Fact Check: गोरखपुर पुलिस ने नहीं जारी की है बच्चा चोर गैंग से बचने की चेतावनी, एडिटेड वीडियो वायरल

हमने अपनी पड़ताल में पाया कि असल में इस वीडियो से छेड़छाड़ की गयी है। विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि असल में यह वीडियो एडिटेड है। वीडियो में ऊपर से वॉइस ओवर जोड़ा गया है। गोरखपुर पुलिस ने भी यह क्लियर किया है कि गोरखपुर में ऐसा कोई बच्चा चोर या ऑर्गन ट्रैफिकिंग गैंग सक्रिय नहीं है।

Fact Check: गोरखपुर पुलिस ने नहीं जारी की है बच्चा चोर गैंग से बचने की चेतावनी, एडिटेड वीडियो वायरल

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। वॉट्सऐप पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक पुलिस अधिकारी को देखा जा सकता है। वीडियो में पीछे चल रहे वॉइस ओवर में कहा जा रहा है, “किसी भी कचरा लेने वाले, साधु, फेरीवाले और भिखारी के लिए दरवाजे न खोलें। बस शोर मचाओ और उन्हें भगा दो। गलती से भी ना कहें कि घर में कोई नहीं है, बाद में आएं। … खबरदार। जनहित में जारी, गोरखपुर पुलिस।” विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि असल में यह वीडियो एडिटेड है। वीडियो में ऊपर से वॉइस ओवर जोड़ा गया है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

विश्वास न्यूज़ को अपने चैटबॉट नंबर +91 95992 99372 पर एक वीडियो मिला, जिसमे यूजर ने हमसे उस वीडियो की सच्चाई जाननी चाही। वायरल वीडियो में एक पुलिस अधिकारी को देखा जा सकता है। वीडियो में पीछे चल रहे वॉइस ओवर में कहा जा रहा है, “किसी भी कचरा लेने वाले, साधु बाबा, फेरीवाले और भिखारी के लिए दरवाजे न खोलें। बस शोर मचाओ और उन्हें भगा दो। गलती से भी ना कहें कि घर में कोई नहीं है, बाद में आएं। घर में अगर पालतू कुत्ता है तो उसे खोल दें। मुख्य द्वार न खोलें। अपना और अपने बच्चों का ख्याल रखें। सतर्क रहें और सुरक्षित रहें। आज बरगदवा से ऐसी खबरें आई है कि भिखारियों के रूप में 500 लोग आए हैं। वे रास्ते में किसी को भी बंधक बना लेते हैं और उसके दिल और गुर्दे बेच देते हैं। लगभग 6-7 लोग पकड़े गए हैं और उन्होंने स्वीकार किया है कि 500 लोग निकले हुए हैं। इस संदेश को अपने सभी मित्रों और परिवार के सदस्यों को भेजें। कृपया सुरक्षित रहें। 15-20 लोगों की टोली आयी है उनके साथ महिलाएं और बच्चे भी हैं। उनके पास हथियार भी हैं। वे आधी रात को आते हैं और बच्चों के रोने की आवाज आती है। कृपया अपने दरवाजे न खोलें और अधिकतम ग्रुप्स में शेयर करें। यह संदेश 2-3 दिनों में वायरल होना चाहिए। आपकी सुरक्षा आपके हाथों में है। खबरदार। जनहित में जारी, गोरखपुर पुलिस।” इस पोस्ट के साथ डिस्क्रिप्शन लिखा है “ऐसा भिकारी बनकर बहुत लोग निकले हैं बच्चों को पकड़ने के लिए कृपया आप सावधान रहें और अपने बच्चे को भी सावधान रखे क्योंकि हमारे इलाके में अभी बहुत सारे आदमी पकड़ा गए हैं जैसे कि यह वीडियो देख रहे हैं
🎤 आपकी आवाज टेढ़ागाछ 🎤”

पड़ताल

इस वीडियो की पड़ताल करने के लिए हमने सबसे पहले इस वीडियो को ठीक से देखा। वीडियो में ऊपर Gorakhpur News का लोगो लगा है। वीडियो में नीचे चल रहे स्क्रॉल में लिखा है, “सिटी डॉ कौस्तुभ ने सोशल मीडिया पर वायरल होने वाले संदेशों को फर्जी बताया। कहा- यदि आप ऐसा कोई भी संदेश देखते हैं, तो पुलिस को सूचित करें और कानून को अपने हाथ में न लें।” यहाँ वीडियो का ऑडियो और नीचे लिखा सन्देश बिल्कुल विपरीत हैं। साथ ही ज़्यादातर वीडियो में लिपसिंक नहीं है। हमें शक हुआ कि वीडियो फर्जी हो सकता है।

