सऊदी अरब के अल-उला शहर में पहाड़ों के बीचोंबीच बने टेनिस कोर्ट की तस्वीर वास्तविक नहीं, बल्कि काल्पनिक है, जिसे डिजिटल टूल की मदद से तैयार किया गया है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर सऊदी अरब के अल-उला शहर में बने टेनिस कोर्ट की एक तस्वीर वायरल हो रही है। तस्वीर में पहाड़ के नीचे बने इस कोर्ट को लेकर दावा किया जा रहा है कि ऐसे कोर्ट का निर्माण केवल सऊदी राजशाही में ही किया जा सकता है।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस दावे को गलत पाया। वायरल तस्वीर किसी वास्तविक कोर्ट की नहीं है, बल्कि काल्पनिक है, जिसे एआई टूल की मदद से बनाया गया है। इसी काल्पनिक डिजाइन को यूजर्स सऊदी अरब में बने वास्तविक टेनिस कोर्ट का बताकर शेयर कर रहे हैं।
सोशल मीडिया यूजर ‘Dammam Dammam Hai YaaR’ ने वायरल तस्वीर (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, “A scene you will only see in the Kingdom of Saudi Arabia ❤️🇸🇦
Tennis court, Al-Ula.”
कई अन्य यूजर्स ने इस तस्वीर को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।
जांच के पहले चरण में हमने एआई टूल से बनी तस्वीरों की पहचान करने वाले टूल की मदद ली। जांच में इस तस्वीर के एआई से बने होने की संभावना 98.8% व्यक्त की गई।
जांच के दूसरे चरण में हमने रिवर्स इमेज सर्च की मदद ली। सर्च में यह तस्वीर ‘@MybeautifulKSA’ नामक वेरिफाइड ट्विटर हैंडल पर लगी मिली, जिसे सात जुलाई को शेयर किया गया है।
दी गई जानकारी के मुताबिक, यह तस्वीर अल-उला शहर के लिए टेनिस कोर्ट की काल्पनिक तस्वीर है।
सोशल मीडिया सर्च में यह तस्वीर हमें norahdesignco नामक यूजर्स की प्रोफाइल पर लगी मिली, जिसे उन्होंने 23 जून को शेयर किया है। प्रोफाइल में दी गई जानकारी के मुताबिक, वह डिजिटल आर्टिस्ट हैं और उन्होंने भविष्य के लिए अल-उला शहर में पहाड़ के बीच बनने वाले टेनिस कोर्ट की कॉन्सेप्ट डिजाइन को तैयार किया है।
इस प्रोफाइल पर हमें ऐसी कई तस्वीरें मिली, जिसे डिजिटल टूल की मदद से बनाया गया है।
वायरल तस्वीर को लेकर हमने गल्फ न्यूज के पूर्व संपादक बॉबी नकवी से संपर्क किया। उन्होंने पुष्टि करते हुए बताया कि यह किसी वास्तविक कोर्ट की तस्वीर नहीं है। उन्होंने कहा कि अल-उला शहर में बने टेनिस कोर्ट के नाम पर वायरल हो रही यह तस्वीर डिजिटली क्रिएटेड है।
एआई टूल के बढ़ते इस्तेमाल के बीच सोशल मीडिया पर इससे बनी तस्वीरों को फेक और भ्रामक दावों के साथ साझा किया जाता रहा है। इससे पहले कई अन्य मशहूर राजनीतिक शख्सियतों की तस्वीरों को फेक दावे के साथ वायरल किया जा चुका है, जिसकी फैक्ट चेक रिपोर्ट को विश्वास न्यूज की एआई-चेक में पढ़ा जा सकता है।
कुछ दिनों पहले एआई टूल से बनी एक ऐसी ही तस्वीर को सोशल मीडिया पर शेयर कर अमेरिकी रक्षा मंत्रालय मुख्यालय पेंटागन पर हमले का दावा किया गया था। विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस दावे को फेक पाया था, जिसकी फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।
वायरल तस्वीर को फेक दावे के साथ शेयर करने वाले पेज को फेसबुक पर करीब तीन लाख लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: सऊदी अरब के अल-उला शहर में पहाड़ों के बीचोंबीच बने टेनिस कोर्ट की तस्वीर वास्तविक नहीं, बल्कि काल्पनिक है, जिसे डिजिटल टूल की मदद से तैयार किया गया है।
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