Fact Check : खाने के लिए धक्कामुक्की करते लोगों का पुराना वीडियो पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के डिनर के नाम पर वायरल

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। 2020 से लाहौर बार इलेक्‍शन के नाम से यह वीडियो इंटरनेट पर मौजूद है। इसका भारत आई पाकिस्‍तान क्रिकेट टीम से कोई संबंध नहीं है।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। क्रिकेट वर्ल्‍ड कप 2023 टूर्नामेंट के दौरान एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें कुछ लोगों को खाने के लिए धक्‍कामुक्‍की करते हुए देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो भारत पहुंचने के बाद पाकिस्‍तानी क्रिकेट टीम के रात के खाने के वक्‍त का है। इस वीडियो के दावे को सच समझकर दूसरे यूजर्स भी इसे शेयर कर रहे हैं।

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल दावे की जांच की। दावा फर्जी साबित हुआ। यह वीडियो 2020 से इंटरनेट पर मौजूद है। विश्‍वास न्‍यूज स्‍वतंत्र रूप से यह पुष्टि नहीं करता है कि वीडियो किस इवेंट का है, लेकिन यह कन्‍फर्म है कि इसका भारत आई पाकिस्‍तान क्रिकेट टीम से कोई संबंध नहीं है।

क्‍या हो रहा है वायरल

एक्‍स हैंडल द प्रोफेसर ने 28 सितंबर को 10 सेकंड के एक वीडियो को पोस्‍ट करते हुए पाकिस्‍तानी क्रिकेट टीम का बताते हुए अंग्रेजी में दावा किया, “pakistani cricket team arrived in india today and that’s how the had dinner.”

सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है। पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों ही लिखा गया। पोस्‍ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने पाकिस्‍तानी क्रिकेट टीम के खाने के नाम पर वायरल वीडियो की जांच के लिए सबसे पहले इसके कई कीफ्रेम्‍स निकाले। फिर इन्‍हें गूगल लेंस टूल की मदद से खोजना शुरू किया। हमें यह वीडियो स्‍कूप पाकिस्‍तान नाम के एक फेसबुक पेज पर मिला। 2 अक्‍टूबर 2020 को अपलोड इस वीडियो को लाहौर बार इलेक्‍शन का बताया गया।

इसी तरह अनू सहगल नाम के एक्‍स हैंडल ने इस वीडियो को 3 अक्‍टूबर 2020 को पोस्‍ट करते हुए लाहौर के बार इलेक्‍शन के डिनर का बताया।

https://twitter.com/anusehgal/status/1312279069183025153

पड़ताल के दौरान वायरल वीडियो उस्मान रजा ज‍मील नाम के एक्‍स हैंडल पर भी मिला। इसे एक अक्‍टूबर 2020 को पोस्‍ट किया गया है। इसमें भी इस वीडियो को लाहौर बार इलेक्‍शन का ही बताया गया।

विश्‍वास न्‍यूज ने जांच को आगे बढ़ाते हुए दैनिक जागरण के स्पोर्ट्स एडिटर अभिषेक त्रिपाठी से संपर्क किया। उनके साथ वायरल वीडियो को शेयर किया। उन्‍होंने भी बताया कि वायरल वीडियो पाकिस्‍तान क्रिकेट टीम के डिनर का नहीं है।

अब बारी थी फर्जी पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच करने की। पता चला कि द प्रोफेसर नाम का यह एक्‍स हैंडल दिसंबर 2022 को बनाया गया था। इसके 1310 फॉलोअर हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। 2020 से लाहौर बार इलेक्‍शन के नाम से यह वीडियो इंटरनेट पर मौजूद है। इसका भारत आई पाकिस्‍तान क्रिकेट टीम से कोई संबंध नहीं है।

False
Symbols that define nature of fake news
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