नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से लिखी एक चिट्ठी वायरल हो रही है, जिसमें केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को मुख्यमंत्री बनाए जाने के दावे का समर्थन किया गया है।
विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा गलत निकला। गिरिराज सिंह को बिहार का अगला मुख्यमंत्री बनाए जाने के दावे का समर्थन करती प्रधानमंत्री के नाम से वायरल हो रही चिट्ठी फर्जी है।
यूजर ने विश्वास न्यूज के वॉट्सऐप चैटबॉट पर पर इस चिट्ठी को भेजकर उसकी सच्चाई बताए जाने का अनुरोध किया है।
सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर कई अन्य यूजर्स (आर्काइव लिंक) ने इस चिट्ठी को सच मानते हुए उसे समान दावे के साथ शेयर किया है।
चुनाव आयोग की तरफ से 11 नवंबर को सुबह चार बजे के करीब अंतिम नतीजे जारी किए गए। नतीजों के मुताबिक, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (बीजेपी-74, जेडी-यू 43, वीआईपी-4 और हम-4) को 125 सीटें मिली हैं, जो सरकार बनाने के जादुई आंकड़ा 122 से अधिक है। वहीं, महागठबंधन को 110 सीटों पर जीत मिली है, जिसमें राष्ट्रीय जनता दल को 75, कांग्रेस को 19 और वामपंथी दलों को 16 सीटें मिली हैं।
यानी बिहार में एक बार फिर से NDA की सरकार बनने जा रही है। ‘दैनिक जागरण’ की रिपोर्ट के मुताबिक, चुनाव में भले ही जेडीयू के मुकाबले बीजेपी को ज्यादा सीटें आई हों, लेकिन नीतीश कुमार ही अगले मुख्यमंत्री बनेंगे।
बीजेपी का मुख्यमंत्री होने की अटकलों को खारिज करते हुए सुशील मोदी साफ कर चुके हैं कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही बिहार में एक बार फिर से NDA की सरकार बनेगी।
न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक, ‘चुनाव परिणाम आने के बाद मंगलवार की देर रात प्रदेश बीजेपी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में उपमुख्यमंत्री ने साफ किया कि एनडीए नीतीश कुमार के चेहरे पर चुनाव लड़ा था और इसमें किसी को संशय नहीं होना चाहिए।’
इसके बाद हमने वायरल हो रही चिट्ठी का सूक्ष्मता से अवलोकन किया। हमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से हाल ही में भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना को लिखी गई चिट्ठी भी मिली, जिसे ऑल इंडिया रेडियो न्यूज की वेरिफाइड ट्विटर प्रोफाइल से 21 अगस्त को शेयर किया है।
प्रधानमंत्री की तरफ से लिखी गई ऑरिजिनल चिट्ठी और वायरल हो रही चिट्ठी को मिलाकर देखने पर उसमें शैली के स्तर पर अंतर साफ-साफ नजर आते हैं।
वायरल हो रही चिट्ठी में वर्तनी की कई अशुद्धियां भी नजर आ रही हैं। वायरल चिट्ठी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दस्तखत के अंतर को साफ-साफ देखा जा सकता है।
यहां यह बात भी ध्यान में रखे जाने की जरूरत है कि बिहार विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण के मतदान से पहले पांच नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के लोगों के नाम से सार्वजनिक चिट्ठी लिखकर नीतीश कुमार के पक्ष में मतदान किए जाने की अपील की थी, जबकि वायरल हो रही चिट्ठी में नजर आ रही तारीख पांच नवंबर ही है।
उन्होंने लिखा था, ‘मुझे नीतीश कुमार सरकार की जरूरत है, ताकि बिहार में चल रही विकास की राजनीति में किसी तरह की बाधा न आने पाए।’ ऐसे में प्रधानमंत्री की तरफ से अगर गिरिराज सिंह को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाए जाने के दावे में कोई सच्चाई नजर नहीं आती।
दूसरा अगर ऐसा होता तो यह अपने आप में बड़ी खबर होती, लेकिन हमें न्यूज सर्च में ऐसी कोई खबर नहीं मिली, जिसमें ऐसी किसी चिट्ठी का जिक्र हो।
विश्वास न्यूज ने इस चिट्ठी को लेकर बीजेपी के प्रवक्ता रामसागर सिंह से संपर्क किया। उन्होंने कहा, ”यह पत्र पूरी तरह फर्जी है। ऐसे पत्र को वायरल करने वालों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। ऐसे पत्र वायरल करना और उसकी पुष्टि करना भी साइबर क्राइम है। बीजेपी का स्टैंड साफ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री और पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से लेकर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा तक बार-बार हर मंच से साफ कर चुके हैं कि बिहार में भाजपा को चाहे जितनी बड़ी जीत मिले, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही होंगे।”
इससे पहले भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से फर्जी चिट्ठी सोशल मीडिया पर वायरल हो चुकी है, जिसमें राम मंदिर विवाद में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद उनकी तरफ से पूर्व चीफ जस्टिस रंजन गगोई को बधाई देने का दावा किया गया था।
निष्कर्ष: गिरिराज सिंह को बिहार का मुख्यमंत्री बनाए जाने के समर्थन का दावा करती प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से वायरल हो रही चिट्ठी फेक है।
सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्यम से भी सूचना दे सकते हैं।