपर्क किया। उन्होंने कहा, “यह राहुल गांधी के खिलाफ दुष्प्रचार का गंदा तरीका है। वह हिंसा के भुक्तभोगी रहे हैं और जब उनसे हिंसा और अहिंसा को लेकर सवाल पूछा गया तो वह थोड़ी देर के लिए खामोश हो गए थे और इसकी वजह उनका निजी नुकसान (पिता और दादी की हत्या) था।”
राहुल गांधी से संबंधित अन्य ऐसे एडिटेड क्लिप की फैक्ट चेक रिपोर्ट्स को यहां क्लिक कर पढ़ा जा सकता है।
निष्कर्ष: लंदन की कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में भारतीय समाज में हिंसा और अहिंसा को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब नहीं दे पाने के दावे के साथ वायरल हो रहा राहुल गांधी का वीडियो क्लिप एडिटेड व ऑल्टर्ड है। जब उनसे यह सवाल पूछा गया तो उन्होंने अपनी निजी भावनाओं (राजीव गांधी की हत्या के संदर्भ) का जिक्र करते हुए उस सवाल का जवाब (थोड़ी देर की खामोशी के बाद) दिया था। यह दावा गलत और दुष्प्रचार है कि वे इस सवाल का जवाब नहीं दे पाए।
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