Fact Check: चंद्रशेखर आज़ाद की अरशद मदनी से गले मिलने की 2018 की फोटो, भ्रामक दावे से वायरल

विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल की जा रही पोस्ट भ्रामक है। चंद्रशेखर आज़ाद और मौलाना अरशद मदनी की यह फोटो साल 2018 की है। पुरानी फोटो को लोकसभा चुनाव 2024 से जोड़ दिया गया है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज़)। उत्तर प्रदेश की नगीना सीट से आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के उम्मीदवार चंद्रशेखर ने अपने नाम जीत दर्ज की है, इसी बीच सोशल मीडिया पर उनकी एक तस्वीर वायरल हो रही है। वायरल की जा रही फोटो में उन्हें जमीयत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी से गले मिलते हुए देखा जा सकता है। तस्वीर को लोकसभा चुनाव 2024 से जोड़कर इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि नवनियुक्त सांसद चंद्रशेखर आज़ाद, अरशद मदनी से आशीर्वाद लेने पहुंचे हैं।

विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल की जा रही पोस्ट भ्रामक है। चंद्रशेखर आज़ाद और मौलाना अरशद मदनी की यह फोटो साल 2018 की है। पुरानी फोटो को लोकसभा चुनाव 2024 से जोड़ दिया गया है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर ने वायरल पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा, ”भीम आर्मी चीफ़ और नवनियुक्त सांसद Chandra Shekhar Azad Urf Ravan ने दारुल उलूम देवबंद पहुंचकर हज़रत मौलाना सय्यद Maulana Arshad Madni Sb साहब से सर पर हाथ रखवाया। इस जवान को इसलिए मुस्लिम पसंद करते है कि हमेशा दुःख दर्द में खड़ा रहता है। और आज जब उनको ताक़त मिली है तो भी आशीर्वाद लेने एक आलिम ए दीन और बहुत बड़े बुजुर्ग से ही दुआ की दरखास्त की है।”

पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखें।

पड़ताल

अपनी पड़ताल को शुरू करते हुए सबसे पहले हमने वायरल फोटो को गूगल लेंस के जरिये सर्च किया। सर्च में हमें  यह तस्वीर नवभारत टाइम डॉट इंडिया टाइम्स की वेबसाइट पर 19 सितम्बर 2018 को अपलोड हुई मिली। यहां खबर में दी गई मालूमात के मुताबिक, ”भीम आर्मी अब देश में अपना सामाजिक दायरा बढ़ाने की तैयारी में जुट गई है। संगठन ने अब मुस्लिम संगठनों को भी साधना शुरू कर दिया है। इस दौरान भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद ने मंगलवार को देवबंद पहुंचकर जमीयत उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी से उनके निवास पर जाकर मुलाकात की। मदनी और चंद्रशेखर की यह मुलाकात राजनीतिक मायने में बहुत महत्व रखती है। इस मुलाकात को औपचारिक मुलाकात का नाम दिया जा रहा है।”

इसी मुलाकात की फोटो हमें वन इंडिया की वेबसाइट पर भी मिली। 19 सितम्बर 2018 की खबर के मुताबिक, ‘जेल से निकलने के बाद भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद अब 2019 के लोकसभा चुनाव को लेकर अपनी रणनीति बनाने में जुट गए हैं। चंद्रशेखर ने मंगलवार को देवबंद में जमीयत उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी से मुलाकात की। दोनों के बीच बंद कमरे में करीब 20 मिनट तक बातें हुईं।”

वायरल पोस्ट से जुड़ी पुष्टि के लिए हमने आज़ाद समाज पार्टी के संस्थापक सदस्यों से में एक साजिद अली चौधरी से संपर्क किया और वायरल पोस्ट उनके साथ शेयर की। उन्होंने भी हमें पुष्टि देते हुए बताया कि यह तस्वीर 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले की है।

भ्रामक पोस्ट को शेयर करने वाले फेसबुक पेज की सोशल स्कैनिंग में हमने पाया कि इस पेज को 20 हजार लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल की जा रही पोस्ट भ्रामक है। चंद्रशेखर आज़ाद और मौलाना अरशद मदनी की यह फोटो साल 2018 की है। पुरानी फोटो को लोकसभा चुनाव 2024 से जोड़ दिया गया है।

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