Fact Check: टोल टैक्स को लेकर हुए विवाद का यह वीडियो 2020 का है, हाल का बताकर हो रहा शेयर

उत्तर प्रदेश में बरेली-मुरादाबाद हाईवे के टोल प्लाजा पर टोल टैक्स के भुगतान को लेकर टोल मैनेजर और जज के बीच हुई कहासुनी का वीडियो करीब दो साल से अधिक पुराना है। इस वीडियो को हाल का बताते हुए भ्रामक दावे से वायरल किया जा रहा है।

Fact Check: टोल टैक्स को लेकर हुए विवाद का यह वीडियो 2020 का है, हाल का बताकर हो रहा शेयर

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में टोल प्लाजा पर वहां काम करने वाले कर्मचारियों को एक कार सवार व्यक्ति से बहस करते हुए देखा और सुना जा सकता है। वायरल वीडियो को शेयर किए जाने के समय से यह प्रतीत हो रहा है कि यह हाल की किसी घटना से संबंधित है।

विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा भ्रामक निकला। वायरल हो रहा वीडियो करीब दो साल पुरानी घटना का है, जिसे हाल की घटना का समझकर वायरल किया जा रहा है।

क्या है वायरल?

सोशल मीडिया यूजर ‘Ashok Bishnoi’ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ”कमाल कर दिया टोल प्लाजा वालों ने जज साहिब को सिखा दिया न्याय का पाठ, 80 रूपये के लिए जज साहब की हालत खराब कर दी एक- एक बात लाजवाब थी।”

भ्रामक दावे के साथ वायरल हो रहे वीडियो का स्क्रीनशॉट

कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है। अधिकांश यूजर्स ने इस वीडियो को पिछले कुछ दिनों के दौरान शेयर किया है, जिससे यह प्रतीत हो रहा है कि यह हाल का वीडियो है।

पड़ताल

वायरल वीडियो में एक टोल प्लाजा पर टोल कर्मचारियों को एक कार सवार से बहस करते हुए सुना जा सकता है। कार सवार व्यक्ति स्वयं को जज बताते हुए टोल टैक्स से छूट दिए जाने की मांग कर रहा है, जबकि टोल कर्मचारी ने नियमों का हवाला देते हुए कह रहा है कि उन्हें इस तरह की छूट हासिल नहीं है कि क्योंकि वे जिला न्यायालय के जज हैं, जबकि यह छूट हाई कोर्ट के जजों को हासिल है।

वायरल वीडियो के की-फ्रेम्स को गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर एबीपीलाइव डॉटकॉम की वेबसाइट पर 15 मार्च 2021 को प्रकाशित रिपोर्ट मिली, जिसमें वायरल वीडियो के स्क्रीनशॉट का इस्तेमाल किया गया है।

एबीपी लाइव की वेबसाइट पर 15 मार्च 2021 को प्रकाशित रिपोर्ट

बरेली डेटलाइन के साथ लिखी गई रिपोर्ट के साथ दी गई जानकारी के मुताबिक, ‘उत्तर प्रदेश के बरेली-मुरादाबाद टोल प्लाजा पर एक जज ने परिवहन नियमों को तोड़ा, जिसके बाद टोल मैनेजर ने उन्हें नियमों के बारे में बताते हुए उनकी क्लास लगा दी।’

रिपोर्ट के मुताबिक, ‘टोल प्लाजा पर कार में बैठे व्यक्ति ने खुद को एडीजीसी बताते हुए टोल का भुगतान नहीं किए जाने की बात की। मैनेजर ने आईडी कार्ड को देखने के बाद कहा कि उन्हें टोल टैक्स के मामले में छूट नहीं है।’

टाइम्स ऑफ इंडिया की वेबसाइट पर भी यह रिपोर्ट 15 मार्च 2021 की तारीख के साथ मौजूद है और इसमें इस्तेमाल किया गया स्क्रीनशॉट वायरल वीडियो का ही है।

टाइम्स ऑफ इंडिया की 15 मार्च 2021 की रिपोर्ट

कई वायरल वीडियो में टोल प्लाजा के सीसीटीवी फुटेज को देखा जा सकता है, जिसमें सितंबर 2020 की तारीख नजर आ रही है। स्पष्ट है कि यह वीडियो 2020 का है, जो समय-समय पर सोशल मीडिया पर वायरल होते रहता है।

वायरल वीडियो को लेकर हमने हमारे सहयोगी दैनिक जागरण के बरेली के पूर्व संपादक अवधेश माहेश्वरी से संपर्क किया। उन्होंने भी पुष्टि करते हुए बताया कि यह घटना 2021 की नहीं बल्कि 2020 के आस-पास की है।

वायरल सीसीटीवी फुटेज जिसमें 2020 की तारीख नजर आ रही है

वायरल वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर को फेसबुक पर करीब 900 लोग फॉलो करते हैं और प्रोफाइल में दी गई जानकारी में उन्होंने स्वयं को पत्रकार बताया है।

निष्कर्ष: बरेली-मुरादाबाद हाईवे के टोल प्लाजा पर टोल टैक्स के भुगतान को लेकर टोल मैनेजर और जज के बीच हुई कहासुनी का वीडियो करीब दो साल से अधिक पुराना है। इस वीडियो को हाल का बताते हुए भ्रामक दावे से वायरल किया जा रहा है।

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