विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि छत्तीसगढ़ की वायरल खबर हाल-फिलहाल की नहीं, बल्कि तकरीबन 3 साल पुरानी है। साल 2020 में छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सली समर्थक के आरोप में बीजेपी नेता जगत पुजारी को गिरफ्तार किया गया था, जिसे अब गलत संदर्भ में शेयर किया जा रहा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में हाल ही में हुए एक नक्सली हमले में 11 जवान शहीद हो गए। इसी से जोड़कर सोशल मीडिया पर एक खबर का स्क्रीनशॉट तेजी से वायरल हो रहा है, जिस पर लिखा हुआ है- छत्तीसगढ़ नक्सली हमले में 2 BJP नेता गिरफ्तार, नक्सलियों की मदद करने के लिए खरीदा था ट्रैक्टर। यूजर्स इस खबर को हालिया घटना का बताते हुए शेयर कर रहे हैं।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल खबर हाल-फिलहाल की नहीं, बल्कि तकरीबन 3 साल पुरानी है। साल 2020 में छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सली समर्थक के आरोप में बीजेपी नेता जगत पुजारी को गिरफ्तार किया गया था, जिसे अब गलत संदर्भ में शेयर किया जा रहा है।
फेसबुक यूजर श्रवण वर्मा ने 29 अप्रैल 2023 को वायरल स्क्रीनशॉट को शेयर किया है। यूजर ने कैप्शन में लिखा है, “हर देश विरोधी गतिविधि में बीजेपी वाले ही पाए जाते हैं, फिर भी ये खुद को राष्ट्रवादी कहते हैं।”
पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखा जा सकता है।
वायरल खबर के बारे में जानने के लिए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स से सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें यह खबर अमर उजाला की वेबसाइट पर 14 जून 2020 को प्रकाशित मिली। रिपोर्ट के अनुसार, छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में माओवादी समर्थक होने के आरोप में एक स्थानीय भाजपा नेता और एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। जिले के पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने पीटीआई को बताया कि जगत पुजारी और रमेश उसेंडी (32) नाम के आरोपियों को शनिवार को कथित रूप से एक हार्डकोर नक्सली को ट्रैक्टर मुहैया कराते वक्त गिरफ्तार किया गया था।
पड़ताल के दौरान एक अन्य रिपोर्ट 14 जून 2020 को नवभारत टाइम्स की वेबसाइट पर प्रकाशित मिली। रिपोर्ट में मौजूद जानकारी के मुताबिक, “बारसूर गांव के मूल निवासी पुजारी भाजपा की दंतेवाड़ा जिला इकाई के उपाध्यक्ष हैं। इस मामले को लेकर पुलिस का कहना है कि गोपनीय सूचना मिली थी कि अबूझमाड़ क्षेत्र से कुछ नक्सलियों ने माओवादियों की इंद्रावती क्षेत्र समिति में सक्रिय मिलिशिया कमांडर-इन-चीफ अजय आलमी को कुछ चीजें खरीदने के लिए पैसे दिए हैं। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई की। पुलिस ने क्षेत्र में पुजारी समेत कुछ संदिग्धों पर नजर रखी। पुलिस ने बारसूर-चित्रकोट मार्ग पर एक नयी खरीदी गई ट्रैक्टर ट्रॉली को देखा और पड़ोसी नारायणपुर जिले में ओरछा क्षेत्र के निवासी उसेंडी को उस समय पकड़ा, जब वह नक्सलियों को वाहन देने के लिए कथित तौर पर जा रहा था।’’
अन्य न्यूज वेबसाइट की खबरों को यहां पर पढ़ा जा सकता है।
अधिक जानकारी के लिए हमने तेवाड़ा जिला के पत्रकार शैलेंद्र कुमार से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया, “वायरल दावा भ्रामक है। यह खबर हाल-फिलहाल की नहीं, बल्कि तकरीबन तीन साल पुरानी है। अब जगत पुजारी बीजेपी में नहीं है। इनको आरोपों के चलते गिरफ्तार किया गया था,लेकिन बाद में उन्हें बेल मिल गई थी। अब यह जेल से बाहर है।”
पड़ताल के अंत में हमने वायरल पोस्ट को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के पेज को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर के 4 हजार 4 सौ फॉलोअर्स और 4,412 मित्र हैं। प्रोफाइल पर मौजूद जानकारी के मुताबिक, यूजर दिल्ली का रहने वाला है। यूजर की पोस्ट को स्कैन करने पर हमने पाया कि यूजर एक विचारधारा से प्रभावित है।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि छत्तीसगढ़ की वायरल खबर हाल-फिलहाल की नहीं, बल्कि तकरीबन 3 साल पुरानी है। साल 2020 में छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सली समर्थक के आरोप में बीजेपी नेता जगत पुजारी को गिरफ्तार किया गया था, जिसे अब गलत संदर्भ में शेयर किया जा रहा है।
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