Quick Fact Check : 2019 में तेलंगाना में पकड़ाया था 2000 के नकली नोटों का जखीरा, तस्‍वीर अब सूरत के नाम पर वायरल

विश्‍वास न्‍यूज की जांच में वायरल पोस्‍ट फर्जी निकली। 2019 में तेलंगाना के खम्‍मम में पकड़ाए गए नकली नोटों को एक बार फिर से गुजरात के सूरत के नाम पर वायरल किया जा रहा है।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया में एक बार फिर से 2000 रुपए के नोटों के बंडल की एक तस्‍वीर फर्जी दावे के साथ वायरल हो रही है। इस तस्‍वीर में नोटों के साथ पुलिस के अफसरों को भी देखा जा सकता है। यूजर्स दावा कर रहे हैं कि गुजरात के सूरत में नकली नोटों का जखीरा बरामद किया गया है। विश्‍वास न्‍यूज ने पहले भी इस तस्‍वीर की जांच की थी।

हमें पता चला कि जिस तस्‍वीर के बहाने गुजरात पर निशाना साधा जा रहा है, दरअसल वह तस्‍वीर तेलंगाना की है। यहां खम्‍मम पुलिस ने 2000 रुपए के नकली नोटों के एक गिरोह को पकड़ा था।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर भारतीय संगठन दिल्‍ली की ओर से 27 मई को एक तस्‍वीर अपलोड की गई। इसे लेकर दावा किया गया : नकली नोट पाकिस्तान में नहीं गुजरात में छपते हैं गुजरात के सूरत में पकड़ा गया बहुत बड़ा नकली नोटो का जखीरा… ये सारे पापी, गुंडे, बैंक लुटेरे, चोर, तड़ीपार आदि सब गुजरात में ही भरे पड़े हैं…

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में पता चला कि नवंबर 2019 में तेलंगाना की खम्‍मम पुलिस ने नकली नोटों के रैकेट का पर्दाफाश किया था। उस वक्‍त कई मीडिया संस्‍थानों ने इस घटना को कवर किया था। गूगल रिवर्स इमेज टूल की मदद से हमें कई तस्‍वीरें मिलीं। इन तस्‍वीरों में हमें वही पुलिस अफसर नजर आए, जो अब वायरल हो रही फर्जी पोस्‍ट में मौजूद थे।

इसके अलावा कमिश्नर ऑफ पुलिस खम्मम के ट्विटर हैंडल पर भी 2 नवंबर को इस घटना की जानकारी दी गई थी। इसमें खम्मम के पुलिस कमिश्नर के साथ अन्य अधिकारी जब्त किए गए नोटों के साथ दिखे।

मूल पड़ताल के दौरान विश्वास न्यूज ने खम्मम के डिप्टी सुपरिन्टेंडेंट ऑफ पुलिस गणेश से बात की थी। उनके अनुसार खम्मम में फर्जी नोटों की जब्ती की घटना महीनों पुरानी है।

इसके बाद हमने फर्जी पोस्‍ट वायरल करने वाले यूजर की जांच की। हमें पता चला कि यूजर दिल्‍ली में रहता है।

पूरी पड़ताल आप यहां पढ़ सकते हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की जांच में वायरल पोस्‍ट फर्जी निकली। 2019 में तेलंगाना के खम्‍मम में पकड़ाए गए नकली नोटों को एक बार फिर से गुजरात के सूरत के नाम पर वायरल किया जा रहा है।

False
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