Fact Check : बचा हुआ खाना इकट्ठा करने के लिए नहीं है 1098 नंबर, वायरल मैसेज फर्जी

विश्वास न्यूज ने वायरल दावे की पड़ताल की और पाया कि 1098 चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर के नाम पर झूठ फैलाया जा रहा है। 1098 संकटग्रस्त बच्चों के लिए एक निःशुल्क आपातकालीन हेल्पलाइन है। इस नंबर पर कॉल करने से लोग बचा हुआ खाना इकट्ठा करने के लिए नहीं आते हैं।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। पार्टी या शादी के कार्यक्रमों में आपने खाना बर्बाद होते हुए देखा होगा और इसे देखकर शायद आपके मन में ये ख्याल भी आया हो कि ये खाना किसी जरूरतमंद को दिया जा सकता। इसी से जोड़कर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट तेजी से वायरल हो रही है। पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि पीएम मोदी ने घोषणा करते हुए कहा है कि घर में कोई समारोह/पार्टी है और बहुत सारा खाना बर्बाद हो रहा है, तो कृपया 1098 पर कॉल करें। चाइल्ड हेल्पलाइन के लोग आपसे भोजन एकत्र करने के लिए वहां पर आएंगे। इस मैसेज को आगे फॉरवर्ड करने के लिए भी कहा जा रहा है। 

विश्वास न्यूज ने वायरल दावे की पड़ताल की और पाया कि 1098 चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर के नाम पर झूठ फैलाया जा रहा है। 1098 संकटग्रस्त बच्चों के लिए एक निःशुल्क आपातकालीन हेल्पलाइन है। इस नंबर पर कॉल करने से लोग बचा हुआ खाना इकट्ठा करने के लिए नहीं आते हैं।

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक यूजर राष्ट्रीय आदर्श मंच ने 20 फरवरी 2023 को वायरल पोस्ट को शेयर किया है। यूजर ने लिखा है, “खुशखबरी: जैसा कि पीएम मोदी द्वारा घोषित किया गया है – यदि आपके घर में कोई समारोह/पार्टी है और बहुत सारा खाना बर्बाद हो रहा है, तो कृपया 1098 (भारत में कहीं भी) पर कॉल करें – चाइल्ड हेल्पलाइन के लोग आपसे भोजन एकत्र करेंगे।  .. कृपया इस संदेश को हर जगह फैलाएं ताकि बहुत से बच्चों को खाने में मदद मिल सके।  प्लीज इस चेन को मत तोड़िए  मदद करने वाले हाथ प्रार्थना करने वाले होठों से बेहतर हैं* कृपया इस खबर को 4 ग्रुप में शेयर करें.. कॉपी और पेस्ट करने और भेजने में कुछ सेकंड लगते हैं… *धन्यवाद।”

फेसबुक पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों लिखा गया है। इसके आर्काइव वर्जन को यहां देखें।

पड़ताल

वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स से सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें चाइल्डलाइन इंडिया फाउंडेशन की वेबसाइट मिली। वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, 1098 नंबर बच्चों से जुड़ी समस्याओं के लिए है। इस नंबर पर कॉल कर बच्चों से जुड़ी परेशानियों को बताकर मदद मांगी जा सकती है और यह टोल फ्री नंबर है।

पड़ताल के दौरान हमें दावे से जुड़ी एक रिपोर्ट इंडिया टुडे की वेबसाइट पर 16 जुलाई 2018 को प्रकाशित मिली। रिपोर्ट के अनुसार, चाइल्डलाइन ने स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा था कि 1098 नंबर पार्टी आदि के बाद बचा हुआ भोजन एकत्र करने के लिए नहीं है। यह नंबर जरूरतमंद बच्चों की मदद करने के लिए है।

विश्वास न्यूज को वायरल दावे से जुड़ी एक पोस्ट चाइल्डलाइन इंडिया फाउंडेशन के आधिकारिक फेसबुक पेज पर मिली। पोस्ट को 29 मई 2013 शेयर किया गया है। पोस्ट में वायरल दावे को फर्जी बताया गया है। पोस्ट में अंग्रेजी में लिखा हुआ है, 1098  नंबर के नाम से चल रही झूठी चेन मेल से सावधान रहें। एक मैसेज के जरिए कहा जा रहा है कि हम समारोह में बचा हुआ खाना इकट्ठा करते हैं, यह मैसेज फर्जी है। हम बचा हुआ खाना इकट्ठा नहीं करते हैं।  हमारी लाइनें इसके कारण जाम हो जाती हैं और जिन बच्चों को हमारी ज़रूरत है, वे हमसे जुड़ नहीं पाते।

अधिक जानकारी के लिए हमने चाइल्डलाइन इंडिया फाउंडेशन के हेड रिसोर्स मोबिलाइजेशन एंड कम्युनिकेशन, विकास पुथरन से संपर्क किया। उन्होंने इसे फर्जी बताया है। 

फेक पोस्ट शेयर करने वाले फेसबुक यूजर ‘राष्ट्रीय आदर्श मंच‘ की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। इसके मुताबिक, वह उत्तर प्रदेश का रहने वाला हैं। यूजर को फेसबुक पर 2500 लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने वायरल दावे की पड़ताल की और पाया कि 1098 चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर के नाम पर झूठ फैलाया जा रहा है। 1098 संकटग्रस्त बच्चों के लिए एक निःशुल्क आपातकालीन हेल्पलाइन है। इस नंबर पर कॉल करने से लोग बचा हुआ खाना इकट्ठा करने के लिए नहीं आते हैं।

False
Symbols that define nature of fake news
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