Fact Check: राहुल गांधी ने कृषि कानूनों को ‘काला कानून’ बताते हुए केंद्र पर साधा था निशाना, भ्रामक दावे से वायरल वीडियो क्लिप

'भारत जोड़ो' यात्रा के दौरान हिमाचल प्रदेश में राहुल गांधी के भाषण के एक छोटे वीडियो क्लिप को उसके संदर्भ से अलग कर भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। दावा किया जा रहा कि उन्होंने किसानों का अनादर किया, जबकि वह वापस लिए जा चुके तीन कृषि कानूनों को 'काला' कानून बताते हुए केंद्र सरकार पर हमलावर थे।

Fact Check: राहुल गांधी ने कृषि कानूनों को ‘काला कानून’ बताते हुए केंद्र पर साधा था निशाना, भ्रामक दावे से वायरल वीडियो क्लिप

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो’ यात्रा के बीच सोशल मीडिया पर राहुल गांधी का एक वीडियो क्लिप वायरल हो रहा है, जिसे लेकर दावा किया जा रहा है कि उन्होंने कृषि कानूनों की बात करते हुए किसानों का अनादर किया।

विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस दावे को गलत और दुष्प्रचार पाया। वायरल हो रहा वीडियो राहुल गांधी के भाषण का वीडियो क्लिप है, जिसमें वह वापस लिए जा चुके कृषि कानूनों के बारे में बात कर रहे थे और इस दौरान उनकी जुबान फिसली और उन्होंने काले कानून की जगह काले किसान बोल दिया। उनके इसी वीडियो क्लिप को यह बताकर वायरल किया जा रहा है कि उन्होंने किसानों का अनादर किया, जबकि वह वापस लिए जा चुके तीनों कृषि कानूनों को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साध रहे थे।

क्या है वायरल?

सोशल मीडिया यूजर ‘Dr. Nidhi – Nationalist’ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ”काले किसानों के खिलाफ कृषि कानून आए थे ??
गजब का सुट्टा मारता रहा है यह।”

सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है। ट्विटर पर भी कई यूजर्स ने इस वीडियो को समान दावे के साथ शेयर किया है।

https://twitter.com/IamPolSol/status/1615722216716656643

पड़ताल

राहुल गांधी का वायरल वीडियो क्लिप ‘भारत जोड़ो’ यात्रा के दौरान है और सर्च में हमें इस भाषण का ऑरिजिनल वीडियो इंडियन नेशनल कांग्रेस के आधिकारिक यू-ट्यूब पर मिला। 18 जनवरी 2023 को अपलोड किया गया यह वीडियो ‘भारत जोड़ो’ यात्रा के दौरान हिमाचल प्रदेश में दिए गए भाषण का है।

अपने इस भाषण में राहुल गांधी ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब कभी भी वह लोगों के मुद्दे को लेकर सरकार पर हमलावर होते हैं तो उन्हें बोलने ही नहीं दिया जाता है और संसद में जब वह ऐसा करते हैं तो उनकी माइक को ऑफ कर दिया जाता है। 4.30 मिनट के फ्रेम से राहुल गांधी के भाषण को सुनने पर वायरल वीडियो क्लिप का संदर्भ स्पष्ट हो जाता है।

वह कहते हैं, ”…….जिस कैमरे को पार्लियामेंट हाउस की प्रोसिडिंग दिखानी चाहिए, वो सीधा स्पीकर का चेहरा…कभी स्पीकर का चेहरा दिखाएगा या कभी किसी कैबिनेट मंत्री का चेहरा दिखाएगा। तो हम पार्लियामेंट हाउस लोकसभा या राज्यसभा में बोल ही नहीं सकते। नोटबंदी के बारे में बोलने की कोशिश की….गलत जीएसटी के बारे में बोलने की कोशिश की…अग्निवीर के बारे में बोलने की कोशिश की…मगर वो रास्ता बंद मिला। प्रेस के बारे में तो आप जानते हो। आपने कभी देखा कि पिछले पांच साल में मीडिया ने कभी बेरोजगारी का मुद्दा उठाया हो। कभी देखा आपने टीवी पर कि भैया हिंदुस्तान में बेरोजगारी फैल रही है। अग्निवीर की जो कमियां हैं, जो आप सब को मालूम हैं, उसके बारे में आपने मीडिया में देखा। जो काले किसान के खिलाफ कानून आए थे…..तीन कानून, जो हर किसान समझ गया, उसके बारे में मीडिया में आपने देखा? बिलकुल नहीं। मीडिया में आपको प्रधानमंत्री का चेहरा दिखेगा, बॉलीवुड के एक्टर्स दिखेंगे, क्रिकेट के खिलाड़ी दिखेंगे, मगर जो जनता की समस्याएं हैं, उसके बारे में मीडिया में आपको कोई चर्चा नहीं दिखाई देगी।”

स्पष्ट है कि राहुल गांधी जो कह रहे थे कि उसका संदर्भ किसानों के खिलाफ तीन काले कानूनों से था। हालांकि, इस दौरान उनकी जुबां फिसली और वह काले किसान बोल गए। उनके भाषण के अगले हिस्से को सुनने से स्पष्ट है कि वह किसानों के खिलाफ लाए गए तीन ‘काले’ कृषि कानूनों के बारे में बात कर रहे थे।

वायरल वीडियो क्लिप को लेकर विश्वास न्यूज ने उत्त प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता अभिमन्यु त्यागी से संपर्क किया। वायरल वीडियो को राहुल गांधी और कांग्रेस के खिलाफ दुष्प्रचार बताते हुए उन्होंने कहा, ”तीन कृषि कानूनों समेत अन्य नीतिगत मुद्दों में गलतियों को लेकर राहुल गांधी शुरू से ही सरकार के खिलाफ बोलते रहे हैं।” उन्होंने कहा कि राहुल गांधी किसानों के खिलाफ लाए गए कृषि कानूनों के बारे में बोल रहे थे और वह शुरू से किसानों के हितों के बारे में बोलते रहे हैं।

यह पहली बार नहीं है जब राहुल गांधी और ‘भारत जोड़ो’ यात्रा के खिलाफ एडिटेड वीडियो क्लिप के जरिए दुष्प्रचार किया गया हो। इससे पहले भी राहुल गांधी के भाषण का एक वीडियो क्लिप वायरल हुआ था, जिसे लेकर दावा किया गया था कि उन्होंने पुजारी समुदाय का अपमान किया, जबकि उनका यह बयान कि भारत तपस्वियों का है, पुजारियों का नहीं, किसानों और मजदूरों के बारे में था और उन्होंने कहा था कि अगर भारत को सुपरपावर बनाना है तो इस देश के उत्पादकों की इज्जत करनी होगी और उन्हें मौके देने होंगे।

2022 में विश्वास न्यूज ने केवल हिंदी में करीब डेढ़ हजार से अधिक फैक्ट चेक रिपोर्ट्स को प्रकाशित किया और इन रिपोर्ट्स का विश्लेषण हमें साल के दौरान भारतीय परिदृश्य में मिस-इन्फॉर्मेशन के ट्रेंड्स के बारे में रोचक जानकारी देता है। 2022 के शीर्ष मिस-इन्फॉर्मेशन ट्रेंड्स में राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो’ यात्रा भी शामिल है। विश्वास न्यूज की इस विशेष रिपोर्ट को पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

वायरल वीडियो क्लिप को शेयर करने वाले यूजर को फेसबुक पर करीब 10 हजार लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: ‘भारत जोड़ो’ यात्रा के दौरान हिमाचल प्रदेश में राहुल गांधी के भाषण के एक छोटे वीडियो क्लिप को उसके संदर्भ से अलग कर भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। दावा किया जा रहा कि उन्होंने किसानों का अनादर किया, जबकि वह वापस लिए जा चुके तीन कृषि कानूनों को ‘काला’ कानून बताते हुए केंद्र सरकार पर हमलावर थे।

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