नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। हैदराबाद और उन्नाव की रेप की घटनाओं के बाद सोशल मीडिया में कई तरह के झूठ फैले हुए हैं। इसी क्रम में सोशल मीडिया में जोधपुर के एक गांव का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो को लेकर दावा किया जा रहा है कि गरीब औरतों का अपहरण करके बलात्कार किया गया और पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
विश्वास न्यूज ने जब वायरल पोस्ट की पड़ताल की तो यह फर्जी साबित हुई। जोधपुर के एक गांव में दो साल पहले एक युवक ने अपने दोस्त के साथ मिलकर एक युवती का अपहरण किया था। युवक का कहना था कि युवती के साथ उसकी शादी हुई थी, लेकिन ससुरालवाले उसकी पत्नी को उसके साथ नहीं भेज रहे थे। जिसके बाद उसने अपनी सास के साथ मारपीट की और युवती को जबरन अपने साथ ले गया। उसी घटना के वीडियो को अब रेप के नाम पर वायरल किया जा रहा है।
फेसबुक पर महबूब रहमान नाम के एक यूजर ने 9 दिसंबर को एक वीडियो को अपलोड करते हुए दावा किया : “ये वीडियो राजस्थान का है ये लोग गरीबो की ओरतों को सबके सामने उठाते है और बलात्कार करते है और उस जगह की पुलिस भी कुछ नही बोलती । इस वीडियो को इतना फैलाओ की वहाँ की पुलिस मजबूर हो जाये इनको गिरफ्तार करने के लिए।”
इस वीडियो को अब तक तीन हजार लोगों ने शेयर किया है,जबकि इसे पचास हजार लोग देख चुके हैं। महबूब रहमान के अलावा दूसरे कई यूजर्स भी इस वीडियो को गलत दावे के साथ वायरल कर रहे हैं।
विश्वास न्यूज ने सबसे पहले InVID टूल की मदद ली। वायरल वीडियो को InVID टूल में अपलोड करके कई वीडियो ग्रैब निकाले और उसे गूगल रिवर्स इमेज में सर्च करना शुरू किया। यह वीडियो हमें कई वेबसाइट पर मिला। ब्रिटेन की वेबसाइट mirror.co.uk पर मौजूद इस वीडियो के साथ अपलोड खबर में बताया गया कि राजस्थान के जोधपुर के एक गांव में कुछ लोगों ने नाबालिग लड़की को अपहरण करने की कोशिश की। खबर 27 सितंबर 2017 को अपलोड की गई थी। खबर में बताया गया कि लड़की के पिता ने शौकत नाम के एक युवक से उसकी शादी की थी। वीडियो में दिख रहा एक शख्स शौकत भी है। घटना जोधपुर के कालू खान की ढाणी की थी। पूरी खबर आप यहां पढ़ सकते हैं।
जांच के दौरान हमें Youtube पर राजस्थान जी न्यूज के चैनल पर 24 सितंबर 2017 को अपलोड की गई एक खबर मिली। इसमें बताया गया कि मामला जोधपुर जिले के एक गांव का था।
पड़ताल के दौरान हमें जोधपुर के एक स्थानीय अखबार की वेबसाइट पर एक खबर मिली। 27 सितंबर 2017 को अपलोड की गई खबर में हमें वही युवती और युवक दिखे, जो वायरल वीडियो में मौजूद थे। खबर में बताया गया, “जोधपुर जिले की बाप तहसील के कालू खान की ढाणी के आमद खान ने अपनी बेटी की शादी गांव के शौकत से बरसों पहले कम उम्र में कर दिया था। शौकत की सास नेमत का कहना था कि उसकी बेटी 18 साल की हो जाएगी, तब गौना किया जाएगा। इसके बाद शौकत अपने दोस्त के साथ ससुराल पहुंच गया और सास के साथ मारपीट करने के बाद अपनी पत्नी को जबरन ले गया।”
विश्वास न्यूज ने जोधपुर के बाप पुलिस स्टेशन के एसएचओ दीप सिंह से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल वीडियो करीब दो साल पुराना है। सितंबर 2017 में दो लोगों ने एक औरत से मारपीट करते हुए उसकी नाबालिग बेटी का अपहरण कर लिया था। पुलिस ने उसी वक्त केस दर्ज करके दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया था। फिलहाल वे दोनों जमानत पर जेल से बाहर हैं।
पड़ताल के अंतिम चरण में हम महबूब रहमान के फेसबुक अकाउंट पर गए। इसकी सोशल स्कैनिंग से हमें पता चला कि इस अकाउंट को करीब एक हजार लोग फॉलो करते हैं। अकाउंट को जून 2012 में बनाया गया था।
निष्कर्ष : विश्वास न्यूज की पड़ताल में अपहरण के बाद रेप का दावा करने वाली पोस्ट फर्जी साबित हुई। दो साल पुराने जोधपुर के वीडियो को गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
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