Fact Check : वाघा बॉर्डर की 2008 की तस्‍वीर के साथ छेड़छाड़ करके किया जा रहा है वायरल

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल तस्‍वीर फर्जी साबित हुई। वर्ष 2008 की बीटिंग रिट्रीट की तस्‍वीर के साथ छेड़छाड़ करके वायरल किया जा रहा है।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया के विभिन्‍न प्‍लेटफॉर्म पर एक तस्‍वीर वायरल हो रही है। इसमें भारतीय जवान के पैंट को पीछे की तरफ से गीला दिखाया गया है। इसे #AbhiNoneDoneAward हैशटैग के साथ वायरल किया जा रहा है। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल तस्‍वीर की जांच की तो यह फर्जी साबित हुई। दरअसल वर्ष 2008 की एक तस्‍वीर को एडिट करके भारतीय सेना के खिलाफ इस्‍तेमाल की जा रही है। ओरिजनल तस्‍वीर वाघा बार्डर के बीटिंग रिट्रीट कार्यक्रम की है। इसे एपी के फोटोग्राफर ने क्लिक किया था।

क्‍या हो रहा है वायरल

ट्विटर हैंडल चूजी ने #AbhiNoneDoneAward लिखते हुए 23 नवंबर 2021 को एक तस्‍वीर पोस्‍ट की। इसमें नीले घेरे में भारतीय जवान की पैंट को गीला दिखाया गया है।

पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों लिखा गया है। इसके आकाईव्‍ड वर्जन को यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल तस्‍वीर की सच्‍चाई जानने के लिए सबसे पहले गूगल रिवर्स इमेज टूल का इस्‍तेमाल किया। बीबीसी हिंदी की वेबसाइट पर हमें 26 मई 2011 की एक खबर मिली। इसमें वायरल तस्‍वीर का इस्‍तेमाल किया गया था। हालांकि, यह तस्‍वीर आधी थी। इसके ऊपर एपी लिखा हुआ दिखा। इसे यहां देखा जा सकता है।

जांच को आगे बढ़ाते हुए हमने सर्च जारी रखा। एपी पर हमें ओरिजनल तस्‍वीर मिली। इसमें ऐसा कुछ भी नजर नहीं आया, जैसा कि वायरल तस्‍वीर में दिखाया जा रहा था। ओरिजनल तस्‍वीर के साथ कैप्‍शन में बताया गया कि यह तस्‍वीर 25 दिसंबर 2008 की है। वाघा बार्डर पर बीटिंग रिट्रीट की इस तस्‍वीर को केएम चौधरी ने क्लिक की थी। इसे यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल के दौरान हमने भारतीय सेना के एक वरिष्‍ठ प्रवक्‍ता से संपर्क किया। उन्‍होंने बताया कि सीमा पार के कुछ लोग भारतीय सेना के खिलाफ दुष्‍प्रचार के लिए तस्‍वीरों के साथ छेड़छाड़ करके वायरल करते हैं। वायरल तस्‍वीर भी एक ऐसी ही फर्जी तस्‍वीर है।

पड़ताल के अंत में विश्‍वास न्‍यूज ने फर्जी पोस्‍ट करने वाले ट्विटर हैंडल चूजी की सोशल स्‍कैनिंग की। यह फर्जी निकला। इसे फरवरी 2021 को बनाया गया था।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल तस्‍वीर फर्जी साबित हुई। वर्ष 2008 की बीटिंग रिट्रीट की तस्‍वीर के साथ छेड़छाड़ करके वायरल किया जा रहा है।

False
Symbols that define nature of fake news
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