Fact Check: अफगानिस्तान में सेना के काफिले पर हुए हमले की 10 साल पुरानी तस्वीर जम्मू की हालिया घटना बताकर वायरल

विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल की जा रही बस की तस्वीर 2014 की है, जब अफगानिस्तान में एक आत्मघाती हमलावर ने काबुल में वायुसेना की बस पर हमला कर आठ सैन्य अधिकारियों की हत्या कर दी थी। हालांकि,ये बात सही है कि 9 जून को जम्मू के रियासी जिले में श्रद्धालुओं से भरी बस पर आतंकियों ने हमला किया था। इस घटना के बाद कठुआ और डोडा में सुरक्षाबल के जवानों पर 3 अलग-अलग हमले हुए। मगर इनमें सेना की बस को कहीं भी निशाना नहीं बनाया गया।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। जम्मू-कश्मीर के रियासी, कठुआ और डोडा में पिछले 5 दिनों में एक के बाद एक लगातार चार आतंकी घटनाएं हुई। आतंकियों ने पहले रियासी में श्रद्धालुओं की एक बस पर हमला किया जिसमें कई जानें गयीं और, फिर कठुआ और डोडा में सेना के कैम्पों को निशाना बनाया गया।  इन घटनाओं के बीच सोशल मीडिया पर एक सेना की बस की तस्वीर को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि जम्मू-कश्मीर के रियासी में भारतीय सेना के जवानों को ले जा रही बस पर  हमला हुआ है जिसमें भारतीय सैनिकों के 10 जवान शहीद हुए हैं।

विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल की जा रही बस की तस्वीर 2014 की है, जब अफगानिस्तान में एक आत्मघाती हमलावर ने काबुल में वायुसेना की बस पर हमला कर आठ सैन्य अधिकारियों की हत्या कर दी थी।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर Walid Bhai (Archive) ने 10 जून को वायरल तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा है, “#ब्रेकिंग:बड़ी खबर अभी-अभी, जम्मू-कश्मीर के रियासी में भारतीय सेना के जवानों को ले जा रही बस पर बड़ा हमला हुआ है। स्थानीय पुलिस ने दस (10) भारतीय सैनिकों के मारे जाने की पुष्टि की है।”

पड़ताल

वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल तस्वीर से जुड़ी एक खबर यूरो न्यूज़ के यूट्यूब चैनल पर 2 जुलाई 2014 को अपलोड मिली। खबर में वायरल स्क्रीनशॉट का वीडियो वर्जन देखा जा सकता है। वीडियो के साथ डिस्क्रिप्शन लिखा है, “In Afghanistan, at least eight people have been killed and 13 others wounded after a suicide bomber attacked a military bus in Kabul (अफगानिस्तान में काबुल में एक सैन्य बस पर आत्मघाती हमले में कम से कम आठ लोग मारे गए और 13 अन्य घायल हो गए।). “

अब ये तो साफ़ था कि तस्वीर अफगानिस्तान की है। मगर हमें जानना था कि क्या रियासी में सेना की बस पर कोई हमला हुआ है? ढूंढ़ने पर हमें कहीं भी सेना की बस पर हमले की कोई खबर नहीं मिली। हालांकि, ये बात सही है कि 9 जून को जम्मू के रियासी जिले में श्रद्धालुओं से भरी बस पर आतंकियों ने घात लगाकर हमला कर दिया था, जिसमें 9 लोगों की मौत हो गई.थी। इस घटना के बाद कठुआ और डोडा में सुरक्षाबल के जवानों पर 3 अलग-अलग हमले हुए। मगर इनमें सेना की बस को कहीं भी निशाना नहीं बनाया गया।

हमने इस विषय में दैनिक जागरण के लिए आर्मी को कवर करने वाले जम्मू स्थित पत्रकार विवेक से बात की। उन्होंने कन्फर्म किया कि ये तस्वीर हालिया हमलों से संबंधित नहीं है और रियासी में सेना की बस पर नहीं, बल्कि श्रद्धालुओं की बस पर हमला हुआ था।

 इन हमलों को लेकर ज़्यादा जानकारी इन ख़बरों में पढ़ीं जा सकती है (यहाँ, यहाँ, और यहाँ)

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल के अंत में इस पोस्ट को शेयर करने वाले यूजर Walid Bhai की जांच की। सोशल स्‍कैनिंग में पता चला कि यूजर के फेसबुक पर 1.5  हजार फॉलोअर्स हैं।  

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल की जा रही बस की तस्वीर 2014 की है, जब अफगानिस्तान में एक आत्मघाती हमलावर ने काबुल में वायुसेना की बस पर हमला कर आठ सैन्य अधिकारियों की हत्या कर दी थी। हालांकि,ये बात सही है कि 9 जून को जम्मू के रियासी जिले में श्रद्धालुओं से भरी बस पर आतंकियों ने हमला किया था। इस घटना के बाद कठुआ और डोडा में सुरक्षाबल के जवानों पर 3 अलग-अलग हमले हुए। मगर इनमें सेना की बस को कहीं भी निशाना नहीं बनाया गया।

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