Fact Check: राहुल गांधी ने आरती करने से नहीं किया इनकार, 5 साल पुराने वीडियो का एडिटेड क्लिप दुष्प्रचार की मंशा से वायरल

विश्वास न्यूज की पड़ताल में राहुल गांधी के आरती के वीडियो को लेकर किया जा रहा वायरल दावा गलत निकला। वायरल वीडियो साल 2017 का है और एडिटेड है। वायरल वीडियो गुजरात के राजकोट के एक कार्यक्रम का है। पूजा के दौरान राहुल गांधी ने आरती की थी। वीडियो को गलत तरीके से भारत यात्रा से जोड़कर शेयर किया जा रहा है।

Fact Check: राहुल गांधी ने आरती करने से नहीं किया इनकार, 5 साल पुराने वीडियो का एडिटेड क्लिप दुष्प्रचार की मंशा से वायरल

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर राहुल गांधी का एक वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि उन्होंने अपनी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मां दुर्गा की आरती करने से मना कर दिया। कई यूजर्स यह भी कह रहे हैं कि नवरात्र पूजा के दौरान उन्होंने आरती करने से मना कर दिया।

विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा गलत निकला। वायरल वीडियो का राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से कोई संबंध नहीं है। राहुल गांधी साल 2017 में गुजरात चुनाव से पहले गुजरात के दौरे पर गए थे। ये वीडियो उसी यात्रा के दौरान का है और एडिटेड है। असली वीडियो में राहुल गांधी आरती करते हुए नजर आ रहे हैं। जिसे एडिट कर हटा दिया गया है और आधे-अधूरे वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

क्या है वायरल पोस्ट में ?

ट्विटर यूजर फिलासफर©™ने वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “ जिस तरह से राहुल गांधी ने आरती करने और अनुष्ठान करने से इनकार कर दिया… उन्होंने फिर साबित कर दिया कि वह किस समुदाय से हैं।” नवरात्रि, भारत जोड़ो यात्रा।

 पोस्‍ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें।

https://twitter.com/battlady69/status/1574506717651488768

पड़ताल

वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर कीवर्ड्स से सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें पूरा वीडियो कांग्रेस नेता Jitendra Patwari के आधिकारिक ट्विटर पर अपलोड मिला। वीडियो को 27 सितंबर 2017 को शेयर किया गया था। कैप्शन में दी गई जानकारी के मुताबिक, वीडियो गुजरात के एक कार्यक्रम का है। 52 सेकेंड के इस वीडियो की शुरुआत में राहुल गांधी को साफ तौर पर आरती करते हुए देखा जा सकता है। इसके बाद वो आरती का दीप राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत को दे देते हैं। वीडियो के इस हिस्से को एडिट कर हटा दिया गया है।

हमें यह वीडियो कई अन्य वेरिफाइड ट्विटर अकाउंट पर भी मिला।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने संबंधित कीवर्ड्स से सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें दावे से जुड़ी एक रिपोर्ट द इंडियन एक्सप्रेस सहित कई अन्य न्यूज वेबसाइट पर 27 सितंबर 2017 को प्रकाशित मिली। रिपोर्ट के अनुसार, राहुल गांधी ने गुजरात के राजकोट और जामनगर के गरबा स्थलों में पूजा-अर्चना की थी। टाइम्स ऑफ इंडिया ने भी इस खबर को प्रकाशित किया था।

जांच के दौरान हमें वायरल दावे से जुड़ी पोस्ट न्यूज एजेंसी एएनआई और राहुल गांधी के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर भी मिली। ये ट्वीट 27 सितंबर 2017 को किए गए थे। दोनों ट्वीट्स में राहुल गांधी की कुछ तस्वीरों को शेयर किया गया है। तस्वीरों में राहुल गांधी को आरती के दीप को पकड़े हुए देखा जा सकता है।

अधिक जानकारी के लिए हमने गुजरात दैनिक जागरण के पत्रकार शत्रुघ्न कुमार से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया, “वायरल दावा गलत है। यह वीडियो एडिटेड है, उन्होंने आरती की थी।”

पड़ताल के अंत में विश्वास न्यूज ने फेक दावे को शेयर करने वाले यूजर फिलासफर©™ के ट्विटर हैंडल की सोशल स्कैनिंग की। ट्विटर पर यूजर को 584 लोग फॉलो करते हैं। प्रोफाइल पर दी गई जानकारी के मुताबिक, यूजर सिंगापुर का रहने वाला है। यूजर अगस्त 2022 से ट्विटर पर सक्रिय है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में राहुल गांधी के आरती के वीडियो को लेकर किया जा रहा वायरल दावा गलत निकला। वायरल वीडियो साल 2017 का है और एडिटेड है। वायरल वीडियो गुजरात के राजकोट के एक कार्यक्रम का है। पूजा के दौरान राहुल गांधी ने आरती की थी। वीडियो को गलत तरीके से भारत यात्रा से जोड़कर शेयर किया जा रहा है।

False
Symbols that define nature of fake news
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