Fact Check: 7 साल पूरे होने पर जियो की ओर से नहीं दिया जा रहा है 1950 का फ्री इनाम, वायरल पोस्ट फेक है

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट फर्जी निकला। कंपनी की ओर से ऐसा कोई ऑफर नहीं दिया जा रहा है। पाठकों को किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक नहीं करना चाहिए।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया पर फ्री ऑफर के नाम पर कई तरह के फर्जी पोस्ट वायरल होते रहते हैं। इन पोस्ट का मकसद आपकी निजी जानकारी इकट्ठा करना और फ्रॉड करना होता है। अब ऐसी ही एक पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल की जा रही है। जिसमें दावा किया जा रहा है कि जियो कंपनी अपने सात साल पूरा होने पर 1950 रुपये का फ्री इनाम दे रही है।

विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में वायरल दावे को फर्जी पाया। जियो के नाम से वायरल हो रही पोस्ट गलत है। एक्सपर्ट का कहना है कि भूलकर भी ऐसे लिंक पर क्लिक नहीं करना चाहिए। जियो अपने यूजर्स को कोई फ्री इनाम नहीं दे रहा है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर ‘डायरेक्ट लोकल’ ने (आर्काइव वर्जन) 4 जून को मुकेश अंबानी की फोटो वाली एक पोस्ट को शेयर किया है। वायरल पोस्ट में लिखा है, “जीता हुआ इनाम को तुरंत पाए!!!!आज ही प्राप्त करे।”

पोस्ट के ऊपर लिखा हुआ है :  Jio कंपनी के सात साल पूरे होने पर आपको दिया जाता है रु. 1950 बिलकुल मुफ्त। पैसों को खाते में लेने के लिए क्लिक करें।

फेसबुक पर ‘ए आर’ नाम के अन्य यूजर ने (आर्काइव लिंक) भी जियो के नाम से एक पोस्ट को शेयर किया है और लिखा है, “JIO की तरफ से सभी देशवासियों को ₹1999 तक का इनाम। जियो के 15 साल पूरे होने पर सबको 1999 रुपए मुफ्त।” पोस्ट के साथ एक लिंक भी दिया गया है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने सबसे पहले वायरल पोस्ट में इस्तेमाल की गई वेबसाइट के यूआरएल को ध्यान से देखा। इसको देखकर ही समझ में आ गया है कि यह जियो वेबसाइट का लिंक नहीं है, बल्कि किसी फ्रॉड वेबसाइट का लिंक है। दिए गए लिंक पर क्लिक करने पर ‘getnowwz.in’ नाम की किसी वेबसाइट का लिंक खुला, जिसमें एक स्क्रैच कार्ड है। लिखा है कि स्क्रैच कार्ड पर क्लिक करके पैसे अपने बैंक में ले सकते हैं।

जांच को आगे बढ़ाते हुए हमने जियो की आधिकारिक वेबसाइट का रूख किया। वहां हमें ऐसा कोई ऑफर नहीं मिला। यदि कंपनी की ओर से इतना बड़ा ऑफर दिया जाता तो जरूर उसकी कोई न कोई जानकारी वेबसाइट पर मौजूद होती। हमने जियो के सोशल मीडिया हैंडल को भी सर्च किया। वहां भी वायरल दावे से जुड़ी कोई पोस्ट नहीं मिली।

पड़ताल में आगे हमने वायरल पोस्‍ट के आधार पर कुछ कीवर्ड्स बनाए। फिर इन्‍हें गूगल ओपन सर्च टूल के माध्‍यम से सर्च किया। हमें ऐसी कोई खबर नहीं मिली। यह पहली बार नहीं है, जब जियो के नाम से फर्जी पोस्ट वायरल हुआ है। इससे पहले भी कई बार जियो के नाम पर अलग-अलग तरह के फर्जी मैसेज वायरल हुए थे। जिनकी जांच विश्वास न्यूज ने की थी। आप हमारी फैक्ट चेक स्टोरी को यहां पढ़ सकते हैं।

ऐसे फर्जी पोस्ट को लेकर हमने कई साइबर एक्सपर्ट से बात की है। उनका कहना है कि इस तरह के पोस्ट का मकसद आपकी जानकारी चुराना होता है। साइबर क्राइम करने वाले ठगने के लिए नए-नए तरीके निकाल रहे हैं। वे लोगों को ऑफर्स का लालच देते हैं और उनका निजी डेटा चुरा लेते हैं। हमें इस तरह से जल्दबाजी में किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक नहीं करना चाहिए। अधिक जानकारी के लिए हमने इंडियन साइबर आर्मी के अध्यक्ष और भारतीय पुलिस के साइबर अपराध सलाहकार किसलय चौधरी से संपर्क किया। उनके साथ वायरल लिंक को शेयर किया। उन्होंने कहा,वायरल लिंक पर क्लिक ना करें। इससे आपका डेटा चोरी हो सकता है और आपके अकाउंट को भी हैक किया जा सकता है। यूजर को ध्यान देना चाहिए कि अगर कोई कंपनी इस तरह के ऑफर देगी, तो वो अपने सोशल मीडिया या वेबसाइट पर इसकी जानकारी जरूर साझा करेगी। इसलिए लिंक पर क्लिक करने से पहले उसकी पूरी जानकारी लेनी चाहिए।

अंत में जब फर्जी पोस्‍ट करने वाले पेज की जांच की गई। पता चला कि 290 लोग लोग इसे फॉलो करते हैं। फेसबुक पर यह पेज 26 मार्च 2022 को बनाया गया है।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट फर्जी निकला। कंपनी की ओर से ऐसा कोई ऑफर नहीं दिया जा रहा है। पाठकों को किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक नहीं करना चाहिए।

False
Symbols that define nature of fake news
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