इसके बाद हमने InVid टूल की मदद से इस वीडियो के कीफ्रेम्स निकाले फिर उन्हें गूगल रिवर्स इमेज पर “Gorakhpur News+SP+Beggers” जैसे कीवर्ड्स के साथ सर्च किया। हमें पता चला कि यह वीडियो 2019 से सोशल मीडिया पर वायरल है।

इसके बाद हमने टाइम टूल का इस्तेमाल किया और 2019 की ख़बरों को इन्हीं कीवर्ड्स के साथ ढूंढा। सर्च में हमारे हाथ गोरखपुर न्यूज़ के यूट्यूब चैनल पर 24 अगस्त को अपलोडेड 2 मिनट 35 सेकंड का एक वीडियो लगा, जिसमें एक एंकर प्रोग्रम शुरू करते हुए बोलते हैं कि गोरखपुर SP (CITY) डॉक्टर कौस्तुभ ने सोशल मीडिया पर बच्चा चोरी पर फैले हुए मैसेज को फर्जी बताया है। इसके बाद एंकर सोशल मीडिया पर वायरल मैसेज को पढ़ते हैं और मैसेज के बाद बोलते हैं कि इस मैसेज पर गोरखपुर SP डॉक्टर कौस्तुभ का ये कहना है। इसके बाद वीडियो में SP कौस्तुभ से इस मैसेज के विषय में एक रिपोर्टर पूछते हैं, जिसपे SP कौस्तुभ बोलते हैं कि ये खबर एकदम फर्जी है। यदि किसी को भी ऐसी कोई जानकारी मिलती है तो वो तुरंत पुलिस को सूचित करें।”

इस वायरल वीडियो के सिलसिले में हमने गोरखपुर न्यूज़ के संपादक हनुमान सिंह बघेल से भी बात की जिन्होंने हमें बताया कि उनके यूट्यूब चैनल पर प्रसारित एक वीडियो को छेड़छाड़ करके शुरू और अंत का भाग हटा के और ऑडियो बदल कर वायरल किया जा है। ये शरारती तत्वों का काम है, जिसकी जांच पुलिस कर रही है। उन्होंने हमें बताया कि इस घटना के बाद गोरखपुर न्यज़ ने एक क्लेरिफिकेशन भी जारी किया था, जिसमें बताया गया है कि वायरल वीडियो क्लिप्ड फर्जी है। इस वीडियो में SP डॉ. कौस्तुभ भी इस वायरल फेक न्यूज़ पर क्लेरिफिकेशन देते नज़र आ रहे हैं। ये वीडियो आप नीचे देख सकते हैं।

इस विषय में हमने दैनिक जागरण के गोरखपुर रिपोर्टर प्रदीप श्रीवास्तव से भी संपर्क साधा। उन्होंने कहा “वीडियो 2019 का है। उस समय डॉक्टर कौस्तुभ यहाँ के पुलिस अधीक्षक (शहर) थे। अभी उनकी पोस्टिंग महराजगंज में है। उस समय इस क्लिप को काफी वायरल किया गया था। असल में उन्होंने फेक न्यूज़ के खिलाफ बयान दिया था। जिसे एडिट करके बदल दिया गया।” प्रदीप श्रीवास्तव ने पुलिस के हवाले से यह भी क्लियर किया कि गोरखपुर में ऐसा कोई बच्चा चोर या ऑर्गन ट्रैफिकिंग गैंग सक्रिय नहीं है।

इस पोस्ट को हमारे साथ चैटबॉट पर हमारी यूजर सरोज गुप्ता ने चैटबॉट पर शेयर किया था।

निष्कर्ष: हमने अपनी पड़ताल में पाया कि असल में इस वीडियो से छेड़छाड़ की गयी है। विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि असल में यह वीडियो एडिटेड है। वीडियो में ऊपर से वॉइस ओवर जोड़ा गया है। गोरखपुर पुलिस ने भी यह क्लियर किया है कि गोरखपुर में ऐसा कोई बच्चा चोर या ऑर्गन ट्रैफिकिंग गैंग सक्रिय नहीं है।

False
Symbols that define nature of fake news
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