Fact Check : नुक्कड़ नाटक के एक सीन को सच मानकर वायरल कर दिया लोगों ने

नुक्‍कड़ नाटक के एक सीन से जुड़ी क्लिप को वायरल किया जा रहा है। इसे सच मानकर कई यूजर्स वायरल कर रहे हैं।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया के अलग-अलग प्‍लेटफार्म पर 10 सेकंड की एक वीडियो क्लिप वायरल हो रही है। इसमें एक युवक को एक युवती के चेहरे पर बोतल से कुछ फेंकते हुए देखा जा सकता है। सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स इस वीडियो को सच समझकर वायरल कर रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि एक लड़के ने लड़की के ऊपर तेजाब डाल दिया।

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल क्लिप की जांच की। दावा भ्रामक साबित हुआ। दरअसल नुक्‍कड़ नाटक के एक सीन से जुड़ी क्लिप को वायरल किया जा रहा है। इसे सच मानकर कई यूजर्स वायरल कर रहे हैं।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक पेज MAHI LITE ने 7 अगस्‍त को एक वीडियो क्लिप को पोस्‍ट किया। इसके ऊपर लिखा गया लड़की के लिए शेयर करो यार। आपके भी घर में बहन होगा। लड़की के ऊपर तेजाब डाल दिया। ऐसा लड़कों के साथ क्‍या करना चाहिए। आप ही लोग बताओ भाइयो।

पोस्‍ट को सच मानकर दूसरे यूजर भी इसे शेयर कर रहे हैं। इसका आर्काइव वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल वीडियो की जांच के लिए सबसे पहले इसे ध्‍यान से देखा। वीडियो के दाएं साइड ऊपर की ओर ‘Aim Organic India’ लिखा हुआ दिखा।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए ‘Aim Organic India’के बारे में सर्च करना शुरू किया। हमें इस नाम का एक पेज मिला। इस पेज को स्‍कैन करने पर 24 जून को वायरल वीडियो का असली वर्जन मिला। पता चला कि यह नुक्‍कड़ नाटक का एक वीडियो था।

सर्च के दौरान यह वीडियो हमें ‘Aim Organic India’के यूट्यूब चैनल पर भी मिला। इसे एक महीने पहले अपलोड किया गया था। इसमें बताया गया कि यह नुक्‍कड़ नाटक की प्रस्‍तुति स्‍काई थिएटर की ओर से दी गई थी। इस वीडियो के ऊपर हमें प्रदीप नैन लिखा हुआ नजर आया।

https://youtu.be/KieeBNVEcZg

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए प्रदीप नैन के बारे में सर्च करना शुरू किया । इस नाम का एक हैंडल हमें इंस्‍टाग्राम पर मिला। यहां संपर्क करने पर हमें प्रदीप नैन ने बताया कि वायरल वीडियो एक नुक्‍कड़ नाटक का है। यह दिल्‍ली के द्वारका में हुआ था। यह वीडियो उन्‍होंने ही बनाया था।

पड़ताल के अंत में भ्रामक पोस्‍ट करने वाले यूजर के अकाउंट को स्‍कैन किया । फेसबुक पेज MAHI LITE यूजर राजस्‍थान के राजसमंद का रहने वाला है।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट भ्रामक साबित हुई। नुक्‍कड़ नाटक के एक सीन को सच मानकर कुछ यूजर्स इसे वायरल कर रहे हैं।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट