Fact Check : टाइम्स स्क्वायर पर नहीं लगी विराट कोहली की मूर्ति, वायरल तस्वीर CGI वीडियो का हिस्सा 

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि टाइम्स स्क्वायर पर विराट कोहली की मूर्ति लगने का  वायरल दावा गलत है। असल में वायरल तस्वीर एक सीजीआई वीडियो का हिस्सा है। विराट कोहली की इस मूर्ति के वीडियो को ड्यूरोफ्लेक्स वर्ल्ड नामक एक कंपनी ने बनाया था और उसी की तस्वीर को लोगों ने सच समझकर सोशल मीडिया पर शेयर करना शुरू कर दिया।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर भारतीय क्रिकेटर विराट कोहली की मूर्ति की एक तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है। तस्वीर को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि विराट कोहली की इस मूर्ति को न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर पर लगाया गया है। हाल ही में इस मूर्ति का अनावरण हुआ है। 

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा गलत है। असल में वायरल तस्वीर एक सीजीआई वीडियो का हिस्सा है। विराट कोहली की इस मूर्ति के वीडियो को ड्यूरोफ्लेक्स वर्ल्ड नामक एक कंपनी ने बनाया था और उसी की तस्वीर को लोगों ने सच समझकर सोशल मीडिया पर शेयर करना शुरू कर दिया।

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक यूजर अश्वनी जायसवाल ने वायरल तस्वीर को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “विराट कोहली के मूर्ति का अनावरण किया गया न्यूयॉर्क में। बधाई नहीं देंगे आप Thanks For Spending Your Valuable Time On Our Post….Plz Follow Me For More Posts Like This A&J”

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

पड़ताल 

वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने टाइम्स स्क्वायर के आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट्स और वेबसाइट को खंगाला। हमें दावे से जुड़ी कोई पोस्ट या जानकारी वहां पर नहीं मिली। 

हमने टाइम्स स्क्वायर की लाइव फुटेज जारी करने वाले अर्थ कैम के आधिकारिक यूट्यूब चैनल को भी खंगाला। हमें वहां पर भी विराट कोहली की मूर्ति नहीं मिली और ना ही इस दावे से जुड़ी कोई जानकारी वहां पर मौजूद थी।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने फोटो को गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा गलत है। हमें वायरल फोटो से जुड़ा एक वीडियो ड्यूरोफ्लेक्स वर्ल्ड नामक एक इंस्टाग्राम अकाउंट पर अपलोड हुआ मिला। वीडियो को 23 जून 2024 को अपलोड किया गया है। मौजूद जानकारी के मुताबिक, यह एक कंप्यूटर जेनरेटेड वीडियो है। इस वीडियो को सॉफ्टवेयर की मदद से बनाया गया है। 

सर्च के दौरान हमें वायरल वीडियो ड्यूरोफ्लेक्स वर्ल्ड के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर भी मिला। वीडियो को 23 जून 2024 को अपलोड किया गया है। यहां पर भी वीडियो को सीजीआई की मदद से बनाया गया बताया है। 

ड्यूरोफ्लेक्स वर्ल्ड के बारे में सर्च करने पर हमने पाया कि यह एक मैट्रेस कंपनी है। इकोनॉमिक टाइम्स की वेबसाइट पर 15 मई 2023 को प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, ड्यूरोफ्लेक्स  ने विराट कोहली को अपना ब्रांड एंबेसडर बनाया था। 

हमने ड्यूरोफ्लेक्स वर्ल्ड से इंस्टाग्राम के जरिए संपर्क किया। कंपनी ने हमें बताया कि वायरल दावा गलत है। यह वीडियो सीजीआई की मदद से बनाया गया है।

अधिक जानकारी के लिए दैनिक जागरण के खेल संपादक अभिषेक त्रिपाठी से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा गलत है। यह ड्यूरोफ्लेक्स की ओर से जारी एक सीजीआई वीडियो था।

अंत में हमने फोटो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर को 10 हजार लोग फॉलो करते हैं। यूजर ने प्रोफाइल पर खुद को उत्तर प्रदेश का रहने वाला बताया है।

निष्कर्ष : विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि टाइम्स स्क्वायर पर विराट कोहली की मूर्ति लगने का  वायरल दावा गलत है। असल में वायरल तस्वीर एक सीजीआई वीडियो का हिस्सा है। विराट कोहली की इस मूर्ति के वीडियो को ड्यूरोफ्लेक्स वर्ल्ड नामक एक कंपनी ने बनाया था और उसी की तस्वीर को लोगों ने सच समझकर सोशल मीडिया पर शेयर करना शुरू कर दिया।

False
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