Fact Check : आचार्य प्रमोद कृष्णम के आरक्षण पर दिए गए पुराने बयान को अब लोकसभा चुनाव के बीच किया गया वायरल

पुराने वीडियो को कुछ लोग अभी वायरल करके भ्रम फैला रहे हैं।

नई दिल्‍ली (Vishvas News)। कल्कि पीठाधीश्वर व कांग्रेस के पूर्व नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम का एक वीडियो वायरल हो रहा है। सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रहे इस वीडियो में उन्‍हें आरक्षण के खिलाफ बोलते हुए सुना जा सकता है। सोशल मीडिया यूजर्स इस वीडियो को पीएम नरेंद्र मोदी और भाजपा से जोड़ते हुए वायरल कर रहे हैं।

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। यह भ्रामक साबित हुई। दरअसल आचार्य प्रमोद कृष्णम ने जब यह भाषण दिया था, उस वक्‍त वह कांग्रेस के नेता था। उनके पुराने वीडियो को कुछ लोग अभी वायरल करके भ्रम फैला रहे हैं।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर पवन कन्‍नौजिया ने 28 अप्रैल को एक वीडियो को अपलोड करते हुए लिखा, “संविधान बदलेंगे – यह सिर्फ़ BJP नेताओं का अपरिपक्व बयान नहीं है, यह मंसूबे और सोच नरेंद्र मोदी, RSS और BJP की है मोदी के करीबी आचार्य प्रमोद कृष्णन तो सीधे सीधे आरक्षण ख़त्म करने की माँग कर रहे हैं ऐसी सामन्तवादी सोच को हम क़तई कामयाब नहीं होने देंगे।”

वायरल पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों देखा जा सकता है। इसका आर्काइव वर्जन यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने सबसे पहले 1:10 मिनट के इस वायरल वीडियो को ध्‍यान से सुना। इसमें आचार्य प्रमोद कृष्णम को जाति प्रथा का विरोध करते हुए जातिगत आरक्षण के खिलाफ बोलते हुए सुना जा सकता है। हमें यह जानना था कि उन्‍होंने यह बयान कब और कहां दिया था। इसके बारे में जांच को आगे बढ़ाते हुए वीडियो के कई कीफ्रेम्‍स निकाले। फिर इन्‍हें गूगल लेंस टूल के जरिए खोजना शुरू किया ।

असली वीडियो हमें बीजीटी न्‍यूज के फेसबुक अकाउंट पर मिला। 26 सितंबर 2023 को अपलोड किया। इस वीडियो में हमें वायरल वीडियो वाला हिस्‍सा भी मिला, जिसे काटकर वायरल किया गया है।

सर्च के दौरान हमें एएनआई के आधिकारिक हैंडल पर आचार्य प्रमोद कृष्णम का एक इंटरव्‍यू मिला। इसमें उन्‍हें वायरल वीडियो के बारे में बात करते हुए सुना जा सकता है। उसमें वह कहते हैं कि जब उन्‍होंने यह भाषण दिया, उस वक्‍त वह कांग्रेस में थे। कांग्रेस के तमाम मैनेजर मेरे पुराने वीडियो के आधे-अधूरे हिस्‍से को वायरल कर रहे हैं । यह भाषण 24 सितंबर 2023 का है। आचार्य प्रमोद कृष्णम आगे कहते हैं कि उस वक्‍त वह कांग्रेस के साथ थे, अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हैं।

गूगल ओपन सर्च करने पर हमें कई वेबसाइट पर वायरल वीडियो से जुड़ी खबरें मिलीं। आजतक की वेबसाइट पर 28 अप्रैल को एक खबर पब्लिश करते हुए लिखा गया, “कांग्रेस से निष्कासित आचार्य प्रमोद कृष्णम का आरक्षण को लेकर एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. उनके बयान को लेकर कांग्रेस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी पर जमकर निशाना साध रही है. आचार्य ने बताया कि वायरल हो रहा ये वीडियो एक साल पुराना है और आधा है, अब कांग्रेस के मैनेजर इस पर ट्वीट कर रहे हैं।” पूरी खबर यहां पढ़ें।

विश्‍वास न्‍यूज ने जांच को आगे बढ़ाते हुए आचार्य प्रमोद कृष्णम से संपर्क किया। उन्‍होंने बताया कि वायरल वीडियो एक साल पुराना है। उस वक्‍त वह कांग्रेस में थे। उन्‍होंने आगे कहा कि वह भाजपा के सदस्‍य नहीं हैं, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी विचारधारा के समर्थक हैं।

पड़ताल के अंत में पवन कन्‍नौजिया के फेसबुक अकाउंट की जांच की गई। यूजर यूपी के लखनऊ का रहने वाला है। इस अकाउंट को तीन हजार से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट भ्रामक साबित हुई। कांग्रेस के पूर्व नेता और वर्तमान में पीएम मोदी के समर्थक आचार्य प्रमोद कृष्णम का वायरल बयान उस वक्‍त का है, जब वह कांग्रेस में थे। उनके पुराने बयान को अब वायरल करके भ्रम फैलाया जा रहा है।

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