Fact Check: आंध्र प्रदेश की SI रेवती को यूपीएससी टॉपर बताने का दावा पुराना और फर्जी निकला
हमारी पड़ताल में पता चला कि कर्नाटक में दिहाड़ी मजदूर के परिवार की लड़की रेवती का UPSC की परीक्षा में तीसरा स्थान हासिल करने का दावा झूठा है। वह अभी आंध्र प्रदेश में सब इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत है।
- By: Gaurav Tiwari
- Published: Jul 1, 2020 at 11:43 AM
- Updated: Sep 2, 2020 at 11:54 AM
नई दिल्ली (Vishvas News)। सोशल मीडिया पर तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें यूजर की ओर से दावा किया जा रहा है कि कर्नाटक में दिहाड़ी मजदूर के परिवार की लड़की रेवती ने UPSC की परीक्षा में तीसरा स्थान हासिल किया है। इस मैसेज में कहा गया है कि कि उसे IAS के लिए चुन लिया गया है।
विश्वास न्यूज की पड़ताल में पता चला कि रेवती के UPSC की परीक्षा में तीसरा स्थान प्राप्त करने और उनका आईएसएस के लिए चुना जाना दोनों ही बातें गलत है। वे आंध्र प्रदेश पुलिस में सब-इंस्पेक्टर (SI) के पद पर चुनी गईं थी। ये तस्वीर उसी समय की है।
क्या हो रहा है वायरल
पोस्ट अंग्रेजी में लिखी गई है और उसके साथ दो फोटो दी गई हैं। इन फोटो के कैप्शन में लिखा है कि मिस रेवती ने यूपीएससी में तीसरी रैंक हासिल की है और वे आईएएस के लिए चुनी गई हैं। उनके दिहाड़ी मजदूर माता-पिता उनको बधाई दे रहे हैं। इसके साथ लिखा है कि जो युवा सिविल सर्विसेज में रुचि रखते हैं, रेवती उनके लिए रोल मॉडल है। आइए उनको बधाई दें।
इस पोस्ट को 19 जून 2020 को शेयर किया गया था। इस पोस्ट को अब तक 24 बार शेयर किया जा चुका था। इस फेसबुक पोस्ट का आर्काइव वर्जन यहां देखा जा सकता है।
ये पोस्ट और भी जगह शेयर की गई थी। शिनानथुरई ज्ञानकरण ने 26 जून 2020 को इस फोटो को शेयर किया था और इसमें भी वही सब बातें लिखी हुई थीं। इस पोस्ट को अब तक 1900 बार शेयर किया जा चुका है। इस पोस्ट पर 222 लोगों ने कमेंट भी किया है।
पड़ताल
इस पोस्ट की सच्चाई जानने के लिए हमने पड़ताल करने का फैसला किया। सबसे पहले हमने आईएएस टॉपर रेवती के नाम से गूगल पर सर्च किया तो हमें ट्विटर पर उसकी तस्वीर मिली। इस पोस्ट को सुमन चोपड़ा नाम की यूजर ने शेयर किया था। इसमें भी वही बात लिखी थी कि रेवती यूपीएससी की थर्ड रैंक टॉपर है। हालांकि, ये पोस्ट 6 जुलाई 2017 को शेयर की गई थी।
इससे हमें पता चला कि ये फोटो नई नहीं है और न ही इसका दावा नया है। इसके बाद हमने इस फोटो की सच्चाई जानने के लिए इसे गूगल रिवर्स इमेज में सर्च किया। काफी मश्क्कत के बाद हमें तेलुगू वेबसाइट journalismpower.com का लिंक मिला। इस लिंक के अनुसार, 26 मार्च, 2017 को रेवती के बारे में खबर लिखी गई थी। इस खबर के अनुसार, वेंकट रेवती आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले में अवनीगड्डा के एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखती हैं। उन्होंने आंध्र प्रदेश पुलिस की परीक्षा दी और सब-इंस्पेक्टर (SI) पद के लिए उनका चयन हो गया था।
मामले को पुख्ता करने के लिए विश्वास न्यूज ने वेंकट रेवती से संपर्क करने का फैसला किया। SI रेवती ने अपने ऑफिसर डीएसपी श्रीनिवास रेड्डी की अनुमति पर विश्वास न्यूज से बात की। SI रेवती इस पूरे मामले पर नाराज नजर आईं। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर मेरे नाम पर जो भी प्रोपेगेंडा चलाया जा रहा है, वह पूरी तरह फर्जी है। उन्होंने कहा कि साल 2017 के नोटिफिकेशन के तहत SI के पद के लिए आवेदन किया था। 2018 में उन्होंने SI का पदभार ग्रहण किया था। उन्होंने कहा कि उनके नाम से फर्जी पोस्ट चलाई जा रही है। उन्होंने इस दुष्प्रचार के खिलाफ अपने आला अधिकारियों को शिकायत दर्ज करा दी है। रेवती का गृहनगर अवनीगड्डा है, जो कि आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले में पड़ता है।
SI रेवती के बारे में फर्जी पोस्ट ‘अनटोल्ड बातें’ नाम के फेसबुक पेज ने शेयर की है। इस पेज को 993 लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: हमारी पड़ताल में पता चला कि कर्नाटक में दिहाड़ी मजदूर के परिवार की लड़की रेवती का UPSC की परीक्षा में तीसरा स्थान हासिल करने का दावा झूठा है। वह अभी आंध्र प्रदेश में सब इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत है।
- Claim Review : मिस रेवती ने यूपीएससी में तीसरी रैंक हासिल की है और वे आईएएस के लिए चुनी गई हैं। उनके दिहाड़ी मजदूर माता-पिता उनको बधाई दे रहे हैं।
- Claimed By : Untold Baatein
- Fact Check : झूठ
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