हिमा दास से लेकर निखत जरीन तक कॉमनवेल्थ गेम्स को लेकर वायरल हो चुके हैं यह फेक दावे
कॉमनवेल्थ गेम्स को लेकर अक्सर सोशल मीडिया पर फेक पोस्ट वायरल होती रहती हैं। आज हम आपको ऐसी कुछ पोस्ट के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनकी पड़ताल कर विश्वास न्यूज ने सच्चाई सामने रखी थी।
- By: Pragya Shukla
- Published: Oct 30, 2024 at 11:19 AM
- Updated: Oct 30, 2024 at 11:23 AM
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। अगस्त 2026 में होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स का आयोजन इस बार स्कॉटलैंड के ग्लासगो शहर में हो रहा है। बजट की समस्या की वजह से हॉकी, क्रिकेट, बैडमिंटन और रेसलिंग जैसे कई खेलों को हटा दिया गया है। यह ऐसे खेल हैं, जिन पर भारत की पकड़ मजबूत है और मेडल जीतने की संभावना रहती है। भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की अध्यक्ष पीटी उषा ने इस फैसले को लेकर अपनी निराशा वक्त की है।
पिछला कॉमनवेल्थ गेम्स साल 2022 में बर्मिंघम में खेला गया था। बर्मिंघम में खेले गए खेलों में भारतीय खिलाड़ियों ने कुल 61 मेडल जीते थे। 61 मेडल के साथ भारत अंक तालिका में चौथे स्थान पर रहा था। भारतीय खिलाड़ियों ने 22 गोल्ड, 16 सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल जीते थे। बात अगर भारत के मेडल की जाए तो 12 मेडल भारतीय खिलाड़ियों ने रेसलिंग में जीते थे, जिनमें से 6 गोल्ड मेडल, एक सिल्वर मेडल और 5 बॉन्ज मेडल थे। भारत ने दस मेडल वेटलिफ्टिंग में जीते थे। सात बॉक्सिंग और छह बैडमिंटन में जीते थे। एथलेटिक्स में आठ, टेबल टेनिस में पांच, लॉन बॉल्स में दो, पैरा टेबल टेनिस में दो, हॉकी में दो, क्रिकेट में एक, जूडो में तीन और स्क्वाश में दो मेडल जीते थे। भारत ने इन 61 मेडल में से 30 मेडल बैडमिंटन और रेसलिंग जैसे खेलों में जीते थे, जिन्हें अब हटा दिया गया है। कॉमनवेल्थ गेम्स को लेकर अक्सर सोशल मीडिया पर फेक पोस्ट वायरल होती रहती हैं। आज हम आपको ऐसी कुछ पोस्ट के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनकी पड़ताल कर विश्वास न्यूज ने सच्चाई सामने रखी थी।
तो चलिए जानते हैं इन पोस्ट के बारे में..
पहली पोस्ट
कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के दौरान भारतीय एथलीट हिमा दास के एक वीडियो को शेयर कर सोशल मीडिया यूजर्स ने दावा किया था कि यह उनके गोल्ड मेडल जीतने का बाद का है। सोशल मीडिया पर कई इंफ्ल्यूएंसर्स ने भी इस वीडियो को शेयर किया था।
विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा भ्रामक निकला। असल में वायरल वीडियो कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 का नहीं, बल्कि अंडर-20 वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप का था, जिसमें हिमा दास ने गोल्ड मेडल जीता था। यह चैंपियनशिप फिनलैंड में 2018 में आयोजित हुआ था।
यहां पर पढ़ें पूरी फैक्ट चेक रिपोर्ट.
दूसरी पोस्ट
इसी तरह से एक ब्लेड रनर के दौड़ने के वीडियो को शेयर कर कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ने दावा किया गया कि यह भारतीय खिलाड़ी निखत जरीन का है। निखत जरीन ने पहली बार एथलेटिक्स में गोल्ड मेडल जीता है।
विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा गलत निकला। असल में वायरल वीडियो टोक्यो 2020 पैरालंपिक में रेस जीतने वाली खिलाड़ी अंबरा सबातीनी का था। वह इटली की रहने वाली हैं, जबकि भारत की निखत जरीन ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में बॉक्सिंग में गोल्ड जीता था।
यहां पर पढ़ें पूरी फैक्ट चेक रिपोर्ट.
तीसरी पोस्ट
भारतीय एथलीट हिमा दास को लेकर एक अन्य पोस्ट भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुई थी। पोस्ट में एक अंक तालिका की तस्वीर को शेयर कर दावा किया गया था कि कॉमनवेल्थ गेम्स में हिमा दास ने दस में से छह गोल्ड जीते थे। हिमा दास की इस कामयाबी के बाद भारत अंक तालिका में पहले नंबर पर आ गया।
विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा भी गलत निकला। असल में हिमा दास ने कॉमनवेल्थ गेम्स में छह मेडल नहीं जीते थे।
यहां पर पढ़ें पूरी फैक्ट चेक रिपोर्ट.
चौथी पोस्ट
सोशल मीडिया पर एक पोस्ट को शेयर कर दावा किया गया था कि हिमा दास ने 400 मीटर की दौड़ में मशहूर धावक मिल्खा सिंह का रिकॉर्ड तोड़कर नई कामयाबी हासिल की।
विश्वास न्यूज ने जब इस दावे की पड़ताल की तो पाया यह गलत है।हिमा दास ने 2022 के राष्ट्रमंडल खेलों में 200 मीटर और 4X100 मीटर रिले दौड़ में हिस्सा जरूर लिया था, लेकिन वह मिल्खा सिंह के किसी भी रिकॉर्ड को नहीं तोड़ पाई थी।
यहां पर पढ़ें पूरी फैक्ट चेक रिपोर्ट.
पूरा सच जानें... किसी सूचना या अफवाह पर संदेह हो तो हमें बताएं
सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी मैसेज या अफवाह पर संदेह है जिसका असर समाज, देश और आप पर हो सकता है तो हमें बताएं। आप हमें नीचे दिए गए किसी भी माध्यम के जरिए जानकारी भेज सकते हैं...