विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा भ्रामक है। हाल में ऐसी कोई खबर नहीं आई है। यह मामला 2015 का था जब ईरान की राष्ट्रीय महिला फुटबाल टीम के आठ सदस्यों पर पुरुष होने के आरोप लगे थे। इससे पहले 2010 में भी 4 खिलाड़ियों पर पुरुष होने के आरोप लगे थे। सबसे हालिया मामला 2021 में एशियाई कप क्वालीफायर के दौरान आया था, जब टीम के गोलकीपर पर पुरुष होने का आरोप लगा था।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया में एक तस्वीर वायरल हो रही है। महिला फुटबॉल टीम की इस तस्वीर को शेयर करते हुए दावा किया गया कि ईरान की महिला नेशनल टीम में बुर्के में 4 पुरुष खेलते पकड़े गए हैं।
विश्वास न्यूज ने वायरल दावे की जांच की। यह भ्रामक साबित हुआ। घटना हाल की नहीं, बल्कि वर्ष 2015 की है।
फेसबुक यूजर ‘More about in India‘ (Archive) ने वायरल पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा, ” ईरान की महिला नेशनल टीम में बुर्के में 4 पुरुष खेलते पकड़े गए हैं !!”
अपनी पड़ताल को शुरू करते हुए सबसे पहले हमने वायरल तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च किया। हमें यह तस्वीर 2015 की कई ख़बरों में मिली। इन सभी ख़बरों में लोकल न्यूज़ पोर्टल्स का हवाला देते हुए कहा गया था कि ईरानी महिला फ़ुटबॉल टीम के 8 सदस्य पुरुष पाए गए।
दैनिक जागरण की 1 अक्टूबर 2015 की खबर के अनुसार ‘ईरान की महिला फुटबॉल टीम में आठ पुरुष खिलाड़ी खेल रहे हैं, जो लिंग परिवर्तन का इंतजार कर रहे हैं। ईरान की फुटबॉल एसोसिएशन पर आरोप है कि उसने जानबूझकर इन खिलाड़ियों को टीम में शामिल किया। अधिकारियों ने पूरी नेशनल टीम और लीडिंग लीग प्लेयर्स का लिंग परीक्षण करने का आदेश दिया है। 2010 और 2014 में भी टीम में पुरुष खिलाड़ियों की मौजूदगी पर सवाल उठ चुके हैं।’
जी न्यूज की 2 अक्टूबर 2015 की खबर के अनुसार, ‘ईरान की राष्ट्रीय महिला फुटबाल टीम के आठ सदस्य असल में पुरुष हैं और उन्हें लिंग में बदलाव करने वाले ऑपरेशन के होने का इंतजार है। खबरों में यह दावा किया गया है। ‘डेली टेलीग्राफ’ की रिपोर्ट में ईरान फुटबॉल के एक अधिकारी के हवाले से इस अजीबोगरीब घटना का खुलासा किया गया है। ईरान के राष्ट्रीय फुटबॉल संघ पर जानबूझकर अपनी महिला टीम में आठ पुरुषों को उतारने पर ‘अनैतिक’ काम करने का आरोप लगा है।’
इस मामले में और खबरें यहाँ और यहाँ पढ़ी जा सकती हैं।
कीवर्ड्स से ढूंढ़ने पर हमें डेलीमेल डॉट को डॉट यूके की 16 नवंबर 2021 की एक खबर मिली। खबर के अनुसार, ‘जॉर्डन ने ईरान की महिला राष्ट्रीय फुटबॉल टीम पर एशियाई कप क्वालीफायर के दौरान एक पुरुष खिलाड़ी, ज़ोहरेह कौदाई को गोलकीपर के रूप में मैदान में उतारने का आरोप लगाया है। जॉर्डन एफए के प्रिंस अली बिन अल-हुसैन ने एशियाई फुटबॉल महासंघ (एएफसी) से लिंग सत्यापन जांच का अनुरोध किया है। ईरान ने आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि जॉर्डन अपनी हार के लिए बहाने बना रहा है और जोर देकर कहा कि सभी खिलाड़ियों की पूरी तरह से चिकित्सा जांच की जाती है। कौदाई पर पहले भी इसी तरह के आरोप लगे हैं और ईरान में लिंग परिवर्तन ऑपरेशन कानूनी हैं।
इसके अलावा हमें हाल में ऐसी कोई खबर नहीं मिली।
वायरल पोस्ट को लेकर हमने दैनिक जागरण के खेल संपादक अभिषेक त्रिपाठी से बात की। उन्होंने कन्फर्म किया, “ये मामला 2015 का था और आरोप 8 खिलाडियों पर लगे थे। इससे पहले 2010 में भी 4 खिलाड़ियों पर पुरुष होने के आरोप लगे थे। सबसे हालिया मामला 2021 में एशियाई कप क्वालीफायर के दौरान आया था, जब टीम के गोलकीपर पर पुरुष होने का आरोप लगा था।”
फर्जी पोस्ट को शेयर करने वाले X यूजर की सोशल स्कैनिंग में हमने पाया कि यूजर pawan को X पर 2000 से अधिक लोग फॉलो करते हैं। ।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा भ्रामक है। हाल में ऐसी कोई खबर नहीं आई है। यह मामला 2015 का था जब ईरान की राष्ट्रीय महिला फुटबाल टीम के आठ सदस्यों पर पुरुष होने के आरोप लगे थे। इससे पहले 2010 में भी 4 खिलाड़ियों पर पुरुष होने के आरोप लगे थे। सबसे हालिया मामला 2021 में एशियाई कप क्वालीफायर के दौरान आया था, जब टीम के गोलकीपर पर पुरुष होने का आरोप लगा था।
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