Fact Check: 2018 के चीन के सर्कस का वीडियो हरिद्वार के नाम पर वायरल

सर्कस में रिंग के अंदर शेर और बाघ द्वारा एक घोड़े पर हमला करने का वायरल वीडियो चीन के तैयांग सर्कस का है। इसका हरिद्वार से कोई संबंध नहीं है। वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक सर्कस का वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें सर्कस में रिंग के अंदर शेर और बाघ दोनों को एक घोड़े पर हमला करते हुए देखा जा सकता है। वीडियो में आगे रिंग के अंदर मौजूद क्रू मेंबर्स घोड़े को बचाने और शेर व बाघ को मारकर भगाने की कोशिश करते नज़र आ रहे हैं। सोशल मीडिया यूज़र्स इस वीडियो को शेयर कर दावा कर रहे हैं कि वायरल वीडियो हरिद्वार के सर्कस का है।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो चीन के एक सर्कस का है, हरिद्वार का नहीं। वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। असल में वायरल वीडियो जनवरी साल 2018 में चीन के तैयांग सर्कस द्वारा आयोजित पूर्वाभ्यास कार्यक्रम के दौरान का है, जिसे अभी का बताकर गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

क्या है वायरल पोस्ट में

फेसबुक यूजर मधुकर पांडे (Madukar pandey) ने 15 नवंबर को वीडियो शेयर किया है। वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है,

हरिद्वार में सर्कस दिखाने के दौरान दोनों शेर घोड़े को देखकर हिंसक हो गए। इन्हें कैसे काबू में किया गया देखिए।

वीडियो के ऊपर लिखा हुआ है : Date 3- 11-2022 रात 11 बजे उत्तराखंड के हरिद्वार शहर, सर्कस कार्यक्रम के दौरान दो शेर घोडा ऊपर हिंसक हो गया है।

यूजर द्वारा शेयर की गई पोस्ट के कंटेंट को हूबहू लिखा गया है। पोस्ट के आकाईव वर्जन को यहां देखा जा सकता है। कई अन्य यूज़र्स भी ऐसे ही मिलते-जुलते दावे के साथ इस तस्वीर को शेयर कर रहे हैं।

पड़ताल

वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले कुछ कीवर्ड से इस बारे में गूगल पर ओपन सर्च किया। इसमें हमें नईदुनिया की वेबसाइट पर वायरल वीडियो से जुड़ी एक खबर मिली। 17 जनवरी 2018 को छपी इस खबर में लिखा है, “चीन के एक सर्कस में रिहर्सल चल रही थी। तब रिंग में शेर और बाघ दोनों ने एक घोड़े पर हमला कर दिया। जैसे ही हमला हुआ क्रू के लोगों ने घोड़े को बचाने की खूब कोशिश की। इस वीडियो को रिंग के पास खड़े एक शख्स ने शूट किया है।” पूरी खबर को यहां पढ़ें।

न्यूयॉर्क पोस्ट के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर 16 जनवरी 2018 को वीडियो अपलोड मिला। दी गई जानकारी के मुताबिक,”चीन के कांगझोउ शहर में तैयांग सर्कस के लिए रिहर्सल उस समय अराजकता में बदल गई, जब शेर और बाघ दोनों ने एक घोड़े पर हमला कर दिया। घटना कथित तौर पर तब शुरू हुई, जब घोड़े ने शेर को लात मारी, जिससे हिंसक प्रतिक्रिया हुई।’ वीडियो को यहां देखा जा सकता है।

एबीपी लाइव डॉट कॉम पर भी वायरल वीडियो से जुड़ी खबर को पढ़ा जा सकता है। 16 जनवरी 2018 को प्रकाशित खबर में दी गई जानकारी के अनुसार,”वायरल वीडियो चीन का है, जहां सर्कस में रिहर्सल के दौरान यह घटना हुई थी।

वायरल वीडियो से जुड़ी अन्य न्यूज़ रिपोर्ट्स को यहां पढ़ें। अधिक जानकारी के लिए हमने दैनिक जागरण हरिद्वार के जिला प्रभारी अनूप कुमार से संपर्क किया। उनके साथ वायरल वीडियो को शेयर किया। उनका कहना है, ‘यहां पर करीब तीन साल से कोई सर्कस नहीं लगा है। वायरल दावा गलत है।’

वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले फेसबुक यूजर ‘मधुकर पांडे’ की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। प्रोफाइल में मौजूद जानकारी के मुताबिक, यूजर को 599 लोग फॉलो करते हैं। फेसबुक पर यह पेज 3 दिसंबर 2018 से एक्टिव है।

निष्कर्ष: सर्कस में रिंग के अंदर शेर और बाघ द्वारा एक घोड़े पर हमला करने का वायरल वीडियो चीन के तैयांग सर्कस का है। इसका हरिद्वार से कोई संबंध नहीं है। वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

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