विश्वास न्यूज की पड़ताल में विक्रम सैनी के वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा भ्रामक साबित हुआ। वायरल वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं, बल्कि तीन साल पुराना है। जिसे सोशल मीडिया यूजर्स भ्रामक दावे के साथ शेयर कर रहे हैं।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। मुजफ्फरनगर उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने खतौली सीट से पूर्व विधायक विक्रम सैनी की पत्नी राजकुमारी सैनी को प्रत्याशी बनाया है। सोशल मीडिया पर विक्रम सैनी का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें उन्हें एक समुदाय विशेष के खिलाफ अपशब्द कहते हुए सुना जा सकता है। वायरल वीडियो को शेयर किए जाने के समय से यह प्रतीत हो रहा है यह वीडियो इस उपचुनाव के प्रचार से संबंधित किसी घटना का है।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि वायरल हो रहा वीडियो हाल का नहीं, बल्कि तीन साल से भी अधिक पुरानी घटना से संबंधित है। इस पुरानी घटना के वीडियो को चुनावी दुष्प्रचार की मंशा से हालिया उपचुनाव से जोड़कर शेयर किया जा रहा है।
फेसबुक यूजर अनुराग वर्मा ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है, “खतौली के भाजपा के पूर्व विधायक विक्रम सैनी जी की पत्नी चुनाव लड़ रही है ! अब सैनी साहब को थोड़ा सा ग़ुस्सा आ गया और ब्राह्मणों को जरा सी गाली दे भी दी तो ब्राह्मणों को इतना बुरा नहीं मानना चहिये !हंगामा मचा रहे है, कह रहे है ब्राह्मण समुदाय सबक़ सिखा देगा ! यह सही नही।”
पोस्ट को सच समझकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है।
वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स से सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो संदीप भारद्वाज नामक एक फेसबुक अकाउंट पर अपलोड हुआ। वीडियो को 24 नवंबर 2019 को शेयर किया गया था।
सर्च के दौरान हमें वायरल वीडियो दैनिक सूरज केसरी न्यूज चैनल नामक एक यूट्यूब चैनल पर भी अपलोड हुआ मिला। वीडियो को 24 नवंबर 2019 को शेयर किया गया था। इसके बाद ये साफ होता है कि वायरल वीडियो हाल की घटना का नहीं है और इसका यूपी उपचुनाव से कोई संबंध नहीं है।
पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने गूगल पर एक बार फिर अन्य कीवर्ड्स के जरिए सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें वायरल दावे से जुड़ी एक न्यूज रिपोर्ट दैनिक जागरण की वेबसाइट पर मिली। रिपोर्ट को 24 नवंबर 2019 को प्रकाशित किया गया था। रिपोर्ट के अनुसार, बुआडा रोड स्थित भोज स्थल पर आयोजित एक विवाह समारोह में पूर्व विधायक विक्रम सैनी की कुछ लोगों से कहासुनी हो गई थी। फिर पूर्व विधायक ने तीन लोगों पर बंदूक की नोक पर हमला करने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाए थे। साथ ही पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर उसकी बंदूक जब्त कर ली थी। इसी दौरान थाने में विधायक विक्रम सैनी ने ब्राह्मण समाज के लोगों से अभद्रता की।
कई अन्य न्यूज वेबसाइट ने भी इस खबर को प्रकाशित किया था।
अधिक जानकारी के लिए हमने मुजफ्फरनगर के स्थानीय पत्रकार प्रवेश मलिक से संपर्क किया। उन्होने हमें बताया कि वायरल दावा गलत है। यह वीडियो तकरीबन तीन साल पुराना है। हालांकि, विक्रम सैनी इस तरह के विवादित बयान देते रहते हैं।
विक्रम सैनी को क्यों हुई थी सजा?
न्यूज 18 पर प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, “27 अगस्त 2013 को मुजफ्फरनगर जनपद के कवाल गांव में गौरव और सचिन की हत्या के बाद पुलिस ने खतौली विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक विक्रम सैनी सहित 28 लोगों पर धारा 147 ,148 ,149 ,307 ,336 ,353 ,504 और 506 में मुकदमा दर्ज किया था। इसी मामले में विधायक विक्रम सैनी सहित सभी 28 में से 12 लोगों को मुजफ्फरनगर स्थित एमपी-एमएलए कोर्ट ने दो-दो साल की सजा सुनाते हुए 10-10 हज़ार रुपये का आर्थिक दंड लगाया, जबकि 15 लोग इस मामले में सबूतों के अभाव में बरी हो गए। सुनवाई के दौरान एक आरोपी की मृत्यु हो गई थी। सजा सुनाये जाने के बाद 4 नवंबर को सैनी की विधानसभा सदस्यता रद्द कर दी गई। ”
पड़ताल के अंत में हमने विक्रम सैनी के वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले फेसबुक यूजर अनुराग वर्मा की जांच की। जांच में पता चला कि फेसबुक पर यूजर के 32 हजार फॉलोअर्स हैं। यूजर एक विचारधारा से प्रभावित है।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में विक्रम सैनी के वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा भ्रामक साबित हुआ। वायरल वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं, बल्कि तीन साल पुराना है। जिसे सोशल मीडिया यूजर्स भ्रामक दावे के साथ शेयर कर रहे हैं।
सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्यम से भी सूचना दे सकते हैं।