गाजियाबाद पुलिस ने घरेलू सहायिका को गिरफ्तार कर लिया है। उसका नाम रीना है। सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक फैलाने के लिए कुछ लोग रीना के वीडियो को रुबीना खातून बताकर वायरल कर रहे हैं।
नई दिल्ली (Vishvas News)। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के के क्रॉसिंग रिपब्लिक इलाके में एक घरेलू सहायिका द्वारा घर के आटे और बर्तनों में मूत्र मिलाने का मामला सामने आया है। घटना से जुड़ा वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल है। अब इसी वीडियो को सांप्रदायिक दावे के साथ वायरल करते हुए दावा किया जा रहा है कि घरेलू सहायिका मुस्लिम थी।
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की। दावा गलत साबित हुआ। गाजियाबाद पुलिस ने घरेलू सहायिका को गिरफ्तार कर लिया है। उसका नाम रीना है। सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक फैलाने के लिए कुछ लोग रीना के वीडियो को रुबीना खातून बताकर वायरल कर रहे हैं।
क्या हो रहा है वायरल
फेसबुक पेज हिंदू सेना गुजरात ने 16 अक्टूबर को एक वीडियो को अपलोड करते हुए दावा किया, “घर पे आती थी खाना बनाने वाली.. रुबीना खातून रीना बनकर पिछले 8 वर्ष से खाने पीने की चीज़ों में मिलाती थी पेशाब… पूरा घर बीमार हुआ तोटेस्ट में पेशाब मिला.. जब घर की मालकिन को शक हुआ तो उसने घर मे कैमरा छिपाकर लगवाया तब पूरी सच्चाई पता चली की खातून रीना बन कर खाने पीने की चीज़ों में आपना पेशाब मिला रही थी हिन्दुयों अच्छे से जांच करके की घर मे प्रवेश करने दे अन्यथा थूकेला मूतेला खाना पड़ेगा।”
वायरल पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों ही लिखा गया है। इसका आर्काइव वर्जन यहां देखा जा सकता है।
विश्वास न्यूज ने वायरल वीडियो के साथ किए गए दावे की सच्चाई जानने के लिए सबसे पहले गूगल ओपन सर्च टूल का इस्तेमाल किया। कीवर्ड से सर्च करने पर हमें कई न्यूज वेबसाइट पर घटना से जुड़ी कवरेज मिली। एबीपी न्यूज ने 16 अक्टूबर को पब्लिश खबर में बताया, “गाजियाबाद के क्रॉसिंग रिपब्लिक थाना क्षेत्र से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक घरेलू सहायिका द्वारा घर के आटे और बर्तनों में मूत्र मिलाने का मामला उजागर हुआ है. पुलिस ने इस आरोप में रीना नाम की महिला को गिरफ्तार किया है. आरोपी महिला की यह करतूत रसोई में लगे कैमरे में कैद हो गई, जिसके बाद परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई.”
पूरी खबर को यहां पढ़ा जा सकता है।
सर्च के दौरान हमें एएनआई के आधिकारिक हैंडल पर आरोपी रीना की तस्वीर मिली। इसके अलावा गाजियाबाद वेव सिटी की एसीपी लिपि नगाइच का बयान मिला। इसमें भी आरोपी महिला का नाम रीना बताया गया।
विश्वास न्यूज ने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए इस केस की एफआईआर की कॉपी सर्च करना शुरू किया। इस संबंध में गाजियाबाद के क्रॉसिंग रिपब्लिक पुलिस स्टेशन में 14 अक्टूबर को एक एफआईआर दर्ज की गई थी। एफआईआर नंबर 0391/2024 के मुताबिक,आरोपी महिला का नाम रीना बताया गया है।वहीं, पति का नाम प्रमोद कुमार बताया गया।
दैनिक जागरण में प्रकाशित खबर में भी आरोपी महिला का नाम रीना बताया गया। खबर में लिखा गया कि गाजियाबाद के क्रॉसिंग रिपब्लिक थानाक्षेत्र में एक घरेलू सहायिका कारोबारी के परिवार को पेशाब मिलाकर खाना खिला रही थी। कारोबारी ने रसोई से सामान चोरी होने के शक में चुपके से रसोई में मोबाइल लगाकर कैमरा चालू कर दिया। घरेलू सहायिका खाने के बर्तन में पेशाब कर उसे खाने में मिलाते हुए कैद हो गई। पीड़ित स्वजन ने मामले की शिकायत पुलिस से करते हुए कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने आरोपित घरेलू सहायिका को पकड़ लिया है।
विश्वास न्यूज ने जांच को आगे बढ़ाते हुए दैनिक जागरण, गाजियाबाद के क्राइम रिपोर्टर विनीत कुमार से संपर्क किया। उन्होंने भी बताया कि घरेलू सहायिक का नाम रीना है। उसके पति का नाम प्रमोद कुमार है।
पड़ताल के अंत में झूठी सांप्रदायिक पोस्ट करने वाले यूजर की जांच की गई। हिंदू सेना गुजरात नाम का यह पेज अहमदाबाद से संचालित होता है। पेज को पांच हजार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष : विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा भ्रामक साबित हुआ। गाजियाबाद के क्रॉसिंग रिपब्लिक में खाने में पेशाब मिलाने वाली महिला का नाम रीना था। घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं था।
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