Fact Check : मप्र में महिला के साथ बदसलूकी की यह घटना पांच साल पुरानी, भ्रामक दावे से हो रही वायरल

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा गलत है। यह वीडियो साल 2019 में मध्य प्रदेश के आदिवासी बहुल अलीराजपुर जिले में हुई घटना का है। जब दूसरी जनजाति वाले शख्स से प्यार करने पर कुछ लोगों ने महिला के साथ बदसलूकी की थी।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। ईरान में इस्लामिक नियमों का विरोध करते हुए एक लड़की ने बिना कपड़ों के वहां प्रदर्शन किया। इसी बीच भारतीय सोशल मीडिया यूजर्स एक महिला के साथ हो रही मारपीट के एक संवेदनशील वीडियो को शेयर कर दावा कर रहे हैं कि यह हाल ही में भारत में हुई शर्मनाक घटना का है। इस वीडियो को शेयर कर उन लोगों पर निशाना साधा जा रहा है, जो ईरानी महिला का समर्थन कर रहे हैं।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा गलत है। यह वीडियो साल 2019 में मध्य प्रदेश के आदिवासी बहुल अलीराजपुर जिले में हुई घटना का है। जब दूसरी जनजाति वाले शख्स से प्यार करने पर कुछ लोगों ने महिला के साथ बदसलूकी की थी।

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक यूजर ‘अंसारी साहिल’ ने 5 नंवबर 2024 को वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “ये ईरान नही ये हिन्दुस्तान है जहां औरतों को देवी कहा जाता है..ईरान तुरान की फ़िक्र करने वाले ये भी देख लें।”  

वीडियो संवेदनशील होने के कारण हमने लिंक नहीं दिया है।

पड़ताल 

सोशल मीडिया पर यह दावा पहले भी वायरल हो चुका है। विश्वास न्यूज ने इसकी पड़ताल कर सच्चाई सामने रखी थी। पूरी फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां पर पढ़ा जा सकता है।

वास्तव में यह घटना मध्य प्रदेश की है। एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, 4 सितंबर 2019 को मध्य प्रदेश के आदिवासी बहुल अलीराजपुर जिले में कुछ लोगों ने महिला के साथ दूसरी जनजाति के शख्स के साथ प्यार करने की वजह से बदसलूकी की और उसके साथ मारपीट की और उसे अर्धनग्न घुमाया।

रिपोर्ट टाइम्स ऑफ इंडिया की वेबसाइट पर 4 सितंबर 2019 को प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, अलीराजपुर जिले के आंबुआ थाना क्षेत्र में हुई घटना का लेकर राष्ट्रीय महिला आयोग ने मध्यप्रदेश पुलिस से रिपोर्ट मांगी थी। पुलिस ने कार्रवाई करते इस मामले में तीन लोगों को हिरासत में लिया था। 

अधिक जानकारी के लिए हमने नईदुनिया डॉट कॉम, इंदौर के डिप्टी न्यूज एडिटर अरविंद दुबे से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा भ्रामक है। यह वीडियो करीब पांच साल पहले अलीराजपुर में हुई घटना का है। 

अंत में हमने वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर को तीन सौ से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं। यूजर ने प्रोफाइल पर खुद को दिल्ली का रहने वाला बताया है।

निष्कर्ष : विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा गलत है। यह वीडियो साल 2019 में मध्य प्रदेश के आदिवासी बहुल अलीराजपुर जिले में हुई घटना का है। जब दूसरी जनजाति वाले शख्स से प्यार करने पर कुछ लोगों ने महिला के साथ बदसलूकी की थी।

Misleading
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