Fact Check : नूपुर शर्मा के पुराने भाषण के वीडियो के एक हिस्‍से को नया बताकर किया गया वायरल

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में नूपुर शर्मा के नाम से जुड़ी वायरल पोस्‍ट भ्रामक साबित हुई। 2018 के उनके एक भाषण के क्लिप को फर्जी दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। भाजपा की पूर्व प्रवक्‍ता नूपुर शर्मा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो को शेयर करते हुए सोशल मीडिया दावा कर रहे हैं कि यह नूपुर शर्मा का नया वीडियो है। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। यह भ्रामक साबित हुई। दरअसल वायरल क्लिप 2018 में नूपुर शर्मा की ओर से दिए गए एक व्‍याख्‍यान का हिस्‍सा है। मई 2018 में उन्‍होंने महाराष्‍ट्र के अहमदनगर में एक कार्यक्रम में भाषण दिया गया था। अब कुछ लोग उसी भाषण के एक हिस्‍से को हाल का बताकर वायरल कर रहे हैं।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर इस्‍मत जुनैद खान ने 17 जुलाई को एक वीडियो क्लिप को अपलोड करते हुए दावा किया : ‘विवादित बयान के बाद नूपुर जी शर्मा का नया वीडियो।’

वायरल पोस्‍ट के दावे को यहां ज्‍यों का त्‍यों लिखा गया है। इसे सच मानकर दूसरे यूजर्स भी शेयर कर रहे हैं। पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहाँ देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल वीडियो क्लिप की सच्‍चाई जानने के लिए सबसे पहले गूगल ओपन सर्च किया। यदि नूपुर शर्मा ने ऐसा कुछ बयान दिया होता तो जरूर मीडिया की सुर्खियां बनता। लेकिन गूगल सर्च में हमें नूपुर शर्मा का हाल का कोई ऐसा बयान नहीं मिला। जांच को आगे बढ़ाते हुए वायरल क्लिप के ओरिजनल सोर्स को खोजना शुरू किया गया।

ओरिजनल वीडियो एक यूट्यूब चैनल पर मिला। Manoj Zavar नाम के चैनल पर अपलोड इस वीडियो में बताया गया कि वनवासी कल्‍याण आश्रम की ओर से 24 मई 2018 को आयोजित एक कार्यक्रम में नूपुर शर्मा का व्‍याख्‍यान। वीडियो देखने पर पता चला कि यह आयोजन महाराष्‍ट्र के अहमदनगर में हुआ था।

विश्‍वास न्‍यूज पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए नूपुर शर्मा के सोशल मीडिया अकाउंट को खंगालना शुरू किया। टाइम लाइन टूल का इस्‍तेमाल करके सर्च करने पर उनके ट्विटर हैंडल पर एक पोस्‍ट मिली। इसमें कुछ तस्‍वीरों को अपलोड करते हुए नूपुर शर्मा की ओर से बताया गया कि उनकी ओर से महाराष्‍ट्र के अहमदनगर में व्‍याख्‍यान दिया गया। इन तस्‍वीरों में और वायरल पोस्‍ट में इस्‍तेमाल किए गए वीडियो में नूपुर शर्मा के कपड़े और स्‍टेज एक ही जैसे देखे जा सकते हैं।

वायरल पोस्‍ट को लेकर विश्‍वास न्‍यूज ने कार्यक्रम की आयोजक संस्‍था वनवासी कल्‍याण आश्रम से जुड़े एक वरिष्‍ठ नेता से संपर्क किया। उन्‍होंने बताया कि यह अहमदनगर के एक कार्यक्रम का पुराना वीडियो है।

पड़ताल के अंत में नूपुर शर्मा के पुराने वीडियो को अब वायरल करने वाले यूजर की जांच की गई। पता चला कि फेसबुक यूजर इस्‍मत जुनैद खान एक फेक अकाउंट है। इसे एक हजार लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में नूपुर शर्मा के नाम से जुड़ी वायरल पोस्‍ट भ्रामक साबित हुई। 2018 के उनके एक भाषण के क्लिप को फर्जी दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

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