Fact Check: खुद को पाकिस्तानी जासूस बता रही सीमा हैदर का यह वीडियो फेक और AI क्रिएटेड है

खुद को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई का जासूस बताती सीमा हैदर का वायरल वीडियो फेक है, जिसे एआई टूल की मदद से तैयार किया गया है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर सीमा हैदर का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें उन्हें यह स्वीकार करते सुना जा सकता है कि वह पाकिस्तान की जासूस हैं और वह जासूसी के मकसद से भारत आई थीं। वायरल वीडियो में उन्हें यह कहते हुए सुना जा सकता है कि वह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए काम करती हैं।

विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में वायरल वीडियो को एडिटेड और ऑल्टर्ड पाया, जिसे एडिट कर तैयार किया गया है और इसमें नजर आ रहा सीमा हैदर का विजुअल वास्तव में क्रिएटेड है।

क्या है वायरल?

इंस्टाग्राम यूजर ‘its_successful08’ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर किया है, जिसमें सीमा हैदर को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि वह पाकिस्तानी जासूस हैं, जो भारत का चंद्रयान मिशन विफल कराने आई थीं।

सोशल मीडिया पर वायरल फेक वीडियो का स्क्रीनशॉट

कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।

पड़ताल

वायरल वीडियो में सीमा हैदर को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि वह पाकिस्तान की जासूस हैं और वे चंद्रयान मिशन को फेल कराने के लिए भारत आई थीं। वह कह रही हैं, वे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए काम करती रही हैं और अब उन्हें पाकिस्तान वापस भेज दिया जाना चाहिए।

वायरल वीडियो में सीमा हैदर का यह बयान भारत में उनके दिए जा रहे बयानों से बिल्कुल उलट है, साथ ही वीडियो में वह जिस बात का दावा कर रही हैं, वह भारत में उनके दिए जा रहे बयानों से बिलकुल उलट है क्योंकि उन्होंने हाल ही में राष्ट्रपति को चिट्ठी लिखकर भारत की नागरिकता दिए जाने की मांग की है। इन बातों से जाहिर है कि वह स्वयं को पाकिस्तान भेजे जाने की मांग नहीं कर सकती हैं।

हाल ही में सीमा हैदर ने राष्ट्रपति को भेजी गई दया याचिका में सचिन मीणा से शादी का हवाला देते हुए भारत की नागरिकता देने और यहीं देश में रहने देने की गुहार लगाई थी। इसी प्रकरण से जोड़कर सोशल मीडिया पर राष्ट्रपति का वीडियो क्लिप शेयर किया था कि उन्होंने सीमा हैदर की याचिका पर अपना जवाब दे दिया है। विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस दावे को गलत पाया था, जिसकी फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।

दूसरा, वायरल वीडियो को सुनकर यह प्रतीत हो रहा है कि इसे डिजिटल टूल की मदद से क्रिएट किया गया है। साथ ही वायरल वीडियो में नजर आ रहा सीमा हैदर का विजुअल ऑरिजिनल स्पीच और विजुअल से मेल नहीं खा रहा है।

वायरल वीडियो को लेकर हमने टीवी चैनल में काम करने वाले सीनियर वीडियो एडिटर आशीष जैन से संपर्क किया। उन्होंने पुष्टि करते हुए बताया, “यह वीडियो क्रिएटेड है, जिसे एआई टूल की मदद से तैयार किया गया है।”

इससे पहले सोशल मीडिया पर सीमा हैदर की तस्वीर वाले एक कोलाज को शेयर कर दावा किया गया था कि वह भारत आने से पहले  पाकिस्तानी सेना में काम कर चुकी हैं। हमने अपनी जांच में इस दावे को गलत पाया था। वास्तव में जिस महिला सैन्य अधिकारी की तस्वीर को सीमा हैदर का बताकर शेयर किया जा रहा था, वह पाकिस्तानी सैन्य अधिकारी सामिया रहमान की तस्वीर थी। इस दावे की जांच करती विश्वास न्यूज की फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।

वायरल व फेक वीडियो को शेयर करने वाले इंस्टाग्राम यूजर को करीब डेढ़ लाख लोग फॉलो करते हैं। एआई क्रिएटेड अन्य वायरल दावों की फैक्ट चेक रिपोर्ट को विश्वास न्यूज की AI चेक में पढ़ा जा सकता है।

निष्कर्ष: खुद को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई का जासूस बताती सीमा हैदर का वायरल वीडियो फेक है, जिसे एआई टूल की मदद से तैयार किया गया है।

False
Symbols that define nature of fake news
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