विश्वास न्यूज की पड़ताल में महारानी एलिजाबेथ के अंतिम संस्कार के वीडियो को लेकर किया जा रहा वायरल दावा गलत साबित हुआ। वायरल वीडियो का महारानी एलिजाबेथ के अंतिम संस्कार से कोई संबंध नहीं है। यह वीडियो साल 2009 में हुए एक कार्यक्रम के दौरान का है। जिसे अब यूजर्स महारानी एलिजाबेथ के निधन के साथ जोड़कर गलत दावे के साथ शेयर कर रहे हैं।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ-II के निधन के बाद से ही सोशल मीडिया पर लंदन के बकिंघम पैलेस में श्लोक पढ़ते बच्चों का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो को शेयर कर यूजर्स दावा कर रहे हैं कि ये वीडियो क्वीन एलिजाबेथ के अंतिम संस्कार का है। महारानी एलिजाबेथ के अंतिम संस्कार से पहले ब्रिटेन के बच्चों ने हिंदू मंत्र उच्चारण किया।
विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा गलत साबित हुआ। वायरल वीडियो का महारानी एलिजाबेथ के अंतिम संस्कार से कोई संबंध नहीं है। यह वीडियो साल 2009 में हुए एक कार्यक्रम के दौरान का है। जिसे अब यूजर्स महारानी एलिजाबेथ के निधन के साथ जोड़कर गलत दावे के साथ शेयर कर रहे हैं।
फेसबुक यूजर Motilal Agarwal ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है, “ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ के अंतिम संस्कार में सनातनी श्लोक का पठन।”
रिपोर्ट लिखे जाने तक यूजर की पोस्ट पर दो हजार लाइक 137 कमेंट और एक हजार शेयर थे। पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखा जा सकता है।
वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने वीडियो को गौर से देखा। हमने पाया कि वीडियो पर Wildsfilm.com लिखा हुआ है। इसके बाद हमने इस कीवर्ड् की सहायता से गूगल पर सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें ये वीडियो Wilds Films India के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर अपलोड मिला। वीडियो को 22 मई 2019 को शेयर किया गया था। जिसके बाद ये तो साफ होता है कि वीडियो का महारानी एलिजाबेथ के निधन से कोई संबंध नहीं है। कैप्शन में दी गई जानकारी के मुताबिक, यह वीडियो 2010 कॉमनवेल्थ गेम्स के एक कार्यक्रम का है।
पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने एक बार फिर से गूगल पर सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो से जुड़ी एक रिपोर्ट टाइम्स ऑफ इंडिया की वेबसाइट पर 29 अक्टूबर 2009 को प्रकाशित मिली। रिपोर्ट के अनुसार, St James School Choir के बच्चों ने क्वींस बैटन रिले के कार्यक्रम में हिंदू श्लोक पढ़े थे। ये कॉमनवेल्थ गेम्स-2010 का शुरुआती प्रोग्राम था। यह कार्यक्रम कॉमनवेल्थ गेम्स की शुरुआत से पहले आयोजित किया जाता है। उस दौरान इस कार्यक्रम में महारानी एलिजाबेथ के साथ-साथ भारत की पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल और तत्कालीन खेल मंत्री एमएस गिल शामिल हुए थे।
सर्च के दौरान हमें यह वीडियो कॉमनवेल्थ गेम्स दिल्ली के आधिकारिक पेज पर साल 2009 को अपलोड मिला।
अधिक जानकारी के लिए हमने लंदन की पत्रकार Naomi Canton से संपर्क किया। हमने वायरल वीडियो को उनके साथ शेयर किया। उन्होंने हमें बताया कि यह वीडियो महारानी के अंतिम संस्कार का नहीं है, क्योंकि महारानी एलिजाबेथ का अंतिम संस्कार अभी नहीं हुआ है। उनका अंतिम संस्कार 19 सितंबर को होगा। अभी उनका पार्थिव शरीर स्कॉटलैंड में है, सोमवार तक लंदन में लाया जाएगा। फिर लोग उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे, फिर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
गलत दावे को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर Motilal Agarwal की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। प्रोफाइल पर दी गई जानकारी के मुताबिक, यूजर ओडिशा का रहने वाला है। फेसबुक पर यूजर को 1039 लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में महारानी एलिजाबेथ के अंतिम संस्कार के वीडियो को लेकर किया जा रहा वायरल दावा गलत साबित हुआ। वायरल वीडियो का महारानी एलिजाबेथ के अंतिम संस्कार से कोई संबंध नहीं है। यह वीडियो साल 2009 में हुए एक कार्यक्रम के दौरान का है। जिसे अब यूजर्स महारानी एलिजाबेथ के निधन के साथ जोड़कर गलत दावे के साथ शेयर कर रहे हैं।
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