राजस्थान के मंडावा स्थित शिव मंदिर की तस्वीर को नेपाल के पशुपति नाथ मंदिर के नाम पर वायरल किया जा रहा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर शिवलिंग की एक तस्वीर वायरल हो रही है। सोशल मीडिया यूजर्स दावा कर रहे हैं कि वायरल तस्वीर नेपाल के पशुपति नाथ मंदिर की है। विश्वास न्यूज की पड़ताल में ये दावा झूठा निकला है। वायरल तस्वीर राजस्थान के मंडावा के एक स्थानीय मंदिर की है। इसे कुछ लोग पशुपति नाथ मंदिर के नाम से वायरल करके झूठ फैला रहे हैं।
फेसबुक यूजर प्रेम चंद ने 13 सितंबर को एक पोस्ट में दावा किया कि ये फोटो श्री पशुपति नाथ जी काठमांडू का है जो कि नेपाल में है। इस शिवलिंग का फोटो बहुत मुश्किल से उपलब्ध हुआ है। आप इसे अपने मित्रों को भी भेजें। ताकि वो भी दर्शन का लाभ ले सकें।
पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों लिखा गया है। इसे सच मानकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्ट का आकाईव वर्जन यहां देखें।
विश्वास न्यूज ने वायरल तस्वीर संग किए जा रहे दावे की पड़ताल के लिए सबसे पहले गूगल रिवर्स इमेज सर्च टूल का इस्तेमाल किया। हमें इंटरनेट पर इस तस्वीर से जुड़े कई परिणाम मिले। हमें सबसे पुरानी तस्वीर मंडावा पारदर्शी शिव मंदिर नाम के एक फेसबुक पेज पर मिली। 4 मार्च 2019 को अपलोड की गई इस तस्वीर को लेकर लिखा गया कि महाशिवरात्रि पर्व पर मंडावा के पारदर्शी शिवलिंग दर्शन ….शेयर करें अपने दोस्तों के साथ। इस तस्वीर को यहां देखा जा सकता है।
जांच को आगे बढ़ाते हुए पेज के एडमिन दीपेश कुमार से संपर्क किया । उनके साथ वायरल तस्वीर को शेयर किया। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि यह तस्वीर मंडावा के पारदर्शी शिवलिंग मंदिर की है।
जांच के अगले चरण में वायरल तस्वीर और असली तस्वीर का कोलाज बनाकर अध्ययन किया । दोनों एक ही नजर आए। इसे नीचे देखा जा सकता है।
अब बारी थी, नेपाल स्थित काठमांडू के पशुपति नाथ मंदिर में मौजूद शिवलिंग के बारे में जानकारी जुटाने की। जांच में पता चला कि बागमती नदी के तट के किनारे स्थित यह मंदिर काफी फेमस है। पशुपति नाथ मंदिर के बारे में ज्यादा जानकारी यहां देखा जा सकता है। इसमें बताया गया कि यहां मौजूद शिवलिंग के चार मुख है।
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट को लेकर नेपाल में भी संपर्क किया। नेपाल के एक स्थानीय पत्रकार उपेंद्र कुमार ने बताया कि वायरल तस्वीर पशुपति नाथ मंदिर के शिवलिंग की नहीं है। वहां के शिवलिंग का रंग सफेद नहीं है।
विश्वास न्यूज एक बार पहले भी वायरल पोस्ट की पड़ताल कर चुका है। उस जांच को यहां पढ़ा जा सकता है।
पड़ताल के अंत में फर्जी पोस्ट करने वाले यूजर की जांच की गई। फेसबुक यूजर प्रेमचंद राजस्थान के परवतसर का रहने वाला है। यह अकाउंट जुलाई 2020 को बनाया गया था। इसे सात हजार लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष : विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट फर्जी निकली। राजस्थान के मंडावा स्थित शिव मंदिर की तस्वीर को नेपाल के पशुपति नाथ मंदिर के नाम पर वायरल किया जा रहा है।
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