विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल वीडियो के साथ किया गया दावा फर्जी साबित हुआ । वरिष्ठ अधिवक्ता सौरभ कृपाल के नाम पर वायरल वीडियो दमन सिंह चौधरी का निकला।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। समलैंगिक विवाह को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने 17 अक्टूबर को अपना फैसला सुनाया। मुख्य न्यायधीश की अध्यक्षता में पांच जस्टिस की संविधान पीठ ने फैसला सुनाते हुए समलैंगिक शादी को मान्यता देने से इनकार कर दिया। इसके बाद से वरिष्ठ अधिवक्ता सौरभ कृपाल के खिलाफ दुष्प्रचार के लिए एक वीडियो को वायरल किया जा रहा है। इसमें एक शख्स को बॉलीवुड सॉन्ग ‘कभी भूला कभी याद किया’ पर डांस करते हुए देखा जा सकता है। सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स इस वीडियो को वायरल करते हुए इसे सौरभ कृपाल का बता रहे हैं।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस दावे को गलत पाया। वायरल वीडियो फैशन और लाइफस्टाइल कंपनी ‘रनवे लाइफस्टाइल’ के को-फाउंडर दमन सिंह चौधरी का है। उनके कई वीडियो सौरभ कृपाल का बताकर वायरल किया जा चुका है। वीडियो का सौरभ कृपाल से कोई संबंध नहीं है।
फेसबुक यूजर अमित त्रिवेदी ने 22 अक्टूबर को ‘मोदी योगी समर्थक वंदेमातरम ग्रुप’ पर एक वीडियो को अपलोड करते हुए दावा किया, “ये सौरभ कृपाल है यह भारत के प्रथम CJI जस्टिस एसबी कृपाल का पोता और भारत के पूर्व CJI जस्टिस बी कृपाल का बेटा है और इस नमूने का नाम भी कोलोजियम ने दिल्ली हाईकोर्ट में जज के लिए दिया था जिसे मोदी सरकार ने रिजेक्ट कर दिया और इस पर न्यायपालिका और मोदी सरकार में तल्खी भी पैदा हुई थी।”
सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है। पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों लिखा गया है। पोस्ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें।
वायरल पोस्ट में इस्तेमाल किए गए वीडियो के बारे में जानने के लिए हमने सबसे पहले ऑनलाइन टूल इनविड का इस्तेमाल किया । इससे वीडियो के कई कीफ्रेम्स निकालने के बाद गूगल लेंस टूल की मदद से ऑरिजिनल वीडियो को खोजना शुरू किया। वायरल वीडियो damandiaries नाम के इंस्टाग्राम हैंडल पर मिला। इसे 21 अगस्त 2023 को अपलोड किया गया था।
इस इंस्टाग्राम हैंडल के बायो सेक्शन में शख्स का नाम दमन एस चौधरी बताया गया है। बायो में दी गई जानकारी के मुताबिक, दमन ‘रनवे लाइफस्टाइल’ के को-फाउंडर हैं।
पड़ताल के अगले चरण में दमन चौधरी से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि उनके कई वीडियो पहले भी वायरल हो चुके हैं। वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है। असली वीडियो उन्हीं का है।
वरिष्ठ अधिवक्ता सौरभ कृपाल उस वक्त चर्चा में आए थे, जब सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में कृपाल को नियुक्त करने की अपनी सिफारिश को दोहराया था।
जांच के अंत में फर्जी पोस्ट करने वाले यूजर की जांच की गई। फेसबुक यूजर अमित त्रिवेदी गुजरात के रहने वाले हैं। इनके अकाउंट को आठ हजार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल वीडियो के साथ किया गया दावा फर्जी साबित हुआ । वरिष्ठ अधिवक्ता सौरभ कृपाल के नाम पर वायरल वीडियो दमन सिंह चौधरी का निकला।
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