हरियाणा के रोहतक जिले में सड़क सुरक्षा विभाग में सब-इंस्पेक्टर के तौर पर काम कर रहे पुलिस अधिकारी अमर कटारिया के एक स्क्रिप्टेड वीडियो को सच्ची घटना का बताकर वायरल किया जा रहा है। यह वीडियो किसी सच्ची घटना का नहीं है, बल्कि सामाजिक जागरूकता का संदेश देने के मकसद से तैयार किया गया है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में एक पुलिसकर्मी को सड़क पर कुछ लड़कियों के साथ बहस करते हुए देखा और सुना जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि पुलिस ने कोल्ड ड्रिंक की बोतल में शराब मिलाकर पीती लड़कियों को सरेआम पकड़ा।
विश्वास ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो किसी वास्तविक घटना की न होकर स्क्रिप्टेड वीडियो है और इसमें नजर आ रहे पुलिस अधिकारी अमर कटारिया हैं, जो रोहतक में सड़क सुरक्षा शाखा में सब-इंस्पेक्टर के पद पर तैनात हैं। कटारिया एक कलाकार भी हैं और अपनी इस भूमिका में वह सामाजिक जागरूकता वाले वीडियो को बनाते रहते हैं, जिसका मकसद लोगों को जागरूक करना होता है। सोशल मीडिया यूजर्स उनके ऐसे वीडियो को सच्ची घटना का मानकर शेयर कर देते हैं। वायरल वीडियो भी ऐसा ही वीडियो है, जिसे सोशल मीडिया पर सच्ची घटना का बताकर शेयर किया जा रहा है।
सोशल मीडिया यूजर ‘हिंदूवादी राकेश’ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, “कोल्डड्रिंक में शराब पी रही पापा की परियों को पुलिस ने पकडा .. फिर उसके बाद देखिए क्या हुआ हंगामा पुलिस अंकल बेचारे अब क्या करें आप ही बताइये पहले वाले पापा होते तो ऐसा न होता सुधर जाओ पापा जी परियां अपने आप सुधर जायेगीं 😇।”
कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है। सभी वीडियो क्लिप को शेयर करते हुए यूजर्स यह दावा कर रहे हैं कि यह सच्ची घटना का वीडियो है, जब एक पुलिस अधिकारी ने कोल्ड ड्रिंक्स में शराब मिलाकर पीती लड़कियों को रंगे हाथ पकड़ लिया।
वायरल वीडियो क्लिप के अंत में पुलिस अधिकारी अपना परिचय अमर कटारिया के तौर पर देता है। इस नाम से की-वर्ड सर्च करने पर हमें इस व्यक्ति का फेसबुक और इंस्टाग्राम प्रोफाइल मिला।
अपनी प्रोफाइल में अमर कटारिया ने स्वयं का परिचय कलाकार के तौर पर दिया है और उनकी इंस्टाग्राम प्रोफाइल पर हमें ऐसे कई वीडियो मिले। सभी वीडियो में कटारिया सामाजिक जागरूकता का संदेश देते हुए नजर आ रहे हैं। कटारिया के फेसबुक प्रोफाइल से चार अप्रैल को किए गए पोस्ट में हमें वायरल वीडियो क्लिप का लंबा वर्जन मिला, जिसमें शेयर करते हुए लिखा गया है कि इस वीडियो को समाजिक जागरूकता के मकसद से तैयार किया गया है। इस वीडियो में काम करने वाली सभी व्यक्ति कलाकार हैं और यह स्क्रिप्टेड वीडियो है। यानी की इस वीडियो को क्रिएट किया गया है, न कि यह किसी वास्तविक घटना का वीडियो है।
वायरल वीडियो क्लिप को लेकर विश्वास न्यूज ने अमर कटारिया से संपर्क किया। उन्होंने वीडियो के स्क्रिप्टेड होने की पुष्टि करते हुए बताया कि वह हरियाणा के रोहतक जिले में सड़क सुरक्षा विभाग में सब-इंस्पेक्टर के पद पर तैनात हैं। साथ ही वह एक कलाकार भी हैं और समय-समय पर सामाजिक संदेश देने वाले ऐसे वीडियो को बनाते रहते हैं।
वायरल वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर की प्रोफाइल विचारधारा विशेष से प्रेरित है।
निष्कर्ष: हरियाणा के रोहतक जिले में सड़क सुरक्षा विभाग में सब-इंस्पेक्टर के तौर पर काम कर रहे पुलिस अधिकारी अमर कटारिया के एक स्क्रिप्टेड वीडियो को सच्ची घटना का बताकर वायरल किया जा रहा है। यह वीडियो किसी सच्ची घटना का नहीं है, बल्कि सामाजिक जागरूकता का संदेश देने के मकसद से तैयार किया गया है।
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