मध्य प्रदेश के रीवा में हुई पुरानी घटना के वीडियो को दिल्ली के शाहबाद डेयरी में हुई हत्या के मामले के बाद सांप्रदायिक रंग देकर वायरल किया जा रहा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। दिल्ली के शाहबाद डेयरी में नाबालिग लड़की की हत्या का मामला सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में एक युवक को महिला को निर्ममतापूर्वक पीटते हुए देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि इस वीडियो में लड़की के साथ क्रूरतापूर्ण हिंसक बर्ताव कर रहा व्यक्ति मुस्लिम समुदाय से है, जबकि पीड़िता हिंदू समुदाय की है।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस दावे को गलत पाया। वायरल वीडियो मध्य प्रदेश के रीवा में हुई पुरानी घटना का है, जिसमें पीड़िता और आरोपी दोनों ही हिंदू थे। इसी पुरानी घटना के वीडियो को हिंदू-मुस्लिम का रंग देकर भड़काऊ सांप्रदायिक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
सोशल मीडिया यूजर ‘Dinesh Gupta Ghaziabad’ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, “एक और पापा की परी अब्दुल्ला पंचर वाले की चपेट में । सभी लड़कियां एक बात समझ लें, प्यार के चक्कर में माता पिता को धोखा ना दें । 🥺😰😣😭😢🙏🏻। जिन पापा की परियों को अब्दुल से प्यार करना हो वो देख ले की मुंह पर इतने जोर की लात खा सकती है या नहीं।”
सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर भी कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।
यह पहली बार नहीं है, जब यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ हो। इससे पहले भी इस वीडियो को सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर किया गया था, तब विश्वास न्यूज ने इसकी पड़ताल की थी।
हमने अपनी जांच में पाया था कि यह वीडियो मध्य प्रदेश के रीवा में हुई घटना का था, जिसमें शादी से इनकार करने पर पंकज त्रिपाठी नाम के आरोपी युवक ने अपनी प्रेमिका के साथ क्रूरता की थी। दोनों एक ही समुदाय से थे और घटना के सामने आने के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था।
25 दिसंबर 2022 की जागरण की रिपोर्ट के मुताबिक, मध्य प्रदेश के रीवा में प्रेमिका ने अपने प्रेमी से शादी करने की बात की थी, जिसके बाद प्रेमी इतना भड़क गया कि उसने बीच सड़क पर अपनी प्रेमिका को बुरी तरह से पीट डाला। मारपीट का यह वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ था।
रीवा कलेक्टर के आधिकारिक ट्विटर प्रोफाइल से 25 दिसंबर को इस मामले के आरोपी पर हुई कार्रवाई के बारे में भी जानकारी दी गई थी।
वायरल दावे को लेकर विश्वास न्यूज ने रीवा एसपी कार्यालय से संपर्क किया था। उन्होंने हमें बताया था कि इस मामले में युवक और युवती दोनों ही हिंदू थे और इस मामले में कोई भी सांप्रदायिक पहलू शामिल नहीं था।
विश्वास न्यूज की पुरानी फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।
निष्कर्ष: मध्य प्रदेश के रीवा में हुई पुरानी घटना के वीडियो को दिल्ली के शाहबाद डेयरी में हुई हत्या के मामले के बाद सांप्रदायिक रंग देकर वायरल किया जा रहा है।
सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्यम से भी सूचना दे सकते हैं